Kerala Blast: 4 साल के बच्चे में जहर घोल रहा है ईसाई समूह, मार्टिन ने बताया क्यों किया कन्वेंशन सेंटर में धमाका

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) कानून-व्यवस्था एम.आर. अजित कुमार ने संवाददाताओं को बताया कि विस्फोटों में एक महिला की मौत हो गई और 45 से अधिक लोग घायल हो गए, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर है. अधिकारी ने यह भी कहा कि डोमिनिक मार्टिन नामक व्यक्ति ने त्रिशूर जिले के कोडकारा थाने में आत्मसमर्पण किया है और उसका दावा है कि उसने ही विस्फोट किया है.
कोच्चि
. ईसाइयों के ‘यहोवा के साक्षी’ संप्रदाय का सदस्य होने का दावा करने वाले एक व्यक्ति ने रविवार सुबह यहां कलमश्शेरी में एक ईसाई धार्मिक सभा में हुए कई विस्फोटों की जिम्मेदारी लेते हुए सोशल मीडिया पर एक वीडियो संदेश पोस्ट किया. विभिन्न टीवी चैनलों पर प्रसारित वीडियो में खुद की पहचान डोमिनिक मार्टिन के रूप में बताते हुए व्यक्ति ने दावा किया कि उसने विस्फोट इसलिए किए क्योंकि संगठन की शिक्षाएं ‘देश के लिए सही नहीं’ हैं.
व्यक्ति ने कहा कि उसने लोगों को यह बताने के लिए वीडियो बनाया कि उसने यह निर्णय क्यों लिया. उसने इसे ‘अच्छी तरह से सोचा-समझा’ निर्णय बताया. उसने कहा, “मेरा नाम मार्टिन है. मुझे आशा है कि आप सभी उस घटना के बारे में जानते होंगे जो ‘यहोवा के साक्षी’ के एक सम्मेलन में घटा है. धमाका हुआ और गंभीर परिणाम हुए. मैं इसकी पूरी जिम्मेदारी लेता हूं. वह बम विस्फोट मैंने ही किया था.”
मार्टिन ने आगे बताया, “मैं आपको बताऊंगा कि मैंने ऐसा क्यों किया. मैं पिछले 16 वर्षों से ‘यहोवा के साक्षी’ ईसाई धार्मिक समूह का हिस्सा रहा हूं. शुरू में मैंने इसे बहुत गंभीरता से नहीं लिया, लेकिन लगभग छह साल पहले मुझे एहसास हुआ कि वह एक अच्छा संगठन नहीं है और उनकी शिक्षाएं देश के लिए सही नहीं हैं. मैंने उनसे कहा कि उन्हें अपना तरीका बदलना चाहिए.” उसने कहा कि किसी देश में रहना, लेकिन उस देश के लोगों को अपमानजनक रूप में कोसना और संबोधित करना कहीं से भी सही नहीं है.
उसने कहा, ‘लेकिन उनकी विचारधारा गलत है. यहोवा के साक्षियों, आपकी विचारधारा गलत है. आप किसी की मदद नहीं करते या किसी का सम्मान नहीं करते. आप चाहते हैं कि आपके अलावा हर कोई नष्ट हो जाए. यही आपकी विचारधारा है.’ ‘यहोवा के साक्षी’ ईसाई धार्मिक संप्रदाय की स्थापना 19वीं सदी में अमेरिका में हुई थी.
आरोपी ने कहा, “वे 4 साल के एक बच्चे से कह रहे हैं कि अगर दूसरे समुदाय का कोई व्यक्ति तुम्हें चॉकलेट देता है, तो तुम्हें वह नहीं खानी चाहिए. इतनी कम उम्र से ही वे बच्चों के अंदर राष्ट्रगान न गाने की सीख देने जैसा जहर घोल रहे हैं.” मार्टिन ने कहा, “मैंने ऐसा फैसला इसलिए लिया क्योंकि मैं समझ गया था कि यह संस्था देश के लिए खराब है. राजनीतिक दल कोई कार्रवाई नहीं करेंगे क्योंकि हर कोई धर्म से डरता है. आप सभी को अपनी आंखें खोलनी चाहिए.”
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) कानून-व्यवस्था एम.आर. अजित कुमार ने संवाददाताओं को बताया कि विस्फोटों में एक महिला की मौत हो गई और 45 से अधिक लोग घायल हो गए, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर है. अधिकारी ने यह भी कहा कि डोमिनिक मार्टिन नामक व्यक्ति ने त्रिशूर जिले के कोडकारा थाने में आत्मसमर्पण किया है और उसका दावा है कि उसने ही विस्फोट किया है.