कोचिंग सिटी कोटा को लगा ग्रहण, एक के बाद एक 3 स्टूडेंट हुए लापता, थर्र-थर्र कांप रहे परिजन, पुलिस सन्न

देश की कोचिंग सिटी कोटा इन दिनों खौफ में है. यहां के कोचिंग स्टूडेंट्स और उनके परिजन ही नहीं बल्कि पुलिस प्रशासन भी हड़बड़ाया हुआ है. वजह है कोचिंग स्टूडेंट्स के सुसाइड केसेज के बीच उनके लापता होने की खबरें और उनके साथ दूसरे तरह की अपराधों का बढ़ता ग्राफ. कोचिंग सिटी से फिलहाल दो छात्र लापता चल रहे हैं.
कोटा.
देश की सबसे बड़ी कोचिंग सिटी कोटा को ग्रहण लग गया है. कोटा में पढ़ाई के दबाव में कोचिंग स्टूडेंट्स की सुसाइड की घटनाओं के बीच अब उनके लापता होने की खबरों से पुलिस प्रशासन के होश उड़े हुए हैं. वहीं स्टूडेंट्स के अभिभावक भी चिंता में डूबे हैं. बीते आठ दिनों में कोटा से एक के बाद एक तीन कोचिंग स्टूडेंट लापता हो गए हैं. इनमें से एक स्टूडेंट मिल गया है. दूसरे और तीसरे की तलाश लिए पुलिस जंगल और चंबल की खाक छान रही है. इन दोनों स्टूडेंट्स अभी तक कोई सुराग नहीं लग पाया है.
कोटा में कोचिंग स्टूडेंट्स के लापता होने का सिलसिला 11 फरवरी से शुरू हुआ था. सबसे पहले मध्य प्रदेश के राजगढ़ का रहने वाला रचित लापता हुआ था. रचित की बीते आठ दिनों से लगातार तलाश की जा रही है. लेकिन उसका अभी तक कोई सुराग नहीं लग पाया है. उसकी लास्ट लोकेशन गरड़िया महादेव मंदिर के पास आई थी. उसके बाद पुलिस प्रशासन, होमगार्ड, एसडीआरएफ की टीम और गोताखोर उसकी तलाश में मुकुंदरा के घने जंगलों और चंबल नदी में सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं कि लेकिन अभी तक को कुछ भी पता नहीं चल पाया है.
उसके दो दिन बाद ही 13 फरवरी को दूसरा कोचिंग स्टूडेंट पीयूष कपासिया लापता हो गया. पीयूष उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर का रहने वाला है. यह सिलसिला यही नहीं थमा और 17 फरवरी को सीकर के नीमकाथाना का युवराज कुमावत लापता हो गया. इससे पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया. हालांकि युवराज का बाद में पता चल गया था. वह बिना बताए आगरा निकल गया था. वह मोबाइल और सीसीटीवी फुटेज से ट्रेस हो गया. इस पर पुलिस ने थोड़ी राहत की सांस ली. लेकिन रचित और पीयूष का अभी तक कोई सुराग नहीं लग पाया है. बड़ी संख्या में उनके परिजन और रिश्तेदार कोटा में डेरा डाले हुए हैं.
एक स्टूडेंट के लापता होने के बाद पुलिस ने दूसरे स्टूडेंट्स के लापता होने की खबरों को दबाने का भी प्रयास किया लेकिन ये मामले फिर उजागर हो गए. उल्लेखनीय है कि कोटा में बीते काफी समय से कोचिंग स्टूडेंट्स में पढ़ाई के दबाव के चलते सुसाइड करने की प्रवृत्ति बढ़ गई है. बीते साल 28 स्टूडेंट्स ने सुसाइड कर लिया था. इस साल भी करीब आधा दर्जन कोचिंग स्टूडेंट्स मौत को गले लगा चुके हैं. वहीं पिछले दिनों एक कोचिंग स्टूडेंट से गैंग रेप की वारदात सामने आई थी. इसके अलावा एक छात्रा से टीचर द्वारा छेड़छाड़ करने की घटना भी हुई थी.