हेल्थ

तकिया लगाकर सोना अच्छा है या तकिए के बिना, कमर और गर्दन दर्द के लिए क्या है बेहतर, किससे होती है परेशानी

Sleep with Pillow or Without Pillow: सुकून की नींद के लिए बिस्तर पर आरामदायक तकिया जरूरी है. लेकिन तकिया लगाकर सोने में कुछ लोगों की कमर और गर्दन का बैंड बज जाता है. तो क्या बिा तकिया लगाकर सोने से फायदा होता है. आइए जानते हैं इसकी सच्चाई.

हाइलाइट्स
  • तकिए के बिना सोने से रीढ़ की हड्डी का एलाइनमेंट सही रहता है.
  • पेट के बल सोने वालों के लिए बिना तकिए के सोना बेहतर है.
  • साइड में सोने वालों को गर्दन और पीठ के लिए सपोर्ट की जरूरत होती है.

Sleep with Pillow or Without Pillow: सुकून की नींद के लिए कंफर्ट गद्दे और मुलायम तकिए पर सोना हर कोई पसंद करता है लेकिन आजकल अधिकांश लोगों को कमर दर्द बहुत परेशान करने लगा है. अधिकांश गर्दन दर्द से परेशान रहते हैं. ऐसे में कहा जाता है कि तकिए पर सोना स्पाइन के लिए बहुत खराब है. इससे कमर और गर्दन दर्द और बढ़ जाता है, इसलिए बिना तकिए के सोना ज्यादा बेहतर है. ऐसे में मेडिकली क्या सच है और क्या गलत है, यह जानना ज्यादा जरूरी है.

बिना तकिए के सोने के फायदे
टीओआई की खबर में ऑर्थोपेडिक स्पाइन सर्जन डॉ. आयुष शर्मा बताते हैं कि अगर आप तकिए के बिना सोते हैं तो इससे रीढ़ की हड्डी का एलाइनमेंट सही रहता है. मतलब एक सीध में नेचुरल तरीके से रहती है. बिना तकिए के सोना उनलोगों के लिए बेहतर है जो पेट के बल सोते हैं. जब आप मोटा तकिया लेते हैं तो इससे रीढ़ की हड्डी पर तनाव आता है जिससे दिक्कतें हो सकती है. इसलिए यदि आप बिना तकिए के सोते हैं तो इससे गर्दन और पीठ में दर्द में कमी हो सकती है. तकिया हटाने से गर्दन पर दबाव कम हो सकता है और तनाव में राहत मिल सकती है, खासकर उन लोगों में जिन्हें गर्दन में दर्द रहता है. तकिए के बिना सोने से शरीर को प्राकृतिक सोने की मुद्रा अपनाने में मदद मिलती है. यह उन लोगों के लिए फायदेमंद हो सकता है जो खराब सोने की स्थिति के कारण क्रोनिक गर्दन दर्द का सामना करते हैं.

तकिए के बिना सोने के नुकसान
ऐसा नहीं है कि बिना तकिए को सोने से सिर्फ फायदा ही फायदा है. अगर आप तकिए के बिना सोएंगे तो इसका नुकसान भी कम नहीं है. अगर आप शरीर को तिरछा कर सोते हैं और तकिया नहीं लगाते हैं तो इससे खिंचाव महसूस हो सकता है, क्योंकि सिर को रीढ़ के साथ संरेखित रखने के लिए सपोर्ट की जरूरत होती है. सपोर्ट की कमी से गर्दन और कंधों में जकड़न या दर्द हो सकता है. इसके कारण व्यक्ति को कंधे और गर्दन में तेज दर्द के साथ उठना पड़ सकता है.

सभी के लिए सलाह नहीं दी जाती
डॉ. आयुष शर्मा ने बताया कि यही कारण है कि सभी को बिना तकिए के सोने की सलाह नहीं दी जाती. पेट के बल सोने वाले लोगों को तकिया हटाने से लाभ हो सकता है लेकिन पीठ और साइड में सोने वालों को गर्दन और पीठ के बीच में एक सपोर्ट की जरूरत होती है. इसलिए हर इंसान की समस्याएं और जरूरत के हिसाब से तकिया हटाने या तकिया लगाने की सलाह दी जाती है. अगर आप तकिया हटाते हैं तो पहले डॉक्टर से सलाह लें. उन्हें सारी परेशानी बताएं उसके बाद ही बिना तकिए का सोएं.

बेहतर तरीका क्या है
अगर आपको लगे कि आपको तकिया की जरूरत नहीं है तो पतले तकिए का यूज करें. यह आपकी गर्दन और रीढ़ को नई स्थिति में ढालने में मदद करेगा. एक मजबूत और सहायक गद्दा इस्तेमाल करें ताकि तकिए की आवश्यकता के बिना रीढ़ की हड्डी का एलाइनमेंट सही रहता है. अगर आप बिना तकिया के सोते हैं और इससे आपकी गर्दन में असहाय महसूस होता है, तो गर्दन के नीचे हल्के से ऊंचाई देने के लिए एक छोटी मुड़ी हुई तौलिया रख सकते हैं. यदि तकिया हटाने से लगातार असुविधा या दर्द हो रहा है तो एक कम ऊंचाई वाला तकिया इस्तेमाल करने पर विचार करें या विशेषज्ञ से परामर्श करें जो आपको इस विषय में मार्गदर्शन करेगा. सबसे बड़ी बात यह है कि आप खुद यह महसूस कर पताकरें कि आपको तकिया के बिना दिक्कत होती है या तकिया लगाकर दिक्कत होती है. अगर तकिया के बिना दिक्कत हो रही है तो तकिया लगा लीजिए. अगर तकिया ऊंचा है तो इसे कम कीजिए. अगर रीढ़ की हड्डी में परेशानी है तो डॉक्टर से पूछे कि आपके लिए क्या सही है.

 

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