गर्मी में छककर गन्ने का जूस पीने की आदत है तो होश में आ जाएं, इतने होंगे नुकसान कि चुकानी पड़ेगी कीमत, जानें क्यों

गर्मी की तपिश बढ़ते ही गली-मुहल्लों में हर तरह गन्ने के जूस की मशीन लग जाती है. कई लोगों को छककर गन्ने का रस पीने की आदत होती है. अगर आप भी उनमें से एक हैं, तो संभल जाएं. क्योंकि इससे नुकसान भी ज्यादा हो सकता है.
Sugarcane Juice Side Effects: क्या प्रचंड गर्मी में आपको भी तरह-तरह के जूस पीने की आदत है. खासकर गन्ने का जूस, वह भी छककर. यदि हां, तो तुरंत संभल जाएं. क्योंकि इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के नए गाइलाइंस में कहा गया है कि गन्ने का जूस गर्मी के दिनों में ज्यादा नहीं पीना चाहिए क्योंकि इससे कई तरह के नुकसान हो सकते हैं. गाइलाइंस के मुताबिक आपकी प्यास को पानी की जगह और कुछ भी नहीं बुझा सकता है. ऐसे में यदि आप ज्यादा मात्रा में गन्ने का जूस पीते हैं तो इसे तुरंत कम कर दीजिए क्योंकि इससे शरीर को भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है. आखिर गन्ने का जूस ज्यादा पीने से शरीर को क्यों नुकसान उठाना पड़ता है, इस विषय पर अमेरिकी न्यूट्रिशन फर्म की फाउंडर डायरेक्टर डॉ. प्रियंका रोहतगी से बात की.
क्यों नहीं ज्यादा पीना चाहिए गन्ने का रस
डॉ. प्रियंका रोहतगी ने बताया कि यह बात सच है कि गन्ने के जूस में नेचुरल शुगर होती है. यह हमारे लिए फायदेमंद होता है. इसमें पोलिकोसिनॉल (Policosanol)कंपाउड होता है. पोलिकोसिनॉल की खासियत यह होती है कि यह लिवर में कोलेस्ट्रॉल के प्रोडक्शन को कम करने में मदद करता है और बैड कोलेस्ट्रॉल यानी एलडीएल को तोड़ देता है, जिससे यह आसानी से बाहर निकल जाता है. लेकिन यदि आपके शरीर में ज्यादा पोलिकोसिनॉल आ रहा है तो यह डाइजेस्टिव सिस्टम पर बुरा असर डालता है. इसलिए कुछ लोग जब ज्यादा गन्ने का जूस पी लेते हैं तो उनमें उल्टी, मतली, थकान, पेट दर्द जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है.
ब्लड शुगर बढ़ जाएगा
डॉ. प्रियंका रोहतगी ने बताया कि गन्ने का जूस डायबिटीज मरीजों को भी ज्यादा नहीं पीना चाहिए क्योंकि इसका ग्लाइसेमिक लोड बहुत ज्यादा होता है और इससे उन्हें नुकसान पहुंच सकता है. इसलिए अगर वे गन्ने का रस का ज्यादा सेवन करेंगे तो उनका ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है. वहीं जिन लोगों को डायबिटीज नहीं है उनमें इंसुलिन रेजिस्टेंस का खतरा बढ़ेगा.
फैटी लिवर की समस्या बढ़ेगी
डॉ. प्रियंका के मुताबिक जिन लोगों को फैटी लिवर डिजीज है उन्हें भी गन्ने के जूस का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए. क्योंकि गन्ने का जूस फैटी लिवर को और बढ़ा सकता है. भारत में अधिकांश लोग फैटी लिवर डिजीज की समस्या से ग्रस्त हैं. वहीं हम सब जानते हैं कि गन्ने के जूस में कार्बोहाइड्रैट बहुत ज्यादा होता है. कार्बोहाइड्रैट से ही सबसे ज्यादा कैलोरी बनती है. जब आप ज्यादा गन्ने का जूस पिएंगे तो इससे कैलोरी बनेगी और जब यह कैलोरी खर्च नहीं होगी तो इससे वजन भी बढ़ेगा.
शरीर के पानी को सोख लेगा
गर्मी में इसलिए भी गन्ने के जूस का ज्यादा सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि यह शरीर में पानी को सोख लेता है. यदि आप गन्ने के जूस का ज्यादा सेवन करेंगे तो यह जानना होगा कि इसमें अधिक शुगर होती है. यानी गन्ने के रस में जब कार्बोहाइड्रैट ज्यादा होगा तो इसे पचाने या मेटाबोलाइज करने के लिए ज्यादा पानी की जरूरत होगी. जब गर्मी के दिनों में आप इसे ज्यादा पिएंगे तो शरीर में पानी की कमी हो सकती है. गर्मी में डिहाइड्रेशन के कारण कई अन्य तरह की परेशानियां भी मोल लेनी होगी.
हाईजीन का ख्याल रखें
डॉ. प्रियंका रोहतगी ने बताया कि गन्ने के जूस को पीते समय साफ-सफाई का ख्याल रखना चाहिए क्योंकि गन्ने के जूस के इंटेरोटॉक्सिन विकसित हो सकता है. यानी इससे एक बैक्टीरिया का हमला हो सकता है. जब यह बैक्टीरिया पेट में चला जाएगा तो इससे स्टेफिलोकॉकस का इंफेक्शन हो सकता है. इसलिए गाइडलाइन में कहा गया है कि गर्मी में शुगरकेन जूस का कम सेवन करना चाहिए. इतना ही नहीं, सॉफ्ट ड्रिंक या एडेड शुगर वाले ड्रिंक्स का कम से कम सेवन करना चाहिए. इन चीजों की जगह छाछ, नींबू-पानी, ताजे फलों का जूस, नारियल पानी आदि पीजिए.