इस पेड़ के पत्ते में है जादुई गुण, महिलाओं के मुश्किल दिनों के दर्द को करता है दूर, जानें सेवन का सही तरीका

प्राकृतिक चिकित्सक राम बिहारी सिंह बताते हैं कि यह पौधा महिलाओं के लिए वरदान के समान है. इसे मुलष्टी या मुलेठी के नाम से भी जाना जाता है.
बांका
महिलाओं के दैनिक जीवन में होने वाली समस्याओं के कारण इसका असर उनके पीरियड्स पर पड़ता है. अक्सर महिलाओं को समय पर पीरियड्स नहीं आने या पीरियड्स के मिस होने जाने की भी परेशानियां सामने आते रहती है. इसके लिए महिलाओं को लगातार डॉक्टर्स का चक्कर लगाना पड़ता है. लेकिन आज हम आपको एक ऐसे पेड़ के बारे बताने जा रहे हैं जिसके पत्ते में ऐसा जादू है कि चबाने मात्र से महिलाओं के पीरियड्स में अनियमितता को दूर किया जा सकता है. इतना ही नहीं इसके इस्तेमाल से महिलाओं के दैनिक जीवन में आने वाली कई और समस्या को भी दूर किया जा सकता है.
इस पेड़ के पत्ते में है जादुई गुण
आज हम जिस पौधे के बारे में आपको बताने जा रहे हैं उसे जेठीमध या जेठमधु के नाम से जाना जाता है. प्राकृतिक चिकित्सक राम बिहारी सिंह बताते हैं कि यह पौधा महिलाओं के लिए वरदान के समान है. इसे कई जगहों पर मुलष्टी या मुलेठी के नाम से भी जाना जाता है. यह काफी आसानी से आपके घरों के आस-पास मिल जायेगा तथा इसकी पत्तियां काफी मीठी होती है. इसका इस्तेमाल पीरियड्स के अलावा महिलाओं के पैरों में सूजन, पेट के रोग, पीलिया, आंख की रोशनी आदि के लिए भी काफी लाभदायक होता है.
ऐसे इस्तेमाल करने से 15 दिनों में दिखने लगेगा फायदा
चिकित्सक रामबिहारी सिंह बताते हैं कि जिन महिलाओं के पीरियड्स में अनियमितता है, वो महिलाएं इसका इस्तेमाल कर सकती हैं. इस पौधे की 50 पत्तियां तोड़कर उसमें तीन काली मिर्च के साथ हर सुबह खाली पेट इसका सेवन करें. इसके सेवन के दो घंटे तक किसी तरह को भोजन या पेय पदार्थ का इस्तेमाल न करें, इससे महिलाओं के पीरियड्स में काफी फायदा मिलता है.
इसके अलावा जेठीमध के पौधे के 25 पत्तियों के साथ आधी चम्मच शहद, आधा चम्मच नींबू का रस के साथ इस्तेमाल करने से पैरों के सुन्न हो जाने की समस्या से छुटकारा मिलता है. जिन महिलाओं को गैस की शिकायत है तो वो महिलाएं इस पौधे के 25 पत्तियों के साथ त्रिफला या आंवला की एक समान मात्रा के साथ सेवन करने से लाभ मिलता है.
पीलिया में भी यह पौधा काफी लाभदायक होता है. हल्दी के एक टुकड़े के साथ इसका उपयोग करने से आंखों की रोशनी में लाभदायक होता है.
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