‘लाल छड़ी मैदान खड़ी’ वाली एक्ट्रेस हैं सालों से गायब, जितेंद्र-शम्मी कपूर संग लूटा था दिल, पीक पर छोड़ा करियर

साल 1965 में रिलीज हुई दिग्गज दिवंगत एक्टर शम्मी कपूर (Shammi Kapoor) की सुपरहिट फिल्म ‘जानवर’ के गाने आज भी म्यूजिक प्रेमियों के दिलों में बसे हुए हैं. खास कर ‘लाल छड़ी मैदान खड़ी’ (Lal Chhadi Maidan Khadi ) गाना. गाने में दिख रही इस एक्ट्रेस को लोग भले ही चेहरे से पहचान जाएं लेकिन बेहद कम लोग इनके नाम से वाकिफ होंगे. ऐसा इसलिए क्योंकि जब इस एक्ट्रेस का करियर एकदम पीक पर था तब वह बॉलीवुड से अपना नाता तोड़ विदेश जाकर बस गईं. चलिए जानते हैं इस बारे में विस्तार से…
राजश्री लोकप्रिय फिल्म निर्माता वी शांताराम और उनकी दूसरी पत्नी व अभिनेत्री जयश्री की बेटी हैं
नई दिल्ली. डायरेक्टर बप्पी सोनी के निर्देशन में बनी शम्मी कपूर (Shammi Kapoor) स्टारर ‘जानवर’ (Jaanwar) बॉलीवुड की यादगार फिल्मों में एक है. फिल्म की कहानी के साथ ही इसके गाने ‘लाल छड़ी मैदान खड़ी’ (Lal Chhadi Maidan Khadi), ‘तुमसे अच्छा कौन है’ (Tumse Achha Kaun Hai), ‘मेरी मोहब्बत जवान रहेंगे’ (Meri Mohabbat Jawan Rahegi) आज भी सुनकर लोग खुश हो जाते हैं. इन सभी गानों में शम्मी कपूर के साथ दिखाई दे रही मासूम मुस्कान वाली एक्ट्रेस आज भले ही बॉलीवुड से दूर हैं लेकिन उनकी खूबसूरती और एक्टिंग आज भी लोगों के दिलों दिमाग पर बसी हुई है. आज भले ही उनका नाम फिल्म प्रेमियों के जुबान नहीं आता लेकिन चेहरा नजर आते ही उनकी मासूम मुस्कान नजरों के सामने आ जाया करती है.
इस फिल्म में जिस एक्ट्रेस ने अपनी सादगी भरी खूबसूरती से दर्शकों का दिल जीता था, उनका नाम राजश्री (Rajshree) है. राजश्री (का असली नाम राजशमरी शांताराम है हालांकि वह बॉलीवुड में राजश्री नाम से मशहूर थीं. राजश्री बॉलीवुड के पॉपुलर डायरेक्टर वी शांताराम और उनकी सेकेंड वाइफ एक्ट्रेस जयश्री की बेटी हैं. उनके भाई किरण शांताराम मुंबई के पूर्व शेरिफ थे. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें राजशमरी शांताराम अपनी मां से इतनी मिलती जुलती थीं कि लोग उन्हें उनकी मां के नाम पर यानी राजश्री ही बुलाने लगे. वह बॉलीवुड में इसी नाम से पॉपुलर थीं.
फिल्मी घराने से संबंध रखने वाली राजशमरी शांताराम उर्फ जयश्री ने बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट अपने करियर की शुरुआत की थी. 8 अक्तूबर 1944 को मुंबई में जन्मी राजश्री की पहली लीड एक्ट्रेस वाली फिल्म ‘गीत गाया पत्थरों ने’ थी. इस फिल्म को उनके पिता शांताराम ने डायेक्ट किया था. यह फिल्म साल 1964 में रिलीज हुई थी. फिल्म में जितेंद्र लीड एक्टर थे. ऐसे में राजश्री ने जितेंद्र के साथ अपनी शानदार केमिस्ट्री से हर किसी का दिल जीत लिया.
