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Indira Canteen: 5 रुपए में खाना, भरकर टिफिन… इस राज्य में सरकार ने लिए बड़ा फैसला, गरीबों की तो बल्ले-बल्ले!

Indira Canteen: तेलंगाना में GHMC ने बड़ा फैसला लिया है. अब 5 रुपए में गरमागरम टिफिन और भरपेट खाना मिलेगा. अन्नपूर्णा कैंटीन का नाम बदलकर इंदिरा कैंटीन कर दिया गया है.
हाइलाइट्स
- तेलंगाना में इंदिरा कैंटीन शुरू, 5 रुपए में टिफिन और खाना
- GHMC की स्टैंडिंग कमेटी ने नाम बदलने का लिया फैसला
- रोज़ 40,000 से ज्यादा लोग उठा रहे कैंटीन का लाभ
तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद से एक राहत भरी खबर आई है, खासकर उन लोगों के लिए जो रोज़ाना मेहनत-मजदूरी करके अपना पेट भरते हैं. अब उन्हें न सिर्फ 5 रुपए में भरपेट खाना, बल्कि 5 रुपए में गरमा-गरम टिफिन भी मिलेगा. और सबसे दिलचस्प बात ये कि अन्नपूर्णा कैंटीन अब इंदिरा कैंटीन के नाम से जानी जाएंगी. ये फैसला ग्रेटर हैदराबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन (GHMC) की स्टैंडिंग कमेटी ने 26 जून को हुई बैठक में लिया.
अब तक इन कैंटीनों में सिर्फ दोपहर का खाना मिलता था. लेकिन अब इडली, वड़ा, उपमा और टोमैटो बाथ जैसे स्वादिष्ट टिफिन भी सिर्फ 5 रुपए में मिलेंगे. इस फैसले से खास तौर पर छात्रों, मजदूरों और महिलाओं को बड़ा फायदा होगा. सुबह की जल्दी में जब टिफिन बनाना मुश्किल होता है तो ये कैंटीन राहत का जरिया बनेंगी.
40,000 लोगों को मिल रहा लाभ
GHMC के तहत कुल 373 अन्नपूर्णा कैंटीन हैं. इनमें से फिलहाल 320 एक्टिव हैं. रोजाना करीब 40,000 लोग यहां से खाना खाते हैं. हालांकि अब इन कैंटीनों को अपग्रेड किया जाएगा. नया फर्नीचर, बेहतर इंतज़ाम और साफ-सुथरा माहौल, ताकि गरीबों को खाना ही नहीं, सम्मान भी मिले.
GHMC के तहत कुल 373 अन्नपूर्णा कैंटीन हैं. इनमें से फिलहाल 320 एक्टिव हैं. रोजाना करीब 40,000 लोग यहां से खाना खाते हैं. हालांकि अब इन कैंटीनों को अपग्रेड किया जाएगा. नया फर्नीचर, बेहतर इंतज़ाम और साफ-सुथरा माहौल, ताकि गरीबों को खाना ही नहीं, सम्मान भी मिले.
आंध्र की अन्ना कैंटीन से प्रेरणा, अब तेलंगाना भी उस राह पर
टिफिन की शुरुआत का फैसला आंध्र प्रदेश की अन्ना कैंटीन से प्रेरित है. जहां टिफिन और खाना दोनों ही सस्ते दामों पर मिलते हैं. तेलंगाना सरकार ने भी सोचा कि सुबह की भूख भी उतनी ही जरूरी है खासकर उन बच्चों के लिए जो स्कूल जाते हैं या मजदूर जो सुबह-सुबह काम पर निकलते हैं.
टिफिन की शुरुआत का फैसला आंध्र प्रदेश की अन्ना कैंटीन से प्रेरित है. जहां टिफिन और खाना दोनों ही सस्ते दामों पर मिलते हैं. तेलंगाना सरकार ने भी सोचा कि सुबह की भूख भी उतनी ही जरूरी है खासकर उन बच्चों के लिए जो स्कूल जाते हैं या मजदूर जो सुबह-सुबह काम पर निकलते हैं.
नाम बदला, पर मकसद वही
अन्नपूर्णा कैंटीन अब इंदिरा कैंटीन कहलाएंगी. कांग्रेस शासित क्षेत्रों में इसे राजनीतिक विरासत के तौर पर देखा जा रहा है. लेकिन आम जनता की राय साफ है. नाम में क्या रखा है, अगर 5 रुपए में भरपेट और साफ खाना मिल रहा है, तो ये हर गरीब के लिए किसी वरदान से कम नहीं.
अन्नपूर्णा कैंटीन अब इंदिरा कैंटीन कहलाएंगी. कांग्रेस शासित क्षेत्रों में इसे राजनीतिक विरासत के तौर पर देखा जा रहा है. लेकिन आम जनता की राय साफ है. नाम में क्या रखा है, अगर 5 रुपए में भरपेट और साफ खाना मिल रहा है, तो ये हर गरीब के लिए किसी वरदान से कम नहीं.