टॉप एक्ट्रेस ने केरल फिल्म निर्माता पैनल पर उठाए सवाल, बयां किया अपने साथ हुए अपमान का दर्द

मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में उथल-पुथल मच गई है, क्योंकि न्यायमूर्ति हेमा समिति की रिपोर्ट जारी होने के बाद पीड़ितों द्वारा दर्ज कराई गई शिकायतों के बाद यौन उत्पीड़न के कई मामले दर्ज किए गए हैं. अब एक्ट्रेस-प्रोड्यूर सैंड्रा थॉमस ने अपने एक इंटरव्यू में खुलासा किया है कि उनका बहुत अपमान किया गया था.
नई दिल्ली.
अभिनेता-निर्माता सैंड्रा थॉमस ने न्यूज 18 को दिए इंटरव्यू में केरल फिल्म निर्माता संघ (केएफपीए) के सामने अपमानित होने का अपना एक्सपीरियंस शेयर किया है. उन्होंने इंडस्ट्री में अनैतिक प्रथाओं और एक्ट्रेसेस के लिए बेहतर काम की परिस्थितियों की जरूरत के बारे में भी शिकायत दर्ज कराई थी.
उन्होंने अपनी बातचीत में बताया था कि मलयालम फिल्म इंडस्ट्री पर बहुत शक्तिशाली ताकतों का शासन है और इसमें खासतौर पर पुरुषों का दबदबा है, जहाँ यह माना जाता है कि महिलाओं का यौन या मानसिक उत्पीड़न करके अपनी शक्ति दिखाना उनका एक अधिकार है और उन्हें ऐसा करने में कुछ भी गलत भी नहीं लगता है, लेकिन कई एक्ट्रेसेस ने अब आगे आकर अपने साथ हुए गलत व्यवहार को बयां की हिम्मत दिखाई है.
टॉप एक्ट्रेस का नाम बिना बताए किया खुलासा
“सिनेमा में, उन्हें लगता है कि महिलाओं का दुरुपयोग करना और इससे बच निकलना उनका अधिकार है, क्योंकि उन्हें लगता है कि ‘शक्ति समूह’ उनकी सुरक्षा जाल होगा. उन्हें लगता है कि वे मलयालम सिनेमा के शक्तिशाली पुरुषों के पीछे सुरक्षा पा सकते हैं,” एक टॉप एक्ट्रेस के नाम का खुलासा ना करने की शर्त पर उन्होंने बताया, इस भावना को अभिनेता-निर्माता सैंड्रा थॉमस ने भी दोहराया, इंटरव्यू में उन्होंने खुलासा किया इंडस्ट्री में अनैतिक प्रथाओं और एक्ट्रेस के लिए बेहतर काम करने की सुविधा की जरूरतों के बारे में शिकायत दर्ज कराने के बाद केरल फिल्म निर्माता संघ (केएफपीए) के सामने अपमानित हुए उन दिनों को याद किया.
सैंड्रा ने टिकटिंग के मुद्दे पर भी का बात
मलयालम इंडस्ट्री की जानी मानी एक्ट्रेस ने बताया कि कैसे उन्होंने अपने साथ हुए अपमान को सहा है.हाल ही में, जब उनकी फिल्म “लिटिल हार्ट्स” रिलीज के लिए तैयार थीं तो उन्हें कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा. लीड रोल निभाने वाले शेन निगम को बाकी कई कारणों से इंडस्ट्री ने उन्हें बैन कर दिया गया था, और सैंड्रा को लगा कि उनकी फिल्म के पोस्टर और एड को उसी समय रिलीज हुई अन्य फिल्मों की तरह महत्व नहीं दिया गया. सैंड्रा ने टिकटिंग के बारे में भी मुद्दे उठाए, एक्ट्रेस ने दावा किया कि कई ऐसे प्लेटफॉर्म हैं जो प्रोड्यूसर को धोखा दे रहे हैं. इसके अलावा, उनकी फिल्म की स्क्रीनिंग का समय सुबह 10 बजे, 11 बजे और दोपहर 12 बजे कर दिया गया, जिससे परिवारों के लिए इसमें शामिल होना काफी मुश्किल हो गया था.
बता दें कि सैंड्रा ने अपने इंटरव्यू में ये भी बताया, “मैंने प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन में शिकायत दर्ज कराई थी. इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए, उन्होंने मुझे कार्यकारी समिति के सामने पेश भी किया था, जिसमें 21 पुरुष और एक महिला शामिल थी. मैं वहीं खड़ी रही, उनकी घूरती निगाहों और मुस्कुराहट का डटकर सामना करती रही, जबकि उन्होंने मुझसे बहुत अंकफर्टेबल फील कराया और कई ऐसे सवाल पूछे जिन्होंने मुझे बहुत परेशान किया. उन्होंने मेरा मज़ाक उड़ाया और बार-बार कहा कि इसका कोई समाधान नहीं होगा. आपको क्या लगता है कि निर्देशकों को फिल्म के पोस्टर चिपकाने के लिए सड़कों पर उतरना चाहिए.’