जादवपुर Student Death: छात्र की मौत के बाद एक्शन में आई पुलिस, पूर्व छात्र सौरभ चौधरी गिरफ्तार, मर्डर का लगा चार्ज

स्वप्नोदीप के पिता रामप्रसाद कुंडू ने शिकायत दर्ज की थी जिसमें उन्होंनें अपने बेटे की मौत के लिए हॉस्टल के कुछ लोगों को जिम्मेदार ठहराया है. संयुक्त सीपी (अपराध) शंख शुभ्रा चक्रबर्ती ने बताया कि, इस शिकायत के आधार पर FIR दर्ज की गई थी. अब इस मामले में पुलिस ने तेजी दिखाते हुए एक पूर्व छात्र को हिरासत में ले लिया है.
कोलकाता:
जादवपुर यूनिवर्सिटी में प्रथम वर्ष के छात्र स्वप्नोदीप कुंडु की मौत के बाद बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. अब इस मामले में पुलिस ने तेजी दिखाते हुए एक पूर्व छात्र को हिरासत में ले लिया है. आरोपी सौरभ चौधरी को स्वप्नोदीप की मौत में प्रमुख आरोपी माना जा रहा है. बता दें कि सौरभ ने यूनिवर्सिटी से साल 2022 में गणित में पोस्टग्रेज्यूएशन कर लिया था. लेकिन वह फिर भी लड़कों के हॉस्टल में अवैध तरीके से रह रहा था और अनाधिकारिक रूप से होस्टल की मेस समीति का इन्चार्ज बना हुआ था.
TOI के अनुसार स्वप्नोदीप की मौत के बाद अज्ञात व्यक्ति के नाम पर हत्या से जुड़ी हुई धाराओं के तहत FIR दर्ज की गई थी. स्वप्नोदीप के पिता रामप्रसाद कुंडू ने शिकायत दर्ज की थी जिसमें उन्होंनें अपने बेटे की मौत के लिए हॉस्टल के कुछ लोगों को जिम्मेदार ठहराया है. संयुक्त सीपी (अपराध) शंख शुभ्रा चक्रबर्ती ने बताया कि ‘इस शिकायत के आधार पर FIR दर्ज की गई थी. पूछताछ के दौरान सौरभ ने किसी भी गलत काम के किये जाने से इंकार किया, लेकिन उसने यह जरूर बताया कि उसने ही स्वप्नोदीप के हॉस्टल में जगह दिलवाने का वादा किया था. ‘पुलिस सूत्रों ने बताया कि लड़का और उसके पिता 3 अगस्त को जाधवपुर में एक चाय की दुकान पर मिले थे. जहां उसने बताया था कि स्वप्नोदीप का नाम हॉस्टल सूची में नहीं है.
मेस समीति प्रमुख बताकर लिए मृतक के पिता से पैसे
सौरभ ने स्वप्नोदीप के पिता से वादा किया कि वह किसी दूसरे छात्रावासी के मेहमान के तौर पर रुकवा सकता है, इस एवज में उसने 1000 रुपये भी लिए. उसने कहा कि बतौर मेस समीति प्रमुख वह एक बिस्तर दिलवा सकता है. हालांकि यूनिवर्सिटी में किसी तरह की कोई अतिथि नीति है ही नहीं. इसके बाद सौरभ स्वप्नोदीप को कमरा नंबर 108 में ले गया जहां पहले से ही समाजशास्त्र के द्वितीय वर्ष का छात्र, और दो अन्य छात्र जो इकोनॉमिक्स (द्वीतीय वर्ष) और मेकेनिकल इंजीनियरिंग (तृतीय वर्ष) रूके हुए थे.
अब इस मामले से यूनिवर्सिटी ने अपने हाथ झाड़ लिए हैं. छात्रों के डीन रजत रे का कहना है कि आधिकारिक रूप से कोई भी मेस प्रमुख नहीं है. ऐसे में उसका स्वप्नोदीप को रुकवाने के लिए पैसे लेना अवैध था. इसके बाद पुलिस ने करीब 20 छात्रावासियों से बात की, उनके बयान भी दर्ज किए गए. इसके साथ ही वहां के अधिकारियों से भी पूछताछ की गई.
छात्र को बालकनी से कूदने पर किया मजबूर
पूछताछ के दौरान रे ने बताया कि उन्हें फोन आया था कि किसी छात्र को बालकनी से कूदने के लिए कहा गया. मैंने तुरंत फोन करने वाले का पता करने और घटना की जानकारी के लिए वरिष्ठ अधिकारी को फोन किया. करीब एक घंटे बाद मेरे पास फोन आया कि एक छात्र बालकनी से गिर गया है, मैने उसे तुरंत अस्पताल ले जाने के लिए कहा और मैं भी तुरंत वहां के लिए निकला. वहीं मृतक के पिता रामप्रसाद कुंडू का कहना है कि दोषियो को बख्शा नहीं जाना चाहिए. उन्होंने पुलिस को बताया कि उन्हें पक्का भरोसा है कि उनके बेटे की मौत का जिम्मेदार सौरभ ही है.