ये जड़ी-बूटी औषधियों की रानी, राजा-महाराज ताकत के लिए करते थे इस्तेमाल, कई बीमारियों में वरदान, गजब फायदे

ठंडे पहाड़ों पर मिलने वाली इस औषधि को आयुर्वेद में रानी का दर्जा दिया गया है. यह जड़ी-बूटी महिला और पुरुष दोनों के लिए वरदान से कम नहीं है. इसके सेवन से पुरुषों को ताकत तो महिलाओं को पीरियड संबंधी बीमारियों से निजात मिलती है. इसके अलावा भी इस औषधि के कई गुण हैं. जानें सब..
झारखंड की राजधानी रांची के आयुर्वेदिक डॉक्टर वीके पांडे (विनोबा भावे यूनिवर्सिटी से बीएएमएस व झारखंड सरकार में मेडिकल ऑफिसर) ने बताया कि शतावरी एक बहुत ही शक्तिशाली औषधि है. गुणों के कारण इस औषधि को रानी का दर्जा दिया गया
इसके अलावा, इसे पहाड़ी जड़ी बूटी भी कहते हैं. क्योंकि यह हिमाचल, उत्तराखंड के पहाड़ों व जंगलों में पाई जाती है. लोग इसका चूर्ण बनाकर या फिर पाउडर के रूप में इस्तेमाल करते हैं. खासकर महिलाओं के लिए यह किसी वरदान से कम नहीं है.
इसमें जिंक, पोटेशियम, विटामिन ए, बी, सी व ई, ओमेगा फैटी एसिड जैसे कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं. जो खासकर पीरियड्स की अनियमितता को ठीक करने का काम करते हैं. पीसीओडी या फिर हीमोग्लोबिन की कमी, कमजोरी व थकान यह सारी चीज महिलाओं में देखा जाता है. मात्र एक हफ्ते सेवन किया जाए तो यह सारी बीमारी छूमंतर हो जाएगी.
इसके अलावा, यह शरीर में तुरंत ताकत देने का काम करती है. इससे प्रचुर मात्रा में पोटेशियम, मैग्नीशियम व आयरन जैसे जरूरी तत्व होते हैं. ऐसे में पुरुषों में कमजोरी और थकान या आलस की समस्या को यह दूर करता है और शरीर को फुर्तीला बनाता है.
पेट की समस्या के लिए यह औषधि रामबाण है. खासकर अल्सर की बीमारी में यह काफी फायदेमंद है. क्योंकि इसमें जरूरी मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं. यह गैस्ट्रिक अल्सर का इलाज करते हैं और भविष्य में भी अल्सर बनने से रोकते हैं.
 
				 
					

 
 



