मजाक में मर्यादा का ध्यान रखना जरूरी, सेलिब्रिटी होना बड़ी जिम्मेदारी, कभी-कभी माफी काफी नहीं होती

भारत के लिए वर्ल्ड कप जीत चुके पूर्व भारतीय क्रिकेटर हरभजन सिंह, युवराज सिंह और सुरेश रैना ने पिछले दिनों वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लीजेंड लीग जीतने के बाद जैसा जश्न मनाया उससे हर एक भारतीय आहत है. इन दिग्गजों जीत की खुशी में दिव्यांग कम्युनिटी का मजाक उड़ाया जो किसी तरह से माफी के काबिल नहीं है.
नई दिल्ली.
जीत का जश्न मनाना तो जरूरी होता है लेकिन आवेश में आकर हमें यह ध्यान रखना होता है कि कहीं कुछ ऐसा ना कर जाएं जिससे किसी की भावना को आहत कर दें. भारत के लिए वर्ल्ड कप जीत चुके पूर्व भारतीय क्रिकेटर हरभजन सिंह, युवराज सिंह और सुरेश रैना ने पिछले दिनों वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लीजेंड लीग जीतने के बाद जैसा जश्न मनाया उससे हर एक भारतीय आहत है. इन दिग्गजों जीत की खुशी में दिव्यांग कम्युनिटी का मजाक उड़ाया जो किसी तरह से माफी के काबिल नहीं है.
भारत में खेल और खिलाड़ी को जितना सम्मान मिलता है वो शायद किसी और देश में नहीं दिया जाता. खेल में खास मुकाम हासिल करने से सिर्फ आपका रुतबा ही नहीं बढ़ता बल्कि बड़ी जिम्मेदारी भी आती है. क्रिकेट को भारत में किसी धर्म की तरह से लिया जाता है. क्रिकेटर को भगवान तक का दर्ज देने से फैंस नहीं चूकते लेकिन जब उपमा भगवान की मिले तो फिर आपको सचिन तेंदुलकर जैसा व्यक्तित्व भी बनाना होता है. हम ये बात क्यों कर रहे हैं क्योंकि टर्बनेटर, सिक्सर किंग और मिस्टर आईपीएल जैसी उपमा हासिल करने वाले दिग्गज हरभजन, युवराज और सुरेश रैना ने अंजाने में अपने ही फैंस का दिल दुखाया है.
मजाक में मर्यादा का पालन जरूरी
भारत और पाकिस्तान के बीच जब कभी भी मैच होता है तो खिलाड़ी हो या फैंस सारी हदें पार कर देते हैं. ऐसा ही कुछ हुआ जब इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले चुके खिलाड़ी की लीग में भारतीय टीम ने पाकिस्तान को फाइनल में हराकर ट्रॉफी जीती. युवराज सिंह की कप्तानी में भारत ने पाकिस्तान को हरा वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लिजेंड का खिताब जीता. इस जीत के बाद युवराज, हरभजन और सुरेश रैना ने मजाक करते हुए वीडियो बनाया और मर्यादा भूल गए. वीडियो बनाते हुए तीनों ने ही लंड़गाने की एक्टिंग की जो दिव्यांग कम्युनिटी के साथ साथ हर एक भारतीय को आहत कर गया.
सेलिब्रिटी होना बड़ी जिम्मेदारी
यह बात समझ आता है कि अंडर 19 टीम के खिलाड़ी जीत के जश्न में अपनी सीमा लांघ जाएं लेकिन दशकों तक इंटरनेशनल क्रिकेट खेलने के बाद संन्यास ले चुके दिग्गज अगर जश्न मनाते हुए मर्यादा भूल जाएं तो यह गलत उदाहरण पेश करता है. हम आम जिंदगी में भी अपने आस पास हमारे से शारिरिक तौर किसी वजह से कम रह गए लोगों की भावनाओं का ध्यान रखते हैं. इस बात का ध्यान रखते हैं कि हमारी किसी हरकत से उनको ठेस ना पहुंचे, ऐसे में सेलिब्रिटी होने पर तो जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है.
माफी भी कभी कभी कम पड़ जाती है
हरभजन सिंह ने साथियों के साथ मिलकर दिव्यांग कम्युनिटी से अपने वीडियो के लिए माफी जरूर मांग ली लेकिन जो ठेस उनके दिल को पहुंची है उसके लिए यह काफी नहीं. युवराज सिंह और सुरेश रैना के साथ मिलकर जो वीडियो हरभजन ने बनाया उसे डिलीट कर दिया गया है लेकिन कहीं ना कहीं उनके द्वारा बनाया गया मजाक जहन में रह जाएगा. पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी मानसी जोशी ने इसे लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की तब वीडियो हटाया गया और माफी मांगी गई. काश इस वीडियो को बनाने वक्त ही इन स्टार खिलाड़ियों का ध्यान इस तरफ गया होता तो आगे उनको अपनी बात ना रखनी पड़ती. खैर गलती पर माफी मांगने के लिए भी साफ दिल चाहिए होता है जो देश की सेवा करने वाले इन स्टार क्रिकेटरों में है. भविष्य में इससे सीख लेकर हमारे युवा खिलाड़ी सबके प्रति सम्मान का भाव रखते हुए इस तरह की घटना बचना चाहेंगे.