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कोरोना की चौथी लहर!:5 राज्यों को केंद्र का अलर्ट, टेस्टिंग करें और कोविड नियमों में न दें ढील

*5 राज्‍यों में दिल्ली, हरियाणा, केरल, महाराष्ट्र और मिजोरम को बताया है

देश के कुछ राज्‍यों में कोरोना केसों में बढ़ोतरी के कारण केंद्र सरकार की चिंता बढ़ गई है. सरकार ने राज्‍यों से सतर्क रहने और सख्‍त निगरानी रखने को कहा है. स्‍वास्‍थ्‍य सचिव ने राज्‍यों को पत्र लिखकर सख्त निगरानी बनाए रखने और यदि आवश्यक हो तो सुरक्षा के लिए पहले ही कदम उठाने को कहा है.

नई दिल्‍ली.

देश के कुछ राज्‍यों में कोरोना केसों में बढ़ोतरी के कारण केंद्र सरकार की चिंता बढ़ गई है. सरकार ने राज्‍यों से सतर्क रहने और सख्‍त निगरानी रखने को कहा है. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने दिल्ली, हरियाणा, केरल, महाराष्ट्र और मिजोरम को कोरोना केसों पर निगरानी रखने और सभी आवश्‍यक कदम उठाने को कहा है. पिछले सप्ताह इन संबंधित राज्यों में कोविड-19 मामलों में वृद्धि देखी गई है. स्‍वास्‍थ्‍य सचिव ने राज्‍यों को पत्र लिखकर सख्त निगरानी बनाए रखने और यदि आवश्यक हो तो सुरक्षा के लिए पहले ही कदम उठाने को कहा है.

स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने पत्र में पांच राज्यों – दिल्ली, हरियाणा, केरल, महाराष्ट्र और मिजोरम को बताया है कि देश के अन्‍य हिस्‍सों में कोरोना केस घट रहे हैं या उनकी संख्‍या बेहद कम है. इसको देखते हुए राज्‍य और केंद्र शासित प्रदेशों ने आर्थिक और सामाजिक गतिविधियों को फिर से खोलने के लिए विभिन्न उपाय कर रहे हैं. इस बीच कोरोना प्रबंधन के लिए जोखिम मूल्यांकन-आधारित उपाय करते रहने की जरूरत है. उन्‍होंने कहा है कि जरा सी चूक से महामारी प्रबंधन में अब तक किया गया कार्य प्रभावित हो सकता है.

भूषण ने पत्र में कहा कि राज्यों को संक्रमण के प्रसार की निगरानी जारी रखना चाहिए. कोविड-19 के त्वरित और प्रभावी प्रबंधन के लिए आवश्यक कदम उठाने की सलाह दी है. चिंता वाले क्षेत्रों में नियमित निगरानी और तुरंत कार्रवाई महत्वपूर्ण है. उन्‍होंने कहा कि टेस्ट-ट्रैक-ट्रीट-टीकाकरण और कोविड-उपयुक्त व्यवहार का पालन करते हुए निगरानी होनी चाहिए. इस कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए रोकथाम के प्रयासों का पालन होना चाहिए. उन्होंने राज्यों से सभी स्वास्थ्य केंद्रों में फ्लू जैसी बीमारी (एलएलएल) और एसएआरआई मामलों की नियमित आधार पर निगरानी करने, अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के निर्धारित नमूनों के लिए जीनोमिक सीक्‍वेंसिंग, जांच स्थलों से नमूनों का संग्रह (पहचान की गई स्वास्थ्य केंद्रों) करने के लिए कहा है.

भूषण ने कहा कि सभी पात्र लोगों के टीकाकरण पर भी जोर देने को कहा है. मंत्रालय जारी और सामूहिक प्रयासों में राज्यों को अपेक्षित सहयोग देना जारी रखेगा. इस बीच, केंद्र सरकार ने शुक्रवार को घोषणा की है कि कोविड -19 की एहतियाती खुराक अब 18 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को दी जा सकती है और दूसरी खुराक के प्रशासन के नौ महीने पूरे हो गए हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि निजी केंद्रों पर टीकाकरण 10 अप्रैल से शुरू होगा.

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