गर्मियां आते ही सता रहा स्किन इंफेक्शन का खतरा! इन चीजों से बना लें दूरी, स्पेशलिस्ट से जानें उपाय

गर्मियों में पसीने से त्वचा पर फंगल संक्रमण का खतरा बढ़ता है. स्किन स्पेशलिस्ट डॉ. पुनीत अग्रवाल के अनुसार, सही जानकारी के बिना स्टेरॉयड क्रीम का उपयोग संक्रमण को रेजिस्टेंट बना रहा है.
- गर्मियों में दाद की समस्या बढ़ रही है.
- स्टेरॉयड क्रीम से बचें, साफ-सफाई रखें.
- सही एंटीफंगल दवा का ही उपयोग करें.
सतना.
गर्मियों में पसीना ज्यादा निकलने से त्वचा पर फंगल संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है. खासकर जांघों के किनारे, बगल, महिलाओं के आंचल क्षेत्र, गर्दन और कान के आसपास खुजली होने लगती है. एक्सपर्ट्स के अनुसार, यह एक गंभीर फंगल इंफेक्शन है, जिसे नजरअंदाज करना नुकसानदायक हो सकता है.
बातचीत में स्किन स्पेशलिस्ट डॉ. पुनीत अग्रवाल ने बताया कि 20 साल पहले दाद का इलाज करना आसान था और मरीज 10 दिनों में ठीक हो जाते थे, लेकिन अब लोग बिना सही जानकारी के स्टेरॉयड क्रीम का ज्यादा इस्तेमाल करने लगे हैं. इसका नतीजा यह है कि फंगल संक्रमण के कीटाणु मजबूत (रेजिस्टेंट) हो गए हैं, जिससे सामान्य एंटीफंगल दवाएं भी असर नहीं कर रही हैं.
कैसे करें दाद से बचाव?
गर्मियों में दाद से बचने के लिए कुछ जरूरी आदतें अपनानी चाहिए…
– सिंथेटिक कपड़ों से बचें और कॉटन के हल्के कपड़े पहनें.
– शरीर को सूखा और साफ रखें, ज्यादा पसीना न होने दें.
– संक्रमित व्यक्ति के कपड़े, चादर, तौलिया या रूमाल का इस्तेमाल न करें.
– दिन में दो बार नहाने की आदत डालें.
– अंडरगारमेंट्स रोज बदलें.
कौन सी दवाएं हैं असरदार?
अगर दाद की समस्या हो जाए तो सही एंटीफंगल क्रीम जैसे कीटोकोनाज़ोल, लुलिकोनाज़ोल और इट्राकोनाजोल का उपयोग करना फायदेमंद हो सकता है. ये दवाएं बाजार में आसानी से उपलब्ध हैं. हालांकि बिना डॉक्टरी सलाह के कोई भी क्रीम या दवा इस्तेमाल करने से बचना चाहिए.
फंगस के नए रूप से रहें सतर्क
पहले दाद केवल उन हिस्सों में होती थी जहां पसीना रुकता था, लेकिन अब यह चेहरे, गले और कान जैसे खुले हिस्सों पर भी तेजी से फैल रही है. ऐसे में साफ-सफाई और सही देखभाल ही इस समस्या से बचने का सबसे अच्छा तरीका है.