सबसे ज्यादा विकेट, टीम इंडिया में बार-बार एंट्री, फिर भी वर्ल्ड कप की रेस में दोस्त से पिछड़ा भारतीय स्टार

अगर कोई क्रिकेटर टीम इंडिया में बार-बार जगह बनाए, लेकिन प्लेइंग इलेवन से दूर रह जाए तो आप क्या कहेंगे. आज बात ऐसे ही क्रिकेटर की, जो भारतीय टीम में 7 साल से खेल रहा है, लेकिन अहम मैचों में अक्सर प्लेइंग इलेवन से बाहर रह जाता है.
नई दिल्ली.
भारतीय क्रिकेट टीम में जगह बनाना किसी भी क्रिकेटर के लिए आसान नहीं होता. अगर कोई क्रिकेटर टीम इंडिया में बार-बार जगह बनाए, लेकिन प्लेइंग इलेवन से दूर रह जाए तो आप क्या कहेंगे. आज बात ऐसे ही क्रिकेटर की, जो भारतीय टीम में 7 साल से खेल रहा है, लेकिन अहम मैचों में अक्सर प्लेइंग इलेवन से बाहर रह जाता है. यह खिलाड़ी कोई और नहीं युजवेंद्र चहल हैं, जिनके नाम टी20 इंटरनेशनल मैचों में सबसे अधिक विकेट लेने का भारतीय रिकॉर्ड भी है.
भारतीय टीम 11 जनवरी से अफगानिस्तान के खिलाफ टी20 सीरीज खेलने वाली है. इस सीरीज के लिए दो दिन पहले ही भारतीय टीम की घोषणा हुई है. इस टीम में उम्मीद के मुताबिक सूर्यकुमार यादव, हार्दिक पंड्या, जसप्रीत बुमराह, रवींद्र जडेजा, श्रेयस अय्यर, केएल राहुल शामिल नहीं किए गए. हर किसी को बाहर रखने की अपनी वजह है. लेकिन युजवेंद्र चहल शायद इस रेस में अपने ही दोस्त से मात खा रहे हैं.
दोस्त कुलदीप से पिछड़ गए युजवेंद्र
सूर्या और पंड्या चोटिल हैं. बुमराह, जडेजा को रेस्ट दिया गया है. केएल को शायद टी20 टीम के भविष्य के प्लान से हटा दिया गया है. श्रेयस अय्यर के बारे में स्थिति साफ नहीं है. युजवेंद्र चहल की बात करें तो वे अपने दोस्त कुलदीप यादव से पिछड़ गए हैं. कभी कुलचा की जोड़ी के नाम से मशहूर रही इस जोड़ी में से अब प्लेइंग इलेवन में एक ही खिलाड़ी को जगह मिल पाती है. इस एक के चुनाव में कुलदीप यादव ने बाजी मार ली है.
क्रिकेटप्रेमी जानते हैं कि युजवेंद्र चहल ने अपने करियर की शुरुआत 2016 में की थी, तो कुलदीप यादव 2017 में पहला टी20 इंटरनेशनल मैच खेले. साल 2016 में तीन टी20 मैच खेलने वाले युजी ने 2017 में 11 और 2018 में मैच खेले. इसके बाद अगले 3 साल में वे 23 मैच ही खेल पाए. साल 2022 युजी के लिए वापसी का साल रहा और इस अकेले साल में उन्होंने 21 मैच खेल लिए.
2023 में बराबर मैच खेले युजी और कुलदीप
युजी की तुलना में कुलदीप के लिए वापसी का साल 2023 कहा जा सकता है. हालांकि इस साल युजी और कुलदीप दोनों ने 9-9 मैच खेले. लेकिन मैचों की बराबर संख्या सही तस्वीर नहीं दिखाती. दरअसल, कुलदीप ने 2020 से 2022 के बीच यानी 3 साल में भारत के लिए सिर्फ 6 टी20 मैच खेले थे. यानी तीन साल में छह मैच और एक साल (2023) में 9 मैच. यही नहीं, कुलदीप ने इस साल वनडे टीम में अपनी जगह पक्की कर ली थी.
ऐसे में 2024 की पहली टी20 सीरीज में युजवेंद्र का नाम नहीं दिखना उनके करियर के लिए खतरे की घंटी मानी जा रही है. इस साल जून में टी20 वर्ल्ड कप खेला जाना है. इस वर्ल्ड कप से पहले भारत के लिए अफगानिस्तान के खिलाफ 3 मुकाबले आखिरी टी20 सीरीज भी है. इसलिए भारतीय टीम इस सीरीज में अपने संभावित कॉम्बिनेशन को आजमाना चाहती है. इस कॉम्बिनेशन के लिए कुलदीप यादव को चुना गया है. वे इस सीरीज में खेलते नजर आएंगे, जबकि युजी या तो घर पर बैठकर मैच देखेंगे या रणजी मुकाबलों में उतरेंगे. यानी टी20 वर्ल्ड कप की टीम की रेस में कुलदीप यादव अपने साथी युजवेंद्र चहल से आगे निकल गए हैं.