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यहां बहुत बदबू आ रही है… पुलिस पहुंची तो कमरे में मिली 191 लाशें, पति-पत्नी ने मिलकर कर दिया कौन सा कांड?

कोलोराडो के फ्यूनरल होम मालिक जॉन हॉलफर्ड को 191 शवों के साथ अमानवीय व्यवहार और कोविड फंड में धोखाधड़ी के लिए 20 साल की जेल हुई. उसने परिवारों को नकली राखें भेजीं और राहत राशि से लग्जरी चीजें खरीदीं.
हाइलाइट्स
- अमेरिका में फ्यूनरल होम फ्रॉड की रिपोर्ट सामने आई है
- यहां फ्यूनरल होम चलाने वाले लाशों को सड़ने के लिए छोड़ देते
- बाद में परिवारों को वह कोई भी राख भेज देते थे
वाशिंगटन
अमेरिका के कोलोराडो में एक फ्यूनरल होम यानी अंत्येष्टि गृह के मालिक ने एक ऐसा काम किया है, जिसे सुनकर आपका इंसानियत पर भरोसा डगमगा जाएगा. दरअसल फ्यूलर होम का मालिक शवों को जलाए बिना मृतक के परिजनों को नकली राख भेज देता था. लेकिन भला हो अमेरिका की अदालतों का जिसने उसे सख्त सजा दी है. जॉन हॉलफर्ड नाम के व्यक्ति को 191 शवों के साथ अमानवीय बर्ताव और परिवारों के साथ धोखा करने के आरोप में अमेरिकी अदालत ने 20 साल की सजा सुनाई है. यह मामला सिर्फ धोखाधड़ी का नहीं, बल्कि इंसानियत और संवेदनाओं को कुचल देने वाली सच्चाई थी.
‘रिटर्न टू नेचर फ्यूनरल होम’ नाम की इस संस्था को हॉलफर्ड अपनी पत्नी केरी के साथ चलाता था. यहां 2019 से 2023 के बीच सैकड़ों शवों को सड़ने के लिए छोड़ दिया गया. सबसे खौफनाक बात यह रही कि जिन परिवारों ने विश्वास के साथ अपने प्रियजनों का शव फ्यूनरल होम को सौंपा था उन्हें इन लोगों ने सूखी ड्राइ कंक्रीट का पाउडर थमा दिया. जब कोलोराडो की अदालत में यह मामला सामने आया, तो जज नीना वांग भी हैरान रह गईं. उन्होंने कहा, “यह एक सामान्य धोखाधड़ी नहीं है. यह भावनाओं, परिवारों और मर्यादा का ऐसा हनन है जिसे शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता.’ उन्होंने जॉन को अधिकतम 240 महीनों यानी पूरे 20 साल की सजा सुनाई.
सड़ी लाशों से भरा था घर
कोलोराडो की राजधानी डेनवर से करीब 160 किलोमीटर दूर स्थित पेनरोज नाम के छोटे से कस्बे में यह फ्यूनरल होम था. 2023 में पुलिस को एक फोन आया. फोन करने वाला सिर्फ ‘भयंकर बदबू’ की शिकायत कर रहा था. जब जांचकर्ता वहां पहुंचे, तो सामने जो नजारा था, उसने उनके रोंगटे खड़े कर दिए. कमरों में शव इतने बेतरतीब ढंग से पड़े थे कि कदम रखने की जगह तक नहीं बची थी. FBI को फर्श पर जमा सड़ चुके शरीर के तरल से बचने के लिए लकड़ी की पट्टियां बिछानी पड़ीं.
परिवारों को मिला धोखा
जांच में यह भी सामने आया कि कुछ मामलों में गलत शवों का अंतिम संस्कार किया गया. अदालत में जमा दस्तावेज बताते हैं कि दो परिवारों को उनके रिश्तेदारों की जगह किसी और की राख दी गई. जॉन और उसकी पत्नी कैरी हॉलफर्ड पर केवल शवों के साथ गलत व्यवहार ही नहीं, बल्कि अमेरिकी सरकार के कोविड राहत फंड में $9 लाख (लगभग ₹7.5 करोड़) की धोखाधड़ी का भी आरोप है. इस रकम का इस्तेमाल इन्होंने लक्जरी गाड़ियों, क्रिप्टो करेंसी और ब्रांडेड गहनों में किया. अदालत ने जॉन हॉलफर्ड को 1,070,413 डॉलर की भरपाई करने का भी आदेश दिया है. जेल की सजा सुनने से पहले कोर्ट में खड़ा जॉन अपनी गलती मानता नजर आया. उसने कहा, ‘मैंने यह फ्यूनरल होम इसलिए शुरू किया था ताकि लोगों की जिंदगी में कुछ सकारात्मक कर सकूं. लेकिन सब कुछ बेकाबू हो गया.’