पीएम के दौरे पर तंज कस बोले अखिलेश- उन्हें एक-दो या तीन नहीं बल्कि…

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वाराणसी दौरे को लेकर सपा प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने विवादित बयान दिया है। अखिलेश यादव ने पीएम मोदी के लंबे वक्त तक काशी में रहने को लेकर कहा, ”एक महीना, दो महीना, तीन महीने वही रहें। बहुत अच्छी बात है, वह जगह ही रहने वाली है। आखिरी समय में वहीं रहा जाता है बनारस में।”
पीएम मोदी काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के उद्घाटन के मौके पर वाराणसी के दौरे पर हैं। इस कॉरिडोर को लेकर समाजवादी पार्टी के मुखिया पहले ही दावा कर रहे हैं कि उनके कार्यकाल के दौरान काशी विश्वनाथ कॉरिडोर को पास किया गया था।समाजवादी पार्टी के मुखिया अपने गांव सैफई पहुंचे थे। यहां उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए भाजपा पर इटावा में विकास कार्यों को लेकर भेदभाव करने का आरोप लगाया।
अखिलेश यादव ने कहा, ”सभी जानते हैं कि इटावा में मुख्यमंत्री ने जिन परियोजनाओं का उद्घाटन किया था, उनकी शुरुआत किस सरकार ने की थी। इटावा में जेल समाजवादियों ने बनवाई लेकिन उद्घाटन भाजपा वालों ने किया। लॉयन सफारी अब भी शुरू नहीं हुआ, क्रिकेट स्टेडियम बर्बाद हो रहा है, बिजली का बिल ज्यादा आ रहा है। उन्होंने इटावा के साथ भेदभाव किया है।”
सपा प्रमुख ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि किसान को खाद, बिजली की जरूरत है, लेकिन यूरिया, डीएपी के लिए लोगों को केवल सरकार की ओर से लंबी लाइनें दी गई हैं।
#WATCH | "It's good that the programmes are one-month long (for Kashi Vishwanath in Varanasi). They (PM Modi & other BJP leaders) should stay there for not only one, two or three months, people also spend their last moments in Banaras," says SP Chief Akhilesh Yadav, in Saifai. pic.twitter.com/Sqs1AE2hoT
— ANI UP (@ANINewsUP) December 13, 2021
अखिलेश यादव ने कहा, ”यूपी की जनता इस बार बीजेपी सरकार को हटा देगी। जो एक्सप्रेस-वे बने हैं, वे समाजवादी पार्टी के एक्सप्रेस-वे हैं। बीजेपी हमारे सामने झूठ बोल सकती है, लेकिन भगवान के सामने उन्हें झूठ नहीं बोलना चाहिए।”
सपा प्रमुख ने किसान आंदोलन को लेकर कहा, ”भाजपा ने यूपी-पंजाब में होने वाले चुनावों को देखते हुए कृषि कानूनों को वापस लिया, पहले अगर इन कानूनों को वापस ले लिया होता, तो 700 किसानों की जान नहीं जाती।” अखिलेश यादव ने कहा कि सपा की सरकार बनने के बाद जान गंवाने वाले किसानों के परिजनों को हम 25 लाख रुपये का मुआवजा देंगे।