क्राइम

नानी ने नातिन को 55 हजार रुपये में बेचा, 2 महीने तक सहती रही जुल्‍म, रेप भी हुआ; किसी तरह पहुंची थाने

झारखंड की एक किशोरी को जयपुर में बेचने का मामला सामने आया है. 2 महीने तक बेइंतहा जुल्‍म सहने के बाद एक दिन पीड़िता किसी तरह खरीदार महिला के घर से भागने में सफल रही. वह किसी तरह थाने पहुंची और पुलिस को अपनी आपबीती सुनाई. पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है.

किशोरी किसी तरह आरोपी के चंगुल से छूटकर थाने पहुंची और अपनी दर्दभरी दास्‍तान सुनाई.

जयपुर.

राजस्‍थान की राजधानी जयपुर में 13 साल की एक मासूम किशारी को महज 55 हजार रुपए के लिए बेचने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. खरीद फरोख्त के बाद खेलने कूदने की उम्र में ही दुष्कर्म का शिकार हुई इस मासूम बच्ची ने माणक चौक थाना पहुंचकर आपबीती बताई तो तब पुलिसकर्मियों की रुह भी कांप गई. पुलिस ने किशोरी को मेडिकल के लिए अस्पताल भिजवाया. इसके बाद पर्चा बयान पर एक मुकदमा दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दी है. पुलिस जांच-पड़ताल में इस मानव तस्‍करी के घिनौने खेल को उजागर करने की कोशिश करेगी.

पीड़िता ने अपनी शिकायत में बताया कि वह झारखंड की रहने वाली है. वह 4 बहन-भाइयों में तीसरे नंबर की है. उसकी एक बहन दिव्‍यांग है. किशोरी के मां-बाप काफी गरीब हैं. पीड़िता ने आगे बताया कि करीब 2 महीने पहले झारखंड में उनके गांव में एक सब्जी बेचने वाली महिला उसकी नानी के पास आई थी. उसने बताया कि वह किशोरी की जयपुर में एक लड़के से शादी करवा देगी. इसके एवज में 55 हजार रुपए भी मिलेंगे.

रुपयों के लालच और मजबूरी में किशोरी की नानी और सब्जी विक्रेता महिला पीड़ि‍ता को लेकर जयपुर पहुंच गए. यहां वे लोग माणक चौक थाना इलाके में रहने वाली सुनीता नाम की एक महिला के घर पहुंचे. सुनीता ने अपने बेटे के साथ किशोरी की शादी करवाने की बात कहते हुए 55 हजार रुपए उसकी नानी को सौंपे और बालिका को खरीद लिया. इनमें 40 हजार रुपए किशोरी की नानी और 15 हजार रुपए दलाल महिला ने लिए. पैसे लेने के बाद पीड़िता की नानी और सब्‍जी बेचने वाली महिला उसे जयपुर में छोड़कर झारखंड लौट गई.

किशोरी का आरोप है कि यहां घर पर अकेला पाकर महिला खरीदार का बेटा उसके साथ दुष्कर्म करने लगा. पीड़िता ने बताया कि सुनीता जब भी ड्यूटी पर जाती, तब उसका बेटा विकास उसके साथ रेप करता था. यह बात उसने सुनीता को भी बताई. इसके बाद उसके साथ मारपीट की गई. कई दिनों तक जुल्‍म का दौर चलता रहा. आखिरकार पीड़िता ने हिम्मत जुटाई और किसी तरह घर छोड़कर भाग निकली. वह लोगों से पूछते-पूछते माणक चौक थाने पहुंची और पुलिस को अपनी आपबीती सुनाते हुए केस दर्ज कराया.

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