बेटी का अधजला पैर लेकर थाने पहुंचे परिजन, बोले- साहब पायल और बिछिया से हुई पहचान…हमें इंसाफ चाहिए

विवाहिता के ससुरालवालों पर आरोप है कि उन्होंने दहेज की मांग पूरी नहीं होने पर महिला की गला दबाकर हत्या कर दी. इसके बाद उनके शव को रेत में गाड़ दिया. बाद में सबूत मिटाने की नीयत से शव को रेत से बाहर निकाला गया और उसे जला दिया गया. हालांकि, शव पूरी तर से नहीं जल सका था.
बेटी का अधजला पैर लेकर परिजन इंसाफ के लिए मुफस्सिल थाना पहुंचे.
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आरा (भोजपुर).
तमाम प्रयासों के बावजूद बिहार में दहेज हत्या की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं. भोजपुर जिले से दहेज हत्या की झकझोर देने वाली एक घटना सामने आई है. परिजनों का आरोप है कि दहेजलोभी ससुरालियों ने पहले विवाहिता की गला दबाकर हत्या कर दी और उसके बाद शव को गाड़ दिया. पकड़े जाने के डर से फिर शव को खोदकर निकाला गया और उसे जलाने का प्रयास किया गया. भेद खुलने पर शव को अधजली अवस्था में ही छोड़कर फरार हो गए. घटना की सूचना मिलने पर महिला के परिजन मौके पर पहुंचे और पैर में पहने पायल एवं बिछिया से बेटी की पहचान की. इंसाफ के लिए विवाहिता के अधजले पैर को लेकर परिजन थाने पहुंच गए. वहीं, पुलिस ने मामला दर्ज कर हत्यारोपियों की तलाश शुरू कर दी है.
जानकारी के अनुसार, दिल-दिमाग को हिला देने वाली यह घटना भोजपुर जिले के आरा के मुफस्सिल थाना क्षेत्र की है. इंसाफ के लिए घरवाले बतौर सबूत बेटी का जला हुआ पैर लेकर थाने पहुंच गए. आरोप है कि ससुरालवालों ने विवाहिता की पहले गला दबाकर हत्या कर दी और फिर साक्ष्य मिटाने के लिए शव को पहले जमीन में गाड़ दिया और फिर पकड़े जाने के डर से उनका शव निकाल कर उसे जालाने का प्रयास किया गया. मृतका के परिजनों को जब इसका पता चला तो वे मौके पर पहुंचे और मृतका के अधजले पैर में पहने बिछिये और पायल से उनकी पहचान की.

बेटी का अधजला पैर लेकर पुलिस स्टेशन पहुंचे मृतक महिला के परिजनों ने पुलिस से इंसाफ की मांग की है.
मई 2021 में हुई थी शादी
मुफस्सिल थाना के बभनगावां निवासी अखिलेश बिंद की बेटी ममता देवी की शादी मई 2021 में मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बरौली गांव निवासी शत्रुघन बिंद के साथ हुई थी. ममता के माता-पिता राजकोट (गुजरात) में रहकर मजदूरी करते थे, इसलिए वह लंबे समय से बरौली गांव में ही अपने मामा के साथ रहती थीं. मई 2021 में ममता के मामा बिगन बिंद ने बड़े धूमधाम से गांव के ही शत्रुघन बिंद के साथ की उनकी शादी की थी. बताया जाता है कि शादी के समय मायके पक्ष के लोगों ने शत्रुघ्न बिंद को दहेज के रूप में पैसे और अन्य सामान दिए थे. इसके बावजूद शत्रुघ्न शादी के बाद से ही ममता को मायकेवालों से 1 लाख रुपये मांगने के लिए प्रताड़ित करता था. आरोप है कि रुपये न मिलने की वजह से शत्रुघ्न ने अपने घरवालों के साथ मिलकर ममता की पहले हत्या कर दी और फिर शव को चांदी थाना के सारिपुर-विशुनपुर में सोन नदी घाट के पास पहले बालू में गाड़ दिया और फिर शव को निकालकर उसे जलाकर फरार हो गए.
ऐसे खुला भेद
ममता की हत्या के बाद उसके शव को जलाने के लिए उसके ससुरालवालों ने एक सवारी गाड़ी को किराए पर लिया था. शव को रेत में गाड़ने के बाद गाड़ी का ड्राइवर लौट रहा था, जब स्थानीय लोगों ने शक होने पर उसे पकड़ लिया. ड्राइवर से पूछताछ पर मामले का खुलासा हुआ. इसे बाद पुलिस को इसकी सूचना दी गई. इस बीच ससुरालवालों ने ममता के शव को रेत से निकालकर उसे जलाना शुरू कर दिया और मौका देख फरार हो गए. ममता की हत्या की सूचना उनके मामा को मिली और वो मौके पर पहुंचे, लेकिन तबतक शव को जला दिया गया था. हालांकि, शव पूरी तरह नहीं जला था. इसके बाद ममता के अधजले पैर में बिछिया और पायल देखकर उनकी पहचान की गई.
अधजला पैर लेकर थाने पहुंचे परिजन
बुधवार को घटी इस घटना के बाद ममता के मामा इंसाफ के लिए उनका अधजला पैर लेकर मुफस्सिल थाने पहुंचे. पुलिस ने मृतका के मामा के बयान पर ममता के पति शत्रुघ्न बिंद और ससुर सहित ससुराल पक्ष के तीन अन्य लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया. पुलिस ने केस दर्ज करने के बाद सबूत के तौर पर लाए गए अधजले पैर को डीएनए टेस्ट के लिए पटना स्थित फॉरेंसिक लैब में भेज दिया है. मुफस्सिल थाने की पुलिस शव को गाड़ी में ले जानेवाले ड्राइवर को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास भी किए जा रहे हैं.