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ओडिशा में इंसाफ के लिए लड़ती एक बेटी की मौत सीधे-सीधे भाजपा के सिस्टम द्वारा की गई हत्या है: राहुल गांधी

 

=’जिन्हें रक्षा करनी थी, वही…’, आत्मदाह के बाद छात्रा की मौत पर राहुल गांधी; राज्यपाल ने कही ये बात..

 

=ओडिशा के बालासोर स्थित फकीर मोहन स्वायत्तशासी महाविद्यालय में यौन उत्पीड़न से क्षुब्ध होकर आत्मदाह करने वाली छात्रा का सोमवार देर रात को निधन हो गया था। उसने एम्स भुवनेश्वर में अंतिम सांस ली। छात्रा ने शनिवार 12 जुलाई को एचओडी पर आरोप लगाया था कि शिक्षक ने उसका यौन और मानसिक उत्पीड़न किया था।

 

नई दिल्ली

ओडिशा के बालासोर में यौन उत्पीड़न से परेशान होकर छात्रा के आत्मदाह करने पर सियासत तेज हो गई है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने छात्रा की मौत को लेकर भाजपा पर हमला बोला है। जबकि ओडिशा के राज्यपाल ने छात्रा की मौत पर संवेदना जाहिर की है। उन्होंने शैक्षिक संस्थानों में सुरक्षा मजबूत करने पर जोर दिया है। वहीं ओडिशा के सीएम ने 20 लाख रुपये के मुआवजे का एलान किया है।

 

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक्स पर लिखा कि ओडिशा में इंसाफ के लिए लड़ती एक बेटी की मौत सीधे-सीधे भाजपा के सिस्टम द्वारा की गई हत्या है। उस बहादुर छात्रा ने यौन शोषण के खिलाफ आवाज़ उठाई, लेकिन न्याय देने के बजाय, उसे धमकाया गया, प्रताड़ित किया गया, बार-बार अपमानित किया गया।
राहुल गांधी ने कहा कि जिन्हें उसकी रक्षा करनी थी, वही उसे तोड़ते रहे। हर बार की तरह भाजपा का सिस्टम आरोपियों को बचाता रहा और एक मासूम बेटी को खुद को आग लगाने पर मजबूर कर दिया। ये आत्महत्या नहीं, सिस्टम द्वारा संगठित हत्या है। ओडिशा हो या मणिपुर, देश की बेटियां जल रही हैं, टूट रही हैं, दम तोड़ रही हैं। और आप खामोश बैठे हैं?

राज्यपाल ने दी श्रद्धांजलि
ओडिशा के राज्यपाल डॉ. हरि बाबू कंभमपति ने भी छात्रा की मौत पर श्रद्धांजलि दी। उन्होने कहा ट्वीट में लिखा कि फकीर मोहन स्वायत्त महाविद्यालय की एक छात्रा की असामयिक मृत्यु की खबर सुनकर स्तब्ध हूं। उसका निधन सिर्फ एक त्रासदी नहीं है। यह हमारे परिसरों की सुरक्षा की तत्काल आवश्यकता की एक स्पष्ट चेतावनी है। कानून अपना सबसे कठोर कदम उठाएगा। जिम्मेदार लोगों को कठोरतम सजा मिलेगी। मेरी संवेदनाएं शोकाकुल परिवार के साथ हैं। असहनीय पीड़ा की इस घड़ी में उन्हें शक्ति मिले।

सरकार ने किया मुआवजे का एलान
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने मंगलवार को कॉलेज छात्रा के परिवार को 20 लाख रुपये का मुआवजा देने का एलान किया। मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, माझी ने संबंधित अधिकारियों को घटना की उचित जांच करने का निर्देश दिया ताकि सभी दोषियों को कानून के अनुसार दंडित किया जा सके।

धर्मेंद्र प्रधान ने किया पलटवार
राहुल गांधी के बयान पर केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने पलटवार किया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और कांग्रेस का ओडिशा की बेटी के साथ हुई दुखद घटना पर ओछी राजनीति करना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। एक गंभीर और संवेदनशील मामले को राजनीतिक हथियार बनाना राहुल गांधी की सस्ती मानसिकता को दर्शाता है। ओडिशा की घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया है, लेकिन कांग्रेस ने इसे भी अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने का मौका बना लिया है।

