हेल्थ
भयंकर सिरदर्द से राहत दिला सकती है कोल्ड ड्रिंक? माइग्रेन के मरीज जरूर पढ़ें यह खबर, वरना बाद में पछताएंगे !

इन दिनों सोशल मीडिया पर माइग्रेन से राहत पाने के लिए सोडा यानी कोल्ड ड्रिंक को फायदेमंद माना जा रहा है. हालांकि एक्सपर्ट्स की मानें तो यह सिरदर्द से राहत पाने के लिए परमानेंट इलाज नहीं है.
हाइलाइट्स
- माइग्रेन में कैफीन होता है, जो कुछ लोगों को माइग्रेन से टेंपररी राहत दे सकता है.
- डॉक्टर्स की मानें तो अत्यधिक कोल्ड ड्रिंक पीने से माइग्रेन ट्रिगर भी हो सकता है.
- सोडा से माइग्रेन का इलाज संभव नहीं है और लोगों को इसकी दवा लेनी चाहिए.
Can Drinking Soda Help Migraines: गर्मियों में लोग शरीर को ठंडा रखने के लिए जमकर कोल्ड ड्रिंक्स पीते हैं. कोल्ड ड्रिंक्स में बर्फ डालकर पीना सभी को खूब भाता है. कोल्ड ड्रिंक को लेकर इन दिनों एक नया ट्रेंड चल रहा है. सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि माइग्रेन के मरीजों के लिए कोल्ड ड्रिंक पीना फायदेमंद हो सकता है और इससे उनका सिरदर्द बंद हो सकता है. दरअसल माइग्रेन एक बीमारी है, जिसमें लोगों को भयंकर सिरदर्द होता है और इससे बचने के लिए दवाएं लेनी पड़ती हैं. अब सवाल है कि क्या वाकई कोल्ड ड्रिंक्स पीने से माइग्रेन के मरीजों को सिरदर्द से राहत मिल सकती है?
माइग्रेन की वजह से लोगों को बेहद तेज सिरदर्द होता है और कई बार यह दर्द कुछ दिनों तक लगातार होता रहता है. माइग्रेन की समस्या से दुनियाभर में करोड़ों लोग जूझ रहे हैं. माइग्रेन के कारण होने वाले सिरदर्द से राहत पाने के लिए लोग तरह-तरह के घरेलू नुस्खे अपनाते हैं. कोई आलू की स्लाइस माथे पर रखता है तो कोई गर्म पानी में पैर डुबोता है. अब लोग कोल्ड ड्रिंक को लेकर माइग्रेन से राहत पाने का दावा कर रहे हैं. चलिए इस बारे में हकीकत जानने की कोशिश कर लेते हैं.
इंग्लैंड के जनरल प्रैक्टिशनर और माइग्रेन ट्रस्ट के सदस्य डॉ. के केनिस ने Fox News को बताया कि कोल्ड ड्रिंक्स में मौजूद कैफीन ही वह तत्व है, जो कुछ लोगों को माइग्रेन से राहत दे सकता है. कैफीन नर्वस सिस्टम को प्रभावित करता है और कभी-कभी यह असर माइग्रेन के दर्द को कम कर सकता है. कुछ दवाइयों में भी कैफीन मिलाया जाता है, ताकि उनका असर तेज हो. हालांकि कैफीन सभी पर एक जैसा काम नहीं करती है. ऐसे में यह कहना गलत है कि कोल्ड ड्रिंक पीने से माइग्रेन के सभी मरीजों को सिरदर्द से राहत मिलती है. कैफीन का असर हर शख्स पर अलग तरीके से होता है.
हेल्थ एक्सपर्ट्स यह चेतावनी देते हैं कि कैफीन खुद भी माइग्रेन का ट्रिगर बन सकता है. अगर आप नियमित रूप से बहुत ज्यादा कैफीन ले रहे हैं, तो लंबे समय में यह आपकी हालत और बिगाड़ सकता है. इसलिए माइग्रेन में कैफीन को संतुलित मात्रा में लेना चाहिए. सोशल मीडिया पर एक और वायरल ट्रेंड सामने आया है, जिसमें लोग माइग्रेन के समय कोक पीते हैं और फ्रेंच फ्राइज खाते हैं. इसे भी माइग्रेन से होने वाले सिरदर्द में लाभकारी माना जा रहा है. डॉक्टर्स की मानें तो कोल्ड ड्रिंक्स और फ्रेंच फ्राइज खाने से नमक, शुगर और कैफीन का मिश्रण होता है. इससे ब्लड फ्लो और इलेक्ट्रोलाइट्स को प्रभावित होता है. इससे सिरदर्द में थोड़ी राहत मिलती है. हालांकि यह कोई परमानेंट या वैज्ञानिक इलाज नहीं है.
एक्सपर्ट्स का सुझाव है कि माइग्रेन के लिए सोडा की जगह ऑर्गेनिक कॉफी एक बेहतर कैफीन स्रोत हो सकती है. इसके अलावा तरबूज में नमक मिलाकर खाना, नट्स और मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्व माइग्रेन को रोकने और कंट्रोल करने में मदद कर सकते हैं. वह कहते हैं कि प्राकृतिक स्रोतों से मिलने वाले इलेक्ट्रोलाइट्स ज्यादा फायदेमंद और सुरक्षित होते हैं. डॉक्टर्स की राय यही है कि कोल्ड ड्रिंक्स से माइग्रेन का इलाज नहीं हो सकता है. कभी-कभी इनसे अस्थायी आराम मिल सकता है, लेकिन लंबे समय तक यह आदत नुकसानदायक हो सकती है.