हेल्थ

शक्तिशाली गुणों को छुपाए बैठी है ये छोटी सी चीज, रोज 1 चम्मच भी कर लिया सेवन, खांसी से लेकर कब्ज तक की हो जाएगी छुट्टी!

‘पिप्पली’ आयुर्वेद को वो खजाना है, जिसमें सेहत के अनगिनत गुण छिपे हैं. लंबी काली मिर्च की तरह दिखने वाली पिप्पली एक वनस्पति है. आयुर्वेद में पिप्पली का उपयोग विभिन्न प्रकार की दवाओं और उपचारों में किया जाता है. यह कई संक्रमणों और बीमारियों से भी बचाव करती है. इसकी खास बात ये है कि इसे लेने के कोई साइड इफेक्ट नहीं हैं. आइए आयुर्वेदाचार्य डॉ. सर्वेश कुमार से जानते हैं पिप्पली के कई और फायदों के बारे में-

Pippali Health Benefits: आयुर्वेद में तमाम चीजों को सेहत का खजाना माना गया है. पिप्पली या पिपली इनमें से एक है. जी हां, ‘पिप्पली’ आयुर्वेद को वो खजाना है, जिसमें सेहत के अनगिनत गुण छिपे हैं. लंबी काली मिर्च की तरह दिखने वाली पिप्पली एक वनस्पति है. आयुर्वेद में पिप्पली का उपयोग विभिन्न प्रकार की दवाओं और उपचारों में किया जाता है. यह कई संक्रमणों और बीमारियों से भी बचाव करती है. इसकी खास बात ये है कि इसे लेने के कोई साइड इफेक्ट नहीं हैं. आखिर क्यों है पिप्पली इतनी खास? पिप्पली में कौन से गुण होते हैं? किन बीमारियों को ठीक करने की रखती है क्षमता? इस बारे में News18 को बता रहे हैं राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय एवं चिकित्साल लखनऊ के डॉ. सर्वेश कुमार-

पिप्पली के 5 बड़े फायदे

कफ-वात संतुलित करे: पिप्पली कफ और वात दोष को संतुलित करने में असरदार है. इसके सेवन से सर्दी, खांसी, जुकाम, एलर्जी आदि की समस्याएं खत्म हो सकती हैं. दरअसल, आयुर्वेद में पिप्पली को ‘त्रिकटु’ नामक एक महत्वपूर्ण औषधीय योग का प्रमुख तत्व माना गया है. इसमें पिप्पली के अलावा गुडूची और अदरक भी होते हैं, जो खांसी में राहत दिलाते हैं.

पाचन तंत्र ठीक रखे: पाचन शक्ति को बढ़ाने में पिप्पली अहम भूमिका निभाती है. जी हां, यह भोजन के पाचन को बेहतर बनाने, भूख बढ़ाने और कब्ज को दूर करने में असरदार है. इसके नियमित सेवन से आपका मेटाबॉलिज्म भी बेहतर होता है. इसके लिए पिप्पली चूर्ण को सुबह खाली पेट या भोजन के बाद 1 या 2 ग्राम की मात्रा में शहद या दूध के साथ लिया जा सकता है.

उल्टी और दस्त रोके: पिप्पली उल्टी और दस्त को रोकने में मदद करती है. यह जठरांत्र संबंधी समस्याओं में लाभकारी होती है. आप पिप्पली का काढ़ा बनाकर दिन में 2-3 बार ले सकते हैं. इसके लिए दो से तीन पिप्पली को पानी में उबालकर काढ़ा बनाएं. या फिर आप चूर्ण का उपयोग करके भी काढ़ा बना सकते हैं. पिप्पली का चूर्ण आसानी से बाजार में उपलब्ध होता है.

इम्यूनिटी बूस्ट करे: आयुर्वेद में ​पिप्पली को एक स्वास्थ्यवर्धक औषधि माना गया है. यह शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने और मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देने में मददगार होती है. यही नहीं, इसके नियमित सेवन से शरीर का वजन भी कम हो सकता है.

 

डोनेट करें - जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर क्राइम कैप न्यूज़ को डोनेट करें.
 
Show More

Related Articles

Back to top button