कितनी होती है IAS Officer Salary की सेलरी, घर-गाड़ी समेत मिलती हैं ये सुविधाएं

यूपीएससी की परीक्षा में सफलता हासिल करने के बाद भारतीय प्रशासनिक सेवा यानि आईएएस रैंक पाने वाले अभ्यर्थियों को देश की नौकरशाही व्यवस्था में काम करने का मौका मिलता है। यूपीएसएसी की परीक्षा में भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस), भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) और भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) समेत 25 से अधिक वर्ग की सेवाएं आती हैं। इसमें आईएएस को सबसे प्रमुख माना जाता है। आईएएस बनने वाले अभ्यर्थी प्रशासनिक व्यवस्था संभालते हैं और जिलाधिकारी से लेक कैबिनेट सचिव तक बनते हैं। कैबिनेट सचिव का पद आईएएस अधिकारी की सबसे ऊंची रैंक है।
भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं में मानी जाने वाली संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की परीक्षा में हर साल देश के लाखों युवा शामिल होते हैं। सिविल सेवाओं के लिए होने वाली यूपीएससी की परीक्षा में सफल अभ्यर्थी ही आईएएस, आईपीएस और आईएफएस जैसी शानदार सेवाओं में जाते हैं। भारत की टॉप क्लास सेवाओं में शुमार इन सेवाओं का क्रेज ही है कि इसमें शामिल होने के लिए इंजीनियर, डॉक्टर जैसे पेशे से जुड़े बहुत सारे युवा अपनी अच्छी खासी नौकरी और लाखों का पैकेज छोड़कर इसमें इसमें शामिल होते हैं।
आईएएस का वेतन यूपीएससी की परीक्षा सफल कर आईएएस बनने वाले अभ्यर्थियों को जहां देश की प्रतिष्ठित नौकरशाही का हिस्सा बनते हैं वहीं इन्हें एक शानदार सेलरी पैकेज और कई सारी अन्य सुविधाएं भी मिलती हैं। 7वें वेतन आयोग के मुताबिक आईएएस अधिकारी का मूल वेतन 56,100 रुपये है। आईएएस अफसर को सेलरी के साथ ही कई अन्य सारे भत्ते भी दिए जाते हैं। रिपोर्ट बताती हैं कि आईएएस अफसर की कुल सेलरी 1 लाख रुपये से ज्यादा होती है। वहीं आईएएस के सबसे वरिष्ठ रैंक कैबिनेट सचिव का वेतन 2,50,000 तक पहुंचा जाता है। आईएएस वर्ग में किसी अधिकारी का यह सबसे अधिकमत वेतन होता है।
सेलरी के अलावा भी कई सुविधाएं आईएएस अफसर की सेलरी का विभिन्न पे-बैंड में बंटी होती है जिसमें जूनियर स्केल, सीनियर स्केल और सुपर टॉप स्केल में शामिल है। आईएएस अधिकारी को कई सारी सुविधाएं मिलती हैं जिसमें यात्रा भत्ता और महंगाई भत्ता और घर किराया जैसे भत्ते शामिल हैं। आईएएस अफसर को जो पे-बैंड मिलता है उसी के आधार पर उसी के आधार पर उन्हें घर, खाना बनाने के लिए रसोइयां और सहायता के लिए अन्य स्टाफ भी मुहैया कराए जाते हैं। आईएएस को कहीं जाने के लिए गाड़ी और ड्राइवर की सुविधा भी दी जाती है। इसके साथ ही आईएएस अफसर को पोस्टिंग के दौरान कई बार अन्य जगहों पर भी भेजा जाता है। ऐसे मौकों पर उसे वहां भी सरकारी घर दिया जाता है।