पटना के गांधी मैदान में वक्फ कानून के विरोध में विशाल रैली,मुस्लिम संगठनों समेत विपक्षी नेताओं ने भी भाग लिया

आज 29 जून को पटना के गांधी मैदान में नए वक्फ कानून के विरोध में एक बड़ी रैली आयोजित की गई। इस रैली में बिहार समेत कई राज्यों के मुस्लिम संगठनों, वक्फ बोर्ड के सदस्यों, धार्मिक गुरुओं और कई सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी हिस्सा लिया
बिहार
आज 29 जून को पटना के गांधी मैदान में नए वक्फ कानून के विरोध में एक बड़ी रैली आयोजित की गई। इस रैली में बिहार समेत कई राज्यों के मुस्लिम संगठनों, वक्फ बोर्ड के सदस्यों, धार्मिक गुरुओं और कई सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी हिस्सा लिया। इस दौरान सांसद पप्पू यादव सहित कई नेताओं ने विपक्षी दलों और सभी वर्गों से अपील की कि वे इस “काले कानून” के खिलाफ एकजुट हों। साथ ही सभा में यह भी घोषणा की गई कि अगर सरकार ने वक्फ संशोधन बिल वापस नहीं लिया, तो आने वाले दिनों में बिहार से दिल्ली तक आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
इस रैली में वक्फ संपत्तियों की सुरक्षा, संविधान की रक्षा और अल्पसंख्यक समुदाय के हक-अधिकारों की बहाली की मांग को लेकर केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा गया। नेताओं ने आरोप लगाया कि सरकार वक्फ संपत्तियों को सरकारी नियंत्रण में लेकर गरीब और जरूरतमंद मुस्लिम तबकों को उनके हक से वंचित करना चाहती है। इस पर वक्ताओं ने कहा कि यह कानून संविधान की मूल भावना के खिलाफ है और इससे देश में नफरत की सियासत को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने आगे कहा कि वक्फ कानून में प्रस्तावित संशोधन अल्पसंख्यक समुदाय की धार्मिक आज़ादी और संपत्तियों पर सीधा हमला है।
रैली के मंच से संबोधित करते हुए कुछ दिग्गजों के बयान “यह कानून न सिर्फ मुसलमानों की संपत्तियों पर हमला है, बल्कि गरीब, दलित, पिछड़े वर्ग की जमीनों पर भी कब्जा करने की साजिश है।” “हम किसी भी कीमत पर अपनी मजहबी आज़ादी और संविधान से मिले अधिकारों से पीछे नहीं हटेंगे।” बिहार चुनाव के चलते वक्फ संपत्तियों और अल्पसंख्यकों के अधिकारों को लेकर यह आंदोलन आने वाले समय में बिहार की राजनीति में बड़ा मुद्दा बन सकता है।