मासूम बेटे के प्रेम से भारी पड़ा ‘यार’ का प्यार, मां ने प्रेमी के साथ मिलकर घोंट दिया गला, नाले में फेंका शव

अलवर में चार साल के मासूम बच्चे की हत्या का खौफनाक केस सामने आया है. यहां इस बच्चे को उसकी मां ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर क्रूरतापूर्वक मार डाला. बाद में शव को गंदे नाले में फेंक दिया. वारदात के चार दिन बाद पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा कर दिया है.
अलवर.
अलवर जिले के भिवाड़ी थाने इलाके में गत 10 अप्रेल को गंदे नाले में मिले नाबालिग के बच्चे के शव के मामले का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है. नाबालिग की हत्या उसकी ही मां ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर की थी. उसे गला दबाकर मारा गया था. बाद में उसके शव को ले जाकर गंदे नाले में फेंक दिया. नाबालिग बचपन से ही दिव्यांग था. उसकी बीमारी के इलाज के लिए काफी पैसे लगाने पड़ रहे थे. बेटे के इलाज के खर्चे से परेशान होकर उसी की मां ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी. इस कत्ल की नींव एक रॉग नंबर डायल होने से पड़ी थी. आरोपी मां का प्रेमी से यह प्यार भी महज डेढ़ माह पुराना था.
भिवाड़ी एएसपी अतुल साहू ने बताया कि बीते 10 अप्रेल को करीब चार साल के मासूम बच्चे का शव फ्लोरिडा इलेक्ट्रिकल इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के पास गंदे नाले में पड़ा मिला था. पुलिस ने इस मामले की गहनता से छानबीन की. आसपास लगे करीब 100 सीसीटीवी कैमरे के फुटेज खंगाले गए. इसमें एक महिला और एक पुरुष की बतौर संदिग्ध पहचान की गई. पुलिस फुटेज के आधार पर उनकी तलाश करती हुई शहर के सूरज सिनेमा में पहुंची. वहां फिर फुटेज के आधार पर हर घर में जाकर पूछताछ की गई और बच्चे के बारे में जानकारी जुटाई.
झारखंड और बिहार के रहने वाले हैं दोनों आरोपी
फुटेज में दिखे संदिग्ध महिला और पुरुष की पुलिस ने पहचान कर ली. बाद में उनको पकड़कर उनसे अलग-अलग पूछताछ की गई तो दोनों ने ही नाबालिग की हत्या करना स्वीकार कर लिया. पुलिस की जांच में सामने आया कि हत्या के शिकार हुए मासूम का नाम विक्रम था. पुलिस ने इस मामले में उसकी मां मुन्नी देवी पत्नी पहरु निवासी गुमला झारखंड और उसके प्रेमी अरविंद कुमार यादव निवासी वैशाली बिहार को गिरफ्तार किया है.
महिला चार साल से पति से अलग रह रही है
पुलिस की पूछताछ में मुन्नी देवी ने बताया कि वह करीब 4 साल से अपने पति से अलग रह रही है. उसका पति दिल्ली में रहता है. वह भिवाड़ी में अपने बेटे विक्रम के साथ रह रही है. करीब डेढ़ महीने पहले ही भिवाड़ी में उसकी उसी कॉलोनी में रह रहे अरविंद कुमार से मुलाकात हुई और दोनों साथ रहने लग गए. बेटा विक्रम दिव्यांग था. वह पैरों से विकलांग था. उसके पैरों में दर्द होता था. उसका इलाज चल रहा था. उस पर काफी पैसा खर्च हो रहा था. उसकी बीमारी से परेशान होकर दोनों ने उसकी हत्या करने का प्लान बनाया.
सुनसान जगