छोटा सा फल…दूर करे बड़ी टेंशन, बदहजमी और पेट फूलने जैसी बीमारी को भी करे बाय, गजब के हैं फायदे
शहतूत का पेड़ अनेक औषधीय गुणों से भरपूर होता है. इसके पत्ते व फल में प्रचुर मात्रा में पौष्टिकता मौजूद है. आयुर्वेदिक दवाई बनाने में शहतूत के पेड़ को अक्सर प्रयोग में लिया जाता है. यह पेड़ आकार में बड़ा होता है. इसे अंग्रेजी में मलबेरी ट्री कहते हैं. इसका फल बेहद स्वादिष्ट व स्वास्थ्य गुणों से भरपूर होता है.
शहतूत के पौधे के रोपण के लिए गहरी नमी बनाए रखने आवश्यक है. इसके अलावा अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी भी जरूरी है. सड़ी हुई खाद या बगीचे की खाद के साथ रोपण करने से पौधा जल्दी ग्रोथ करता है. शहतूत के रोपण में छाया के साथ-साथ पेड़ को अपना चौड़ा आकार विकसित करने के लिए पर्याप्त जगह भी मिलनी चाहिए.
शहतूत के फल व पत्तों में कई प्रकार के औषधीय गुण मौजूद है. इसमें साइटोप्रोटेक्टिव और न्यूरोप्रोटेक्टिव गुण पाए जाते हैं, जो दिमागी हालत में सुधार करते हैं. इसके पत्ते व फलों का सेवन करने से डिप्रेशन, चिंता व तनाव जैसी समस्याएं भी कम होती हैं.
शहतूत के फल का सेवन करने से रक्त में शर्करा का स्तर होने लगता है. शहतूत के पत्तों का सेवन करने से डायबिटीज के लक्षणों को कम किया जा सकता है.
शहतूत के फल व पत्तों में खास तत्व होते हैं, जो पाचन क्रिया को तेज वे मजबूत बनाने में सहायक है. शहतूत के फल को खाने से कब्ज, बदहजमी और पेट फूलना जैसी समस्याएं दूर हो जाती है.
शहतूत पेड़ के पत्ते, जड़ व फलों का सेवन करने से शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता में बढ़ती है. इसके फल का सेवन कई प्रकार के रोग व संक्रमण के खतरे कम कर देता है.