खेल

मोहम्मद रिजवान दोहरे शतक की ओर बढ़ रहे थे, तभी कप्तान ने घोषित कर दी पारी, सचिन के साथ भी हो चुका यह खेल

 पाकिस्तान को संकट से उबारकर विशाल स्कोर तक ले जाने वाले मोहम्मद रिजवान ने कल्पना भी नहीं की होगी कि उन्हें इसका ‘इनाम’ दोहरा शतक छीन कर दिया जाएगा.

नई दिल्ली.

पाकिस्तान को संकट से उबारकर विशाल स्कोर तक ले जाने वाले मोहम्मद रिजवान ने कल्पना भी नहीं की होगी कि उन्हें इसका ‘इनाम’ दोहरा शतक छीन कर दिया जाएगा. कप्तान शान मसूद ने जब पाकिस्तान की पारी घोषित की तब मोहम्मद रिजवान 171 रन पर नाबाद थे. वे तेजी से बैटिंग कर रहे थे. मैच का दूसरा ही दिन था. उम्मीद की जा रही थी कि रिजवान अपने करियर का पहला दोहरा शतक जल्दी ही पूरा कर लेंगे. लेकिन ऐसा नहीं हुआ.

पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच रावलपिंडी में टेस्ट मैच खेला जा रहा है. सीरीज के पहले टेस्ट में पाकिस्तान एक समय 114 रन पर 4 विकेट गंवा चुकी थी. इसके बाद मोहम्मद रिजवान और सऊद शकील (141) ने पारी संभाल ली. रिजवान और शकील पाकिस्तान को 354 के स्कोर तक ले गए. इस स्कोर पर सऊद शकील, मेहिदी हसन की गेंद पर आउट हो गए.

मोहम्मद रिजवान दूसरे छोर पर डटे रहे. उन्होंने आगा सलमान (19) और शाहीन अफरीदी (29) के साथ मिलकर पाकिस्तान को 448 रन तक पहुंचाया. पाकिस्तान के 4 विकेट बाकी थे और यह उम्मीद की जा रही थी कि वह कम से कम 500 रन जरूर बनाना चाहेगा. लेकिन पाकिस्तानी कप्तान शान मसूद को इसकी जरूरत नहीं लगी और उन्होंने पारी घोषित कर दी.

बेस्ट स्कोर बनाया, दोहरा शतक अरमान ही रह गया
इसके साथ ही मोहम्मद रिजवान का पहला दोहरा शतक बनाने का सपना टूट गया. वे 239 गेंद पर 171 रन बनाकर लौटे. रिजवान का स्ट्राइक रेट 71.54 रहा, जो टेस्ट फॉर्मेट के लिहाज से बेहतरीन माना जाता है. रिजवान का यह सर्वोच्च स्कोर है. इससे पहले उनका बेस्ट स्कोर 115 रन था. रिजवान का यह तीसरा टेस्ट शतक है.

पारी घोषित करने का नहीं मिला फायदा
पाकिस्तान के कप्तान शान मसूद ने यह सोचकर पारी घोषित की होगी कि वह दिन के बाकी बचे खेल में बांग्लादेश का कम से कम एक विकेट तो निकाल ही लेंगे, पर ऐसा नहीं हुआ. बांग्लादेश ने दिन का खेल खत्म होने तक 12 ओवर में बिना विकेट गंवाए 27 रन बना लिए. ओपनर शादमन इस्लाम 12 और जाकिर हसन 11 रन बनाकर नाबाद हैं.

तब सचिन 6 रन से चूक गए थे दोहरा शतक
रिजवान के दोहरे शतक चूकने के इस अंदाज ने 20 साल पुरानी सचिन तेंदुलकर की एक पारी की याद दिला दी. सचिन तब 194 रन पर नाबाद थे और उन्हें दोहरा शतक पूरा करने के लिए सिर्फ 6 रन की जरूरत थी. लेकिन कप्तान राहुल द्रविड़ ने सचिन को यह मौका नहीं दिया. इत्तफाक से जिस मैच में सचिन को 194 रन पर नाबाद लौटना पड़ा, वह भी पाकिस्तान में ही खेला गया था. सचिन ने यह पारी मुल्तान में खेली थी.

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