World Ovarian Cancer Day 2025: जानलेवा है महिलाओं में होने वाला यह थर्ड मोस्ट कैंसर, डॉक्टर से जानें लक्षण और बचाव

World Ovarian Cancer Day 2025: ओवेरियन कैंसर भारतीय महिलाओं में तीसरा सबसे आम कैंसर है. इसके लक्षणों में पेट की सूजन, पेल्विस में दर्द, कब्ज, वजन घटना, मूत्राशय में बदलाव, खाने में कठिनाई और थकान शामिल हैं.
- ओवेरियन कैंसर भारतीय महिलाओं में तीसरा सबसे आम कैंसर है.
- पेट की सूजन, पेल्विस में दर्द, कब्ज, वजन घटना इसके लक्षण हैं.
- हर साल 8 मई को ‘वर्ल्ड ओवेरियन कैंसर डे’ मनाया जाता है.
World Ovarian Cancer Day 2025: देशभर में हर साल 8 मई को ‘वर्ल्ड ओवेरियन कैंसर डे’ मनाया जाता है. इसका उद्देश्य ओवेरियन कैंसर के प्रति महिलाओं में जागरूकता फैलाना है. डॉक्टर की मानें तो ओवेरियन कैंसर भारतीय महिलाओं में थर्ड मोस्ट कॉमन कैंसर है, जो बेहद गंभीर होता है. अगर गंभीरता की बात करें तो महिलाओं में सबसे पहला ब्रेस्ट कैंसर, दूसरा सर्वाइकल कैंसर और तीसरा ओवेरियन या अंडाशय का कैंसर. अंडाशय कैंसर के मामलों में 20% मामले जेनेटिक होते हैं. इस बीमारी का सबसे पहले रिश्क फैक्टर उम्र का बढ़ना और दूसरा हार्मोनल बदलाव.
यदि किसी महिला में इस बीमारी के शुरुआती लक्षण दिखें तो एक्सपर्ट की सलाह जरूरी है. अब सवाल है कि आखिर ओवेरियन कैंसर क्या है? अंडाशय कैंसर के शुरुआती लक्षण कैसे पहचानें? ओवेरियन कैंसर से कैसे करें बचाव? इस बारे में नोएडा के सीएचसी भंगेल में सीनियर मेडिकल ऑफिसर एवं गायनेकोलॉजिस्ट (सर्जन) डॉ. मीरा पाठक-
ओवेरियन कैंसर क्या है?
डॉक्टर पाठक बताती हैं कि, ओवेरियन कैंसर ओवरी में होने वाला कैंसर है. यूटरस के साइड में अंडाशय यानी ओवरी होता है, इसमें एग्स प्रोड्यूस होते हैं. इसी अंडाशय में होने वाले कैंसर को ओवेरियन कैंसर कहते हैं. इसके कई प्रकार होते हैं और अलग-अलग उम्र में अलग-अलग ओवेरियन कैंसर हो सकते हैं. 50 से 60 वर्ष की उम्र की महिलाओं में यह अधिक होता है. ओवेरियन कैंसर के शुरुआती लक्षणों की पहचान कर इसका इलाज कराया जाए तो यह ठीक हो सकता है.

‘वर्ल्ड ओवेरियन कैंसर डे’ पर जानकारी देतीं डॉ. मीरा पाठक.
ओवेरियन कैंसर होने का कब बढ़ जाता खतरा
एक्सपर्ट के मुताबिक, अंडाशय कैंसर उनमें अधिक देखा जाता है जिन लड़कियों के पीरियड्स की शुरुआत 13 साल से पहले हो. या फिर उन महिलाओं में जिनके 50 साल की उम्र के बाद भी पीरियड बंद न हों. यह बीमारी कुछ ऐसी महिलाओं में भी देखी गई जिनका पहला बच्चा 30 साल की उम्र के बाद हुआ है. इंफर्टिली या री-करेंट अबॉर्शन की हिस्ट्री वाली महिलाओं में भी यह समस्या अधिक होती है. इसके अलावा, स्मोकिंग करती हैं या फिर मोटापे की शिकार महिलाएं भी इसके जद में आ सकती हैं.
अंडाशय कैंसर के शुरुआती लक्षण
पेट की परेशानी: डॉक्टर के मुताबिक, पेट में सूजन, पेट का भरा हुआ महसूस होना जिससे दिनचर्चा में काफी असहजता होती है. वहीं, पेट का फूला हुआ होना एक सामान्य बात है. लेकिन, मासिक चक्र के आसपास सूजन आ जाना और कई हफ्तों तक इसका बना रहना ओवेरियन कैंसर का एक बड़ा संकेत हैं.
पेल्विस में दर्द: मेडिकलन्यूजटुडे में छपी एक खबर के मुताबिक, ओवेरियन कैंसर के शुरुआती लक्षणों में पेल्विस में दर्द होना है. अगर महिलाओं में लगातार पेल्विस में दर्द हो और प्रेशर महसूस हो तो उन्हें तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.
लगातार कब्ज: अगर आप कई दिनों से कब्ज की समस्या से पीड़ित हैं तो यह भी ओवेरियन कैंसर का एक संकेत हो सकता है. अगर आपको अपने पेट में किसी भी तरह के बदलाव समझ में आते हैं चाहे वह आंतरिक हों या फिर बाहरी तो या लगातार आपके पेट में ब्लोटिंग की समस्या बनी रहती है तो आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.
अचानक वजन घटना: वजन कम होना किसी भी कैंसर का लक्षण होता है. कैंसर में अक्सर लोगों का वजन कम होने लगता है. अगर आपका भी वजन अचानक से कम होने लगे तो यह ओवेरियन कैंसर का लक्षण भी हो सकता है.
मूत्राशय में चेंजेज: अगर आपको अचानक से कई दिनों तक ट्वॉयलेट में कुछ दिक्कतें आ रही हैं. जैसे बार-बार पेशाब आना, पेशाब करते समय दर्द महसूस होना, जलन होना. बेशक ये आपको मामूली लगे, लेकिन यह ओवेरियन कैंसर का लक्षण भी हो सकता है.
खाने में कठनाई: ओवेरियन कैंसर से ग्रसित हैं तो आपको भूख नहीं लगेगी. हालांकि ये दिखने में एक सामान्य लक्षण है लेकिन ओवेरियन कैंसर के ये एक बड़ा संकेत है. ऐसी स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूरी है.
हर समय थकान: कई महिलाओं में हमेशा थकान महसूस होती है. ऐसी स्थिति में उन्हें जांच जरूर करानी चाहिए. क्योंकि, हर समय थकान का एक बड़ा कारण अंडाशय का कैंसर भी है.
अंडाशय के अन्य लक्षण: ओवेरियन कैंसर से ग्रसित महिलाओं में एक उम्र के बाद चेहरे पर अनचाहें बाल आना या फिर आवाज भारी या फिर मोटी होना भी देखा गया है. यदि आपके साथ ऐसा है तो डॉक्टर से मिलें.