पहलगाम आतंकी हमले पर नेहा सिंह राठौर का सरकार विरोधी वीडियो तेजी वायरल नेहा ने सरकार की आलोचना की अब भारत में हो रही थू-थू

नेहा सिंह राठौर की वीडियो को सपोर्ट कर रहा पाकिस्तान, अब भारत में हो रही थू-थू……..
नेहा सिंह राठौर की सरकार विरोधी वीडियो को पाकिस्तान में शेयर किए जाने पर भारत में विवाद बढ़ गया है। पहलगाम हमले के बाद नेहा ने सरकार की आलोचना की, जिसे पाकिस्तानी सोशल मीडिया ने बढ़ावा दिया। इस पर कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने भी आपत्ति जताई।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद पूरे देश में गुस्से का माहौल है। लोग और राजनीतिक दल पाकिस्तान के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं। लोग सरकार से जल्द बदला लेने की मांग भी कर रहे हैं। विपक्षी दलों ने भी सरकार को पूरा समर्थन दिया है और पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। हालांकि, इस हमले के बाद कई लोग सरकार की आलोचना कर रहे हैं। सिंगर नेहा सिंह राठौर भी उन्हीं में से एक हैं। नेहा सिंह राठौर ने पहलगाम हमले के बाद सरकार के विरोध में एक वीडियो पोस्ट किया, लेकिन अब वह चर्चा में आ गई हैं क्योंकि उनके वीडियो अब पाकिस्तान में शेयर किए जा रहे हैं।
इमरान की पार्टी ने किया शेयर
दरअसल, भोजपुरी लोक गायिका नेहा सिंह राठौर ने इस आतंकी हमले को सरकार की विफलता बताया है। नेहा ने तीखे लहजे में कहा कि सरकार इस हमले का इस्तेमाल आगामी बिहार चुनाव में वोट बटोरने के लिए कर सकती है। उनके इस बयान को पाकिस्तान में काफी बढ़ा-चढ़ाकर शेयर किया जा रहा है। नेहा सिंह राठौर का वीडियो PTI प्रमोशन नाम की आईडी से शेयर किया गया। इस पाकिस्तानी सोशल मीडिया पेज ने झूठा दावा किया, ‘इस भारतीय लड़की ने पहलगाम हमले के पीछे की सच्चाई और कारण का खुलासा किया।’ पाकिस्तानी नेता, सरकारी एजेंसियां और आम लोग इस वीडियो को शेयर कर रहे हैं।

अभिषेक मनु सिंघवी ने जाताया दुख
सरकार से बेबाक सवाल पूछने के लिए मशहूर सोशल मीडिया फेम नेहा सिंह राठौर इस बार देश की जनता के गुस्से का शिकार बन रही हैं। इतना ही नहीं कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने भी इसका विरोध किया है। अभिषेक मनु सिंघवी ने एक्स पर शेयर की गई पोस्ट में लिखा, ‘दुर्भाग्यपूर्ण! सभी भारतीयों को नैरेटिव वॉर से निपटने में बुद्धि और विवेक के साथ भाग लेना चाहिए! कुछ घटनाक्रमों में राजनीति को अलग रखना चाहिए।’
वीडियो में क्या बोली नेहा
वायरल वीडियो में नेहा कहती हैं कि दूसरे देशों में एक फोन कॉल से युद्ध रोकने वाले अपने देश में आतंकी हमले नहीं रोक पाते। अंधभक्त कहते हैं कि इस पर राजनीति मत करो। फिर सवाल किससे करूं? शिक्षा, स्वास्थ्य, बेरोजगारी जैसे मुद्दे पहले से ही नजरअंदाज हैं। जब देश में हिंदू-मुस्लिम की राजनीति हो रही हो और आतंकी हमलों में देशवासी मारे जा रहे हों, तो सवाल उठाना लाजिमी है।