भूलने की बीमारी का हो जाएगा अंत, हजारों साल पुराने इस मेवा का शुरू कर दें सेवन, शरीर में भर जाएगी अटूट ताकत

आपको जानकर हैरानी होगी कि बादाम को वनस्पति विज्ञान की नजरों में ड्राई फ्रूट नहीं माना जाता है. इसे आड़ू और आलूबुखारा की कैटेगरी में रखा जाता है. बादाम को हजारों सालों से खाया जा रहा है और इसका इतिहास बेहद पुराना है. इसे दिमाग के लिए सबसे बेहतरीन माना जाता है. इसके बड़े हेल्थ बेनिफिट जान लीजिए.
मानसिक और शरीरिक रूप से लगातार परेशान कर रही इस कठोर दुनिया में अगर आप बॉडी और दिमाग को दुरुस्त व कूल बनाए रखना चाहते हैं तो बादाम (Almond) आपके लिए ही है. इस ड्राईफ्रूट में ऐसे विशेष विटामिन्स व मिनरल्स हैं जो शरीर को लंबे समय तक जवान बनाए रखने में भूमिका अदा करते हैं. बादाम में शरीर के हर अंग और दिमाग के हर तंतु (Fiber) को फिट रखने की क्षमता है. पूरी दुनिया में बादाम को ड्राईफ्रूट की श्रेणी में रखा जाता है और माना जाता है कि जितनी भी मेवा (Nuts) है, उनमें बादाम नंबर-वन है.
आपको बताते चलें कि वनस्पति विज्ञानी की नजरों में यह ड्राईफ्रूट नहीं है. वे इसे आड़ू, आलूबुखारा, चेरी आदि की किस्मों में शामिल करते हैं और कहते हैं कि बादाम भी इनकी तरह ही पेड़ में लगने वाले फल का एक बीज है, जिसे फोड़कर खाया या अन्य प्रयोग में लाया जा सकता है. भारतीय जड़ी-बूटियों, फलों व सब्जियों पर व्यापक रिसर्च करने वाले जाने-माने आयुर्वेद विशेषज्ञ आचार्य बालकिशन के अनुसार बादाम शरीर के लिए रामबाण है और यह एक ऐसा पौष्टिक आहार है, जिसमें स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के साथ-साथ बीमारियों की रोकथाम के भी गुण होते हैं. यह शरीर की कमजोरी दूर करता है ओर भूख बढ़ाता है.
बादाम खाने के जबरदस्त हेल्थ बेनिफिट्स
1. भारत के प्राचीन आयुर्वेदिक ग्रंथ ‘चरकसंहिता’ में बादाम को स्निग्ध, मधुर, बलप्रद और वातनाशक गुणों वाला माना जाता है. एक रिसर्च के अनुसार भारतीय बादाम में शानदार कैलोरी के अलावा प्रोटीन, वसा, सोडियम, कैल्शियम, विटामिन बी2, ई, मैग्नीशियम, आयरन, जिंक, कॉपर सहित अन्य विटामिन्स व खनिज पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं. जानी मानी फूड एक्सपर्ट व न्यूट्रिशियन कंसलटेंट नीलांजना सिंह के अनुसार बादाम को रात में पानी में भिगोकर सुबह खाया जाए तो उसकी गुणवत्ता बढ़ जाती है. इसमें पाया जाने वाला फैट मोनोअनसैचुरेटेड होता है जो खराब केलोस्ट्रॉल के निर्माण को रोकता है और लाभकारी केलोस्ट्रॉल को बढ़ावा देता है.
