UP में कानून के रखवाले ही जान लें, वहां जनता न्याय की उम्मीद किससे करे : प्रियंका गांधी
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की चिनहट कोतवाली में मोहित पांडेय की हिरासत में मौत हो गई। जिसको लेकर अब यूपी में सियासत भी गरमा गई है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने मामले को लेकर यूपी सरकार पर निशाना साधा
नई दिल्ली
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की चिनहट कोतवाली में मोहित पांडेय की हिरासत में मौत हो गई। जिसको लेकर अब यूपी में सियासत भी गरमा गई है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने मामले को लेकर यूपी सरकार पर निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि यूपी हिरासत में होने वाली मौतों के मामले में पूरे देश में पहले स्थान पर है। जहां कानून के रखवाले ही जान ले रहे हों, वहां जनता न्याय की उम्मीद किससे करे?
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने रविवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ”लखनऊ, यूपी में पुलिस ने दो युवकों को हिरासत में लिया और अगली सुबह एक की मौत हो गई। एक पखवाड़े में यूपी पुलिस की हिरासत में यह दूसरी मौत है। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने उनके बेटे की हत्या कर दी।”
उन्होंने आगे लिखा, ”यूपी हिरासत में होने वाली मौतों के मामले में पूरे देश में पहले स्थान पर है। प्रदेश में भाजपा ने ऐसा जंगलराज कायम किया है, जहां पुलिस क्रूरता का पर्याय बन चुकी है। जहां कानून के रखवाले ही जान ले रहे हों, वहां जनता न्याय की उम्मीद किससे करे?”
बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी इस घटना को लेकर एक्स पोस्ट में लिखा, ”यूपी की राजधानी लखनऊ में पुलिस हिरासत में व्यापारी मोहित पांडेय की कथित तौर पर हुई मौत की घटना पर परिवार एवं लोगों में रोष व आक्रोश व्याप्त होना स्वाभाविक। यह घटना अति-निन्दनीय। सरकार पीड़ित परिवार को न्याय देने के लिए प्रभावी कदम अवश्य उठाए। इसके अलावा, यहां प्रदेश में महिलाओं पर भी आए दिन हो रही जुल्म-ज्यादती की घटनाएं अति-चिन्तनीय, जिन पर भी सरकार ऐसे अपराधियों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई करे, जो अत्यन्त जरूरी।”
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी इस मामले को लेकर योगी सरकार को घेरा। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ”यूपी की राजधानी में पिछले 16 दिनों में पुलिस ‘हिरासत में मौत (हत्या पढ़ा जाए)’ का दूसरा समाचार मिला है। नाम बदलने में माहिर सरकार को अब ‘पुलिस हिरासत’ का नाम बदलकर ‘अत्याचार गृह’ रख देना चाहिए। पीड़ित परिवार की हर मांग पूरी की जाए, हम उनके साथ हैं।”
उधर, विधायक योगेश शुक्ला पीड़ित परिवार वालों से मिले और उन्होंने पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता भी दी।
वहीं, पुलिस हिरासत में मोहित पांडे की मौत का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, जिसमें उसकी तबीयत बिगड़ती दिख रही है। फुटेज में नजर आ रहा है कि लॉकअप में एक अन्य शख्स मोहित की मदद करने की कोशिश कर रहा है। हालांकि, पीड़ित परिजनों का आरोप है कि कस्टडी में पिटाई की गई थी जिसके बाद उसकी मौत हो गई। जबकि, पुलिस का दावा है कि मोहित की सेहत अचानक बिगड़ गई और अस्पताल ले जाने के बाद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।