नए मुख्य चुनाव ज्ञानेश कुमार का राम मंदिर और अमित शाह से कनेक्शन !

देश के नए मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार नए कानून के तहत नियुक्त होने वाले पहले चीफ इलेक्शन कमिश्नर होंगे हालांकि उनकी नियुक्ति को लेकर विवाद छिड़ गया है। ज्ञानेश कुमार गृहमंत्री अमित शाह के करीबी माने हैं तो वहीं अयोध्या भूमि विवाद को लेकर भी उनका कनेक्शन सामने आया है
नई दिल्ली
देश के नए मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार नए कानून के तहत नियुक्त होने वाले पहले चीफ इलेक्शन कमिश्नर होंगे हालांकि उनकी नियुक्ति को लेकर विवाद छिड़ गया है। ज्ञानेश कुमार गृहमंत्री अमित शाह के करीबी माने हैं तो वहीं अयोध्या भूमि विवाद को लेकर भी उनका कनेक्शन सामने आया है।
1988 बैच के आईएएस अधिकारी और मौजूदा चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार को नया मुख्य चुनाव आयुक्त नियुक्त किया गया है। वो देश के 26वें मुख्य चुनाव आयुक्त होंगे। बता दें कि ज्ञानेश कुमार नए कानून के तहत नियुक्त होने वाले पहले सीईसी हैं लेकिन इस बीच सवाल ये भी उठ रहे हैं कि आखिर ज्ञानेश कुमार कौन हैं, उनकी पृष्ठभूमि क्या है।
तो आपको बता दें। कि ज्ञानेश कुमार 1988 केरल कैडर के आईएएस अधिकारी हैं.. ज्ञानेश कुमार का कार्यकाल 26 जनवरी 2029 तक होगा। वहीं ज्ञानेश कुमार गृहमंत्री अमित शाह के करीबी माने जाते हैं। वो सहकारिता मंत्रालय में ही सचिव पद से रिटायर हुए हैं और सहकारिता मंत्रालय अमित शाह का विभाग है।
बता दें कि ज्ञानेश कुमार केंद्रीय गृह मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव भी रह चुके हैं। 2019 में जम्मू कश्मीर में आर्टिकल 370 को खत्म करने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने वाले विधेयक का मसौदा तैयार करने में भी ज्ञानेश कुमार शामिल रहे थे। उस वक्त वो गृह मंत्रालय के कश्मीर संभाग में संयुक्त सचिव थे। इसके अलावा वो तीन तलाक का मसौदा तैयार करने में भी शामिल रहे थे।
-जन्म- 27 जनवरी 1964
-शिक्षा- बीटेक (आईआईटी कानपुर)
-आईएएस -1988 बैच-केरल कैडर
-केरल एससी-एसटी डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन के मैनेजिंग डायरेक्टर
-चुनाव आयुक्त बनने से पहले गृह मंत्रालय में एडिशनल सेक्रेटरी
-संसदीय कार्यमंत्रालय में भी सेक्रटरी रहे
-यूपीए सरकार के दौरान रक्षा मंत्रालय में भी तैनात रहे
बता दें कि ज्ञानेश कुमार का राम मंदिर कनेक्शन भी काफी चर्चित है। जब ज्ञानेश कुमार गृह मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव थे, तब अयोध्या में राम मंदिर से जुड़े मामलों में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान संबंधित दस्तावेजों को संभालने की जिम्मेदारी ज्ञानेश कुमार की ही थी। पिछले मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार का कार्यकाल कई वजहों से काफी विवादास्पद रहा था। अब देखना होगा कि ज्ञानेश कुमार किस तरह के मुख्य चुनाव आयुक्त साबित होते हैं।