‘जेल में बंद किसानों से मिलने नहीं दिया गया अंग्रेजों से भी ज्यादा क्रूर गुजरात सरकार : केजरीवाल

राजकोट में किसानों से मिलने से रोके जाने पर अरविंद केजरीवाल ने गुजरात सरकार को तानाशाही करार दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि शांतिपूर्वक आंदोलन करने वाले 88 किसानों को फर्जी मामलों में जेल भेजा गया और जेल में उन्हें अमानवीय यातनाएं दी गईं। केजरीवाल ने वादा किया कि दो साल बाद गुजरात में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने पर किसानों के सभी केस वापस लिए जाएंगे।
नई दिल्ली
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को मंगलवार को राजकोट जेल में बंद किसानों से मिलने नहीं दिया गया। बता दें कि केजरीवाल गुजरात के तीन दिवसीय दौरे पर हैं। उन्होंने इसे तानाशाही बताते हुए कहा कि मैंने आवेदन किया था, लेकिन क्रूर और अत्याचारी सरकार ने मिलने की इजाजत नहीं दी।
दो साल बाद गुजारत में बनेगी आप की सरकार- केजरीवाल का दावा
उन्होंने आरोप लगाया कि गुजरात में एक तरफ भाजपा सरकार के दमन से किसान दुखी हैं तो दूसरी तरफ कर्ज लेकर पढ़ने वाले बच्चे पेपर लीक होने से बेरोजगार हैं। रावण और कंस की तरह अहंकार में डूबी भाजपा सरकार अपने खिलाफ उठाने वाली हर आवाज को दबाना चाहती है। लेकिन अब गुजरात के लोग इकट्ठा हो रहे हैं और भाजपा के 30 साल के कुशासन का अंत करने का समय आ गया है। दो साल बाद गुजरात में आम आदमी पार्टी की सरकार बनेगी और किसानों पर दर्ज सारे केस वापस लिए जाएंगे।
क्या मैं कोई आतंकवादी हूं या अपराधी हूं?
राजकोट में पार्टी कार्यालय पर प्रेसवार्ता कर अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज सबने गुजरात की भाजपा सरकार की तानाशाही का जीता-जागता उदाहरण देख लिया। आज सुबह 11 बजे राजकोट जेल में बंद किसान नेताओं से मिलने जाना था, लेकिन मुझे उनसे मिलने नहीं जाने दिया गया। इससे बड़ी तानाशाही और क्या हो सकती है। उन्होंने सवाल किया कि क्या मैं कोई आतंकवादी हूं या अपराधी हूं? जेल में बंद लोग किसान हैं, हमारे देश के नागरिक हैं। वे लोग भी कोई अपराधी नहीं हैं।
यह सरकार अंग्रेजों से भी ज्यादा क्रूर
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैंने सोमवार को जेल में बंद किसानों और नेताओं से मिलने के लिए आवेदन किया था। मंगलवार को सुबह मैसेज भेजकर बताया गया कि मुझे जेल में बंद किसानों से मिलने की इजाजत नहीं है। मैं सोच रहा था कि आजादी की लड़ाई के दौरान जब अंग्रेजों ने सरदार भगत सिंह को गिरफ्तार किया था, तब भगत सिंह के साथियों को भी अंग्रेज जेल में उनसे मिलने की इजाजत देते थे। अंग्रेजों ने कभी भगत सिंह से मिलने के लिए उनके साथियों को रोका नहीं गया। क्या हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने यही देखने के लिए आजादी की लड़ाई लड़ी थी कि एक दिन ऐसी सरकार आएगी, जो अंग्रेजों से भी ज्यादा क्रूर और अत्याचारी होगी?
