बिहार में 30% कमीशनखोरी, मंत्रियों तक पहुंचती है रकम…तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया

राजद नेता तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि सरकार के मंत्रियों तक 30% घूस की रकम पहुंचती है. हालांकि, जदयू ने पलटवार करते हुए तेजस्वी यादव से उन पर लग रहे आरोपों का जवाब मांगा.
- तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर 30% कमीशनखोरी का आरोप लगाया.
- तेजस्वी यादव ने कहा, चुनाव खर्च योजनाओं के टेंडर से निकाला जा रहा है.
- जदयू सांसद संजय झा ने तेजस्वी यादव से उन पर लगे आरोपों का जवाब मांगा.
पटना.
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एक बार फिर नीतीश सरकार को अपने टारगेट पर लिया और बिहार सरकार में कमीशनखोरी का आरोप लगाया. उन्होंने बिहार सरकार की योजनाओं के टेंडर में रिश्वतखोरी के आरोप लगाते हुए कहा कि इसमें 30% घूस ठेकेदार के माध्यम से मंत्री को दिया जाता है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि आगामी विधानसभा चुनाव का खर्च इन्हीं योजनाओं के टेंडर से निकाला जा रहा है. हालांकि, तेजस्वी यादव के आरोपों पर जदयू की ओर से भी जबरदस्त पलटवार किया गया और उनपर लगे आरोपों का हिसाब बताने के लिए कहा गया. लेकिन, आइये पहले जानते हैं कि तेजस्वी यादव ने क्या-क्या आरोप लगाए हैं और इसके जवाब में जेडीयू ने क्या पलटवार किया.
तेजस्वी यादव ने पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस में बिहार में भ्रष्टाचार के कारण वित्तीय अनियमितताओं की आरोप लगाए और कहा कि इस साल 7 कैबिनेट की मीटिंग हुई और इनमें 76, 622 करोड़ रुपए की योजनाओं को स्वीकृति दी गई. अधिकांश स्वीकृति निर्माण योजनाओं में दी गई है. तेजस्वी यादव ने हर कैबिनेट में दी गई स्वीकृति के आंकड़े गिनाते हुए कहा कि टेंडर के जरिए 30% घूस ली जा रही है. ठेकेदार के माध्यम से घूस की रकम मंत्री तक जाती है और चुनाव का खर्च इन्हीं टेंडर से निकल जा रहे हैं. उन्होंने चुनाव का खर्च जनता के पैसे से निकालने का आरोप एनडीए सरकार लगाया और कहा कि ठेकेदारों को ग्लोबल टेंडर के जरिए पैसे वसूले जा रहे हैं, जबकि बिहार के ठेकेदारों को कोई टेंडर नहीं दिया जा रहा.
बजट का 8 प्रतिशत तो ब्याज दे रही नीतीश सरकार-तेजस्वी
तेजस्वी यादव ने कहा कि 2025 से 2026 का बजट 3, 17, 000 करोड़ रुपए का है, जो कि 2024 से 2025 की तुलना में यह 38,000 करोड़ , रुपए अधिक है. इको एडवेंचर के जारी के लिए 1, 16, 000 करोड़ रूपया दिये गए. सिर्फ 3 महीने में कैबिनेट के लिए 76, 000 करोड़ रुपए दिये गए. सरकार बताए कि 1, 16, 000 का प्रावधान किया गया है उसमें पिछले साल की राशि शामिल की गई है या नहीं. अगर हां तो नई योजनाओं के लिए पैसा कहां से लाएंगे. यह सरकार कुल बजट का 8% केवल ब्याज देने में खर्च कर रही है. तेजस्वी यादव ने कहा कि 25000 से 30000 करोड़ रुपए केवल ब्याज चुकाने में जा रहे हैं. सरकार का 4 लाख 60, 000 करोड़ रूपये का डेबट है.
संगठित भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी से जनता त्रस्त-तेजस्वी यादव
तेजस्वी यादव ने कहा केंद्र सरकार बताए कि इसमें केंद्र की क्या मदद है. संगठित भ्रष्टाचार के जरिए घूसखोरी जारी है. आप खजाने को लूटे जा रहे हैं, क्योंकि इन्हें पता है कि अगली सरकार जो आएगी वह भुगतेग. बिहार में संगठित भ्रष्टाचार सभी रिकार्ड को तोड़ चुका है. जनता रिश्वतखोरी और दलाली से त्रस्त हो चुकी है. यह सिर्फ विभाग का भ्रष्टाचार है, जबकि बीडीओ, सीओ और पुलिस का भ्रष्टाचार अलग है.तेजस्वी यादव ने कागज दिखाकर दावा किया कि सीएम नीतीश कुमार की यात्रा के कई बार नाम बदले गये.225 करोड रुपए ग्रामीण विभाग विकास विभाग ने यात्रा पर खर्च किये. डिजिटल रथ बुलाकर संवाद के नाम पर खर्च हो रहा. जदयू सरकारी पैसे से अपना प्रचार कर रहा है, लोगों के पैसे से 600 चुनावी रथ मंगवाये हैं.
बिहार में पुलों के निर्माण में हुई बड़ी लूट- तेजस्वी यादव
तेजस्वी यादव ने नल जल योजना में भी भ्रष्टाचार के आरोप लगाये. उन्होंने कहा कि बिहार में 5000 ऐसे पुल बनाए गए जिसका कोई उपयोग नहीं है. ऐसे पुलों का कोई एप्रोच रोड नहीं बनाया गया, बिना एप्रोच रोड के पुल पुलिया बनाने का फैसला किसने लिया. सवाल करने पर सरकार से कोई जवाब नहीं देता. आखिर 225 करोड़ रुपए के जनता के पैसे से सरकारी प्रचार क्यों. बिहार के ठेकेदारों को काम कैसे मिलेगा. 30% घूस मंत्रियों को पहुंचाना नियम बन गया है.
जदयू सांसद संजय झा का तेजस्वी यादव पर पलटवार
वहीं, तेजस्वी यादव के आरोपों पर जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष और सांसद संजय झा ने कहा है कि पहले उन पर जो आरोप लगे हैं उनका जवाब तो दे दीजिए. उनको बार-बार पूछताछ के लिए बुलाया जाता है उसका जवाब दें. नीतीश कुमार की सरकार में काफी बड़े काम हुए हैं. तेजस्वी यादव के सरकार पर यह आरोप कि 30% घूस लिए जा रहे हैं और चुनाव के लिए धन इकट्ठा किया जा रहा है, संजय झा ने कहा कि उनके हर सवाल पर टिप्पणी करना जरूरी नहीं है. आप उनसे पूछिए कि तेजस्वी यादव पहले यह बताएं कि बिना कुछ काम किये करोड़पति कैसे हो गए. कोर्ट इनको बार-बार बुलाकर पूछताछ करती है. संजय झा ने कहा कि बिहार में हर घर में नल और जल पहुंच रही है और सब काम सरकार ने किया है. इनको जब मौका मिला था तो इन्होंने नहीं किया.