विंटर में स्वेटर पहनकर सोना हो सकता है खतरनाक, हो सकती है ये 3 बीमारियां

अगर आप हार्ट की समस्या से जूझ रहे हैं तो बता दें कि विंटर (Winter) में रात में बिल्कुल ही ऊनी कपड़े (Woolen Clothes) पहनकर नहीं सोना चाहिए. इन कपड़ों के फाइबर सूती कपड़ों के फाइबर से मोटे होते हैं और इनमें छोटे-छोटे कई एयर पॉकेट्स बने होते हैं जो एक इंसुलेटर का काम करते हैं. सर्दियों में गर्माहट (Warm) पाने के लिए हम जब रजाई या कंबल ओढते हैं और साथ में ऊनी कपड़े भी पहन लेते हैं तो ऊनी कपड़ों के फाइबर हमारी शरीर की गरमी को लॉक कर देते हैं. ऐसे में ये दोनों गर्मी डायबिटीज के मरीजों और खासकर हार्ट के मरीजों के लिए खतरनाक (Dangerous) बन सकती है.
रात में स्वेटर पहनकर सोने से बीपी की समस्या बढ़ सकती है.
सर्दियों (Winter) के इस मौसम में खुद को गर्म रखने के लिए लोग ऊनी कपड़ों के बहुत सारे लेयर चढ़ा लेते हैं जिससे शरीर की गर्माहट बाहर ना जाए. ऊनी कपड़े दरअसल हीट कंडक्टर होते हैं जो शरीर से निकलने वाली गर्मी को लॉक कर देते हैं जिससे बॉडी गर्म रहती है. ऐसे में कई लोग रात के समय स्वेटर (Sweater) या ऊनी मोजे आदि पहनकर ही सोना पसंद करते हैं. लेकिन आपको बता दें कि आपकी ये छोटी सी गलती आपके सेहत (Health) को काफी नुकसान पहुचा सकती है. यहां हम आपको बता रहे हैं कि रात में स्वेटर पहनकर सोने के क्या-क्या नुकसान हो सकते हैं.
स्वेटर पहनकर सोने के नुकसान
1.हो सकती है बेचैनी या घबराहट
विशेषज्ञों का कहना है कि विंटर के मौसम में रक्तवाहिनियां सिकुड़ जाती हैं और जब हम ऊनी कपड़े पहनकर रजाई के अंदर सोते हैं तो अत्यधिक गर्मी से कभी-कभी बेचैनी, घबराहट, ब्लड प्रेशर लो होने जैसी शिकायत हो सकती है. ऐसे में लापरवाही में बड़ा नुकसान हो सकता है. ऐसे में जब भी सोएं तो कॉटन के कपड़े ही पहनकर सोएं.
अगर आप रात के समय ऊनी कपड़े पहनकर सोएंगे तो हो सकता है कि स्किन पर एलर्जी और खुजली की समस्या हो जाए. यह समस्या उन लोगों को अधिक होती है जिनकी स्किन ड्राई है. इससे आपकी स्किन पर दाने, चकत्ते, रैशेज हो सकते हैं. ऐसे में बेहतर होगा कि रात को सोने से पहले अपने पूरे शरीर पर बॉडी लोशन लगाएं और इसके बाद ही सोएं. अगर स्किन नम रहेगी तो एलर्जी की संभावना भी कम रहेगी.
अगर आप हार्ट की समस्या से जूझ रहे हैं तो बता दें कि रात में बिल्कुल ही ऊनी कपड़े पहनकर नहीं सोना चाहिए. इन कपड़ों के फाइबर सूती कपड़ों के फाइबर से मोटे होते हैं और इनमें छोटे-छोटे कई एयर पॉकेट्स बने होते हैं जो एक इंसुलेटर का काम करते हैं. सर्दियों में गर्माहट पाने के लिए हम जब रजाई या कंबल ओढते हैं और साथ में ऊनी कपड़े भी पहन लेते हैं तो ऊनी कपड़ों के फाइबर हमारी शरीर की गरमी को लॉक कर देते हैं. ऐसे में ये दोनों गर्मी डायबिटीज के मरीजों और खासकर हार्ट के मरीजों के लिए खतरनाक बन सकता है.
विंटर में अगर बहुत ठंड लग रही है तो आप बेहतर होगा कि कॉटन या रेशम का कपड़ा पहने और इसके उपर कोई हल्का ऊनी कपड़ा पहनकर रात को सोएं. लेकिन ऐसा तभी करें जब बहुत अधिक ठंड हो. (Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारियों पर आधारित हैं. crime cap news इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)