2. बादाम एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर है. इसका सीधा सा अर्थ है कि यह शरीर को फिट रखने में समर्थ भूमिका निभाता है. साथ ही इसमें प्रोटीन, विटामिन ई व फाइबर भी मौजूद है जो शरीर को पर्याप्त एनर्जी देते हैं, साथ ही डाइजेशन सिस्टम को दुरुस्त रखते हैं. यह सभी तत्व शरीर के हर अंग को पोषकता प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं. मसल्स दुरुस्त रहेंगी, हड्डियां में मजबूती रहेगी तो शरीर स्वस्थ रहेगा. इसका लाभ यह रहेगा कि आप लंबे समय तक जवान बने रहेंगे और बुढ़ापे के दुष्प्रभाव शरीर से लंबे समय तक दूर रहेंगे. ऐसी मान्यता है कि बादाम में मौजूद विटामिन्स शरीरी की कोशिकाओं को क्षतिग्रस्त होने से बचाने में मददगार माने जाते हैं.
3. हार्ट के लिए भी बादाम शानदार है. जब बॉडी में केलोस्ट्रॉल का संतुलन बना रहेगा तो हार्ट पर किसी तरह का खतरा कम ही गड़बड़ाएगा. बादाम में मौजूद मैग्नीशियम एक ऐसा खनिज है जो लगभग 300 बॉडी की प्रक्रियाओं में शामिल होता है. यह मिनरल्स शरीर को ब्लड शुगर से दूर रखने में मददगार है. अगर ब्लड शुगर से परेशान हैं तो यह उसे कंट्रोल भी करता है. पुस्तक ‘Heart Disease and the Layman’ की लेखिका व नेशनल हार्ट इंस्टिट्यूट की निदेशक रहीं पद्मविभूषण डॉ. एस पद्मावती भी मानती हैं कि हार्ट के सिस्टम को दुरस्त रखने के लिए बादाम का सेवन उचित रहेगा. विशेष बात है यही सारे तत्व दिमाग को भी लंबे समय तक तरोताजा बनाए रखने में भूमिका निभाते हैं. दिमाग की याददाश्त भी मजबूत रहती है और बढ़ती उम्र में भूलने जैसी बीमारी भी दूर रहेगी. भारत में तो माना ही जाता है कि बादाम खाने से दिमाग तेज हो जाता है.
4. बादाम का सेवन वजन घटाने में भी मददगार है. पर्याप्त कैलोरी के चलते इसके सेवन से भूख कम लगती है, जो बढ़ते वजन को रोकने में सहायक है. इसमें मौजूद विटामिन व मिनरल्स बेहतर स्किन कंडीशनर का भी काम करते हैं, जिसके त्वचा में खिंचाव तो रहेगा ही साथ ही उसका ग्लो भी कायम रहेगा. आयुर्वेदाचार्य कहते हैं कि अगर बादाम के तेल से शरीर की नियमित मालिश की जाए तो बढ़ती उम्र दिखने में समय लग सकता है. यह स्किन से दाग-धब्बे हटाने और झुर्रियों को रोकने में कागर भूमिका अदा करता है. बालों को भी मजबूत बनाए रखने में यह सहायक है. सीधी सी बात यही है कि अगर आप लंबे समय तक स्वस्थ रहना चाहते हैं तो खाने में बादाम को शामिल करना लाभकारी रहेगा.
हजारों साल पुराना है बादाम का इतिहास
फूड हिस्टोरियन मानते हैं कि बादाम की उत्पत्ति हजारों वर्ष पूर्व भारत सहित दक्षिण-पश्चिमी एशिया में हुई. इसके अलावा बादाम के उत्पत्ति केंद्र में इजराइल, तुर्की, सीरिया, लेबनान, ईरान, इराक, तुर्कमेनिस्तान आदि देश आते हैं. भारत के कई प्राचीन आयुर्वेदिक ग्रंथों में बादाम का वर्णन है. इनसे पहले लिखे गए धर्मग्रंथ वेदों विशेषकर अथर्ववेद में भी बादाम को विशेष माना गया है. आज पूरी दुनिया में अमेरिका बादाम उगाने में नंबर वन है. विशेष बात यह है कि दुनिया में जितना भी बादाम पैदा होता है, उसका 40 प्रतिशत उपयोग चॉकलेट और आइसक्रीम बनाने में खर्च हो जाता है.