सुबह उठकर करें यह काम, कभी नहीं बनेंगे दिल के मरीज, डॉक्टर वनीता अरोरा ने बताया कारगर तरीका

अपोलो हॉस्पिटल की कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. वनीता अरोरा के अनुसार हार्ट को स्वस्थ रखने के लिए लाइफस्टाइल को हेल्दी रखना चाहिए. खाने-पीने की गलत आदतें भी दिल के लिए मुसीबत बन सकती हैं. ऐसे में हार्ट को लेकर काफी सतर्कता बरतनी चाहिए.
हार्ट को हेल्दी रखने के लिए डाइट में खूब फल और सब्जियां शामिल करनी चाहिए.
दिल की बीमारियों के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. आम लोगों से लेकर सेलिब्रिटीज भी हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट की चपेट में आकर जान गंवा रहे हैं. हाल ही में बॉलीवुड एक्ट्रेस सुष्मिता सेन को हार्ट अटैक आने के बाद एंजियोप्लास्टी करानी पड़ी. पिछले साल टीवी और फिल्म जगत के कई सितारों की मौत हार्ट अटैक की वजह से हो गई. चिंता की बात यह है कि हार्ट अटैक जैसी जानलेवा कंडीशन की चपेट में बड़ी संख्या में युवा आ रहे हैं. ऐसे में एक बात तो साफ है कि अगर आप हार्ट का ख्याल नहीं रखेंगे, तो गंभीर परेशानी का शिकार हो सकते हैं. आज कार्डियोलॉजिस्ट से हार्ट को हेल्दी रखने के तरीके जान लेते हैं.
नई दिल्ली के इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल की सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर वनीता अरोरा कहती हैं कि खराब लाइफस्टाइल, अनहेल्दी खान-पान, जंक फूड का सेवन, स्मोकिंग, पॉल्यूशन और फिजिकल एक्टिविटी की कमी हार्ट को बुरी तरह प्रभावित कर रही है. इसके अलावा अत्यधिक तनाव, एंजाइटी और डिप्रेशन से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ रहा है. मेंटल इलनेस से हार्ट कमजोर हो सकता है. कुछ आसान तरीकों को अपनाकर आप अपने दिल को बीमारियों से बचा सकते हैं. इसके लिए आपको स्मोकिंग, शराब, जंक फूड से दूरी बनानी होगी. हेल्दी लाइफस्टाइल अपनानी होगी और मेंटल हेल्थ बेहतर करनी होगी.
रोज करें यह काम, हार्ट हमेशा रहेगा हेल्दी
डॉक्टर वनीता अरोरा कहती हैं कि अगर आप अपने हार्ट को हमेशा हेल्दी रखना चाहते हैं, तो आप रोज सुबह उठकर ब्रिस्क वॉक करें. प्रतिदिन 40 मिनट में 4 किलोमीटर वॉक करने से हार्ट हेल्थ बूस्ट हो जाएगी और हार्ट डिजीज का खतरा कम हो जाएगा. फिजिकल एक्टिविटी से आपकी ओवरऑल हेल्थ को भी काफी फायदा मिलेगा. वॉक करने से आपकी इम्यूनिटी मजबूत हो सकती है. हर उम्र के लोगों के लिए वॉक करना फायदेमंद है. खास बात यह है कि आप अपनी क्षमता के अनुसार भी वॉक कर सकते हैं. वॉक करने से शरीर स्वस्थ रहता है और बीमारियों का खतरा कम हो जाता है.
रिसर्च में भी लगी इस बात पर मुहर