प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा ने हमेशा महिलाओं की सुरक्षा और न्याय के लिए ठोस कदम उठाए हैं, जबकि कांग्रेस ने हमेशा हर दुर्घटना में अवसर तलाशने का काम किया है। इस घटना पर ओडिशा सरकार पूरी संवेदनशीलता के साथ पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है और दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाएगी, किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। यह समय सस्ती राजनीति का नहीं, बल्कि पीड़िता के परिवार को न्याय दिलाने का है। राहुल गांधी को अपने इस गैर-ज़िम्मेदाराना बयान के लिए पीड़ित परिवार से तुरंत माफी मांगनी चाहिए।

कॉलेज ने की लापरवाही
बालासोर में छात्रा की आत्मदाह से हुई मौत पर भाजपा सांसद और पूर्व राष्ट्रीय महिला आयोग प्रमुख रेखा शर्मा ने कहा कि यह बहुत गंभीर मामला है। छात्रा की शिकायत पर कार्रवाई न करना कॉलेज की लापरवाही थी। ऐसे मुद्दों पर राजनीति करने के बजाय राहुल गांधी को पीड़ित परिवार के साथ खड़ा होना चाहिए। मैंने राहुल और प्रियंका को पश्चिम बंगाल में महिलाओं पर अत्याचार के खिलाफ बोलते कभी नहीं सुना। जब कांग्रेस शासित राज्यों में ऐसी घटनाएं होती हैं तो वे चुप रहते हैं। यह महत्वपूर्ण है कि हम सभी महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दे पर एक साथ खड़े हों।

पूर्व सीएम ने उठाए सवाल
बीजद अध्यक्ष नवीन पटनायक बालासोर के छात्र की मौत पर बेहद दुखी हैं। उन्होंने ओडिशा के राज्यपाल से कॉलेज प्रशासन और सत्ता में बैठे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया है, जो छात्रा की शिकायतों पर कार्रवाई करने में विफल रहे।

12 जुलाई को किया था आत्मदाह
गौरतलब है कि फकीर मोहन (स्वायत्त) कॉलेज, बालासोर के एकीकृत बीएड कार्यक्रम की द्वितीय वर्ष की छात्रा ने शनिवार 12 जुलाई को एचओडी पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग करते हुए खुद को आग लगा ली थी। छात्रा ने आरोप लगाया था कि शिक्षक ने उसका यौन और मानसिक उत्पीड़न किया था।

घटना से पहले छात्रा ने प्रिंसिपल दिलीप घोष के पास शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन उन्होंने उससे शिकायत वापस लेने को कहा। प्रिंसिपल दिलीप घोष ने खुद इसे स्वीकार किया था। उन्होंने कहा था ‘छात्रा मेरे पास आई थी और शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई चाहती थी। मैंने उसे समझाया, क्योंकि वह तनाव में थी। उसने 30 जून को शिकायत दर्ज कराई थी और आंतरिक शिकायत समिति (आईसीसी) की जांच चल रही थी।’

प्राचार्य और सहायक प्रोफेसर निलंबित
छात्रा द्वारा आत्मदाह किए जाने के बाद ओडिशा सरकार के उच्च शिक्षा विभाग ने मामले के प्रथम दृष्टया साक्ष्य के आधार पर शैक्षिक अध्ययन विभाग की सहायक प्रोफेसर (स्टेज-I) समीरा कुमार साहू को निलंबित कर दिया। इसके अलावा एफएम (ऑटो) कॉलेज, बालासोर के सहायक प्रोफेसर और प्राचार्य दिलीप कुमार घोष को भी निलंबित कर दिया है। पत्र में लिखा है, ‘सरकार का मानना है कि दिलीप कुमार घोष ने मामले को ठीक से नहीं संभाला है। उन्होंने कॉलेज के प्राचार्य के रूप में अपने कर्तव्यों का निर्वहन नहीं किया है। उन्हें ओडिशा सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) नियम, 1962 के नियम 12 के उप-नियम (2) के तहत तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है।’

प्राचार्य दिलीप घोष न्यायिक हिरासत में
बाद में ओडिशा के उच्च शिक्षा विभाग ने एफएम ऑटो कॉलेज की सहायक प्रोफेसर समीरा कुमार साहू के खिलाफ कथित उत्पीड़न मामले की गहन जांच के लिए शनिवार को एक समिति का गठन किया था। साहू को बालासोर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। इसके अलावा, राज्य में व्यापक विरोध को देखते हुए सोमवार को  एफएम कॉलेज के निलंबित प्राचार्य दिलीप घोष को भी गिरफ्तार किया गया। जहां उसे एसडीजेएम कोर्ट में पेश किया गया जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

 

 

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