धर्म

कब है एकादशी, शनि आमवस्या? देखें अगस्त के चौथे सप्ताह के व्रत

अगस्त माह के चौथे सप्ताह का प्रारंभ आज से हो रहा है. इस सप्ताह में अजा एकादशी (Aja Ekadashi), प्रदोष व्रत, मासिक शिवरात्रि, शनि अमावस्या (Shani Amavasya) जैसे व्रत और त्योहार आने वाले हैं.

अजा एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा करते हैं.

 

अगस्त माह के चौथे सप्ताह का प्रारंभ आज 21 अगस्त दिन रविवार से हो रहा है. यह सप्ताह 21 से 27 अगस्त है. इस सप्ताह में अजा एकादशी (Aja Ekadashi), प्रदोष व्रत, भाद्रपद की मासिक शिवरात्रि, भाद्रपद अमावस्या, शनि अमावस्या (Shani Amavasya) जैसे व्रत और त्योहार आने वाले हैं. महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में मनाया जाने वाला पोला त्योहार भी इसी सप्ताह में है. जैन धर्म का सबसे पवित्र पर्यूषण पर्व का प्रारंभ भी इसी सप्ताह में होने वाला है. काशी के ज्योतिषाचार्य चक्रपाणि भट्ट से जानते हैं कि अगस्त के चौथे सप्ताह के ये व्रत और त्योहार किस दिन हैं?

अगस्त 2022 चौथे सप्ताह के व्रत-त्योहार

23 अगस्त, मंगलवार: अजा एकादशी व्रत, पर्यूषण पर्व
अजा एकादशी व्रत 2022
भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि​ को रखे जाने वाला अजा एकादशी व्रत इस साल 23 अगस्त दिन मंगलवार को है. इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करते हैं और अजा एकादशी व्रत कथा सुनते हैं. इस व्रत को करने से राजा हरिश्चंद्र को उनका खोया हुआ राजपाट मिल गया था. मृत पुत्र जीवित हो गया था. उनके दुख मिट गए थे और जीवन के अंत में परिवार सहित स्वर्ग की प्राप्ति हुई थी.

पर्यूषण पर्व 2022
जैन धर्म के वार्षिक पर्वों में से पर्यूषण पर्व सबसे पवित्र माना जाता है. यह 23 अगस्त से प्रारंभ हो रहा है. पर्यूषण पर्व 8 से 10 दिन का होता है. इसे भाद्रपद मास में मनाया जाता है.

24 अगस्त, बुधवार: प्रदोष व्रत
प्रदोष व्रत 2022
भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत रखा जाएगा, जो 24 अगस्त बुधवार को है. यह बुध प्रदोष व्रत है. इस दिन शिव आराधना करते हैं और प्रदोष व्रत कथा सुनते हैं. शिव कृपा से दुख दूर होते हैं और मनोकामनाएं पूरी होती हैं. प्रदोष व्रत के दिन शाम के समय में भगवान शिव की पूजा की जाती है.

25 अगस्त, गुरुवार: मासिक शिवरात्रि
भाद्रपद शिवरात्रि 2022
भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मासिक शिवरात्रि है. इस भगवान भोलेनाथ को समर्पित है. इस दिन लोग भगवान शंकर की पूजा करते हैं. इस दिन रात्रि प्रहर की पूजा महत्वपूर्ण मानी जाती है. भाद्रपद शिवरात्रि 25 अगस्त को है.

27 अगस्त, शनिवार: भाद्रपद अमावस्या, पिठोरी अमावस्या, पोला, शनि अमावस्या
शनि अमावस्या 2022
भाद्रपद माह की अमावस्या 27 अगस्त शनिवार को है. यह शनि अमावस्या है, इसे पिठोरी अमावस्या भी कहते हैं. इस दिन नदियों में स्नान और दान करने की परंपरा है. शनि अमावस्या को शनि देव की पूजा करने से दोष शांत होते हैं. कष्टों से मुक्ति मिलती है. अमावस्या पर पितृदोष शांति के उपाय भी करते हैं.

पोला 2022
पोला त्योहार 27 अगस्त को है. इस दिन बैल की पूजा करते हैं क्योंकि कृषि कार्य में उनका बहुत योगदान होता है. यह त्योहार मुख्यत: महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में मनाया जाता है.

डोनेट करें - जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर क्राइम कैप न्यूज़ को डोनेट करें.
 
Show More

Related Articles

Back to top button