गुजरात एक खेती प्रधान राज्य है
केजरीवाल ने कहा कि दो माह पहले गुजरात के हड़दड़ में शांतिपूर्वक अपना हक मांग रहे किसानों के साथ घटना हुई। गुजरात एक खेती प्रधान राज्य है। गुजरात की 50 फीसद आबादी खेती से अपना जीवन यापन करती है। गुजरात में करीब 54 लाख किसान परिवार किसानी पर निर्भर हैं। लेकिन आज गुजरात में किसानों का बहुत बुरा हाल है, किसान बहुत दुखी हैं। किसानों को बीज नहीं मिलता, खाद के लिए लंबी-लंबी लाइनें लग रही हैं। किसानों को फसल के पूरे दाम नहीं मिलते हैं। कुछ लोग किसानों के साथ अन्याय करते हैं। फसल के दाम 1500 तक तय होती है, लेकिन किसानों को 1200 रुपए ही देते हैं।
केजरीवाल ने भाजापा पर लगाए गंभीर आरोप
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दो माह पहले जब हड़दड़ में करदा प्रथा के खिलाफ किसान एकत्र हुए, तो अत्याचारी भाजपा की सरकार ने किसानों पर लाठियां बरसाईं, आंसू गैस के गोले छोड़े। पुलिस ने निर्दोष किसानों के घर में घुस कर परिवार के निहत्थे लोगों और शांतिपूर्वक अपनी मांग कर रहे 88 किसानों को गिरफ्तार किया। किसानों पर फर्जी मुकदमें दर्ज किए गए और दो महीने से ये किसान जेल में हैं। इसमें से अब तक 42 किसानों की जमानत हो गई है और बाकी अभी जेल में हैं। जिस दिन जमानत पर कोर्ट में सुनवाई होती है, उस दिन पुलिस कोर्ट ही नहीं पहुंचती है। इससे साफ है कि भाजपा और उसकी पुलिस जानबूझ कर जेल में बंद किसानों का मनोबल तोड़ना चाहती है।
उन्होंने कहा कि सोमवार को मैंने जेल में बंद और जमानत पर बाहर आए किसानों के परिवारों से मुलाकात की। उनको जेल में दी गई यातनाओं की कहानियां सुनकर सोना आ जाएगा। जेल से बाहर आए किसानों के बच्चों ने बताया कि गिरफ्तारी के बाद 24 घंटे तक उन्हें पीने का पानी नहीं दिया गया और ना ही खाने के लिए कुछ दिया गया। पुलिस ने उनकी पिटाई की। क्या भाजपा उनका मनोबल तोड़ना चाहती है। भाजपा को सलाह है कि वह भगवान से डरे। भाजपा यह समझ लेना चाहिए कि गुजरात की जनता अब उसके खिलाफ खड़ी हो रही है।
पेपर लीक कराने वाले भाजपा के ही लोग
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि एक तरफ किसान दुखी हैं और दूसरी तरफ किसानों के बच्चे जेल में हैं। किसान ब्याज पर लाखों रुपए का लोन लेकर अपने बच्चों को पढ़ाता है। जब ये बच्चे नौकरी के लिए प्रतियोगिता परीक्षा देने जाते हैं तो पेपर लीक हो जाता है। अपने पैरेंट्स से हर महीने हजारों रुपए लेकर कई-कई साल से तैयारी कर रहे बच्चों को पेपर लीक होने के बाद रोते हुए देखा गया है। ये बच्चे निराश हो जाते हैं कि अब अगला पेपर कब होगा? पेपर लीक कराने वाले भी भाजपा के ही लोग हैं। पेपर लीक हो रहे हैं, बच्चे बेरोजगार घूम रहे हैं।
गुजरात के हर गली में मिल रहा नशा
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि भाजपा सरकार से युवाओं को रोजगार नहीं दिया जा रहा है। बेरोजगार बच्चे अपनी आवाज न उठाएं, इसीलिए पूरे गुजरात में ड्रग्स बेची जा रही है। गुजरात के हर गली में नशा मिल रहा है।
आज गुजरात में ड्रग्स और सड़क पर गड्ढे खुलेआम बिकती हैं। 30 साल की सरकार में भाजपा ने गुजरात का बुरा हाल कर दिया और अब गुजरात से भाजपा को उखाड़ फेंकने का समय आ गया है।
भाजपा और कांग्रेस दोनों मिले हुए हैं
अभी तक गुजरात के लोगों के पास विकल्प नहीं था। क्योंकि भाजपा और कांग्रेस दोनों मिले हुए हैं, दोनों के ज्वाइंट धंधे हैं। कांग्रेस चाहती ही नहीं है कि गुजरात से भाजपा की सरकार जाए। लेकिन अब गुजरात के लोगों के पास आम आदमी पार्टी का सबसे बेहतर विकल्प है।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि भाजपा का गुजरात में एक भी ऐसा नेता नहीं है जो गुजरात की जनता को उम्मीद देता हो। कांग्रेस और भाजपा से गुजरात की जनता को कोई उम्मीद नहीं है। आज सिर्फ आम आदमी पार्टी लोगों की उम्मीद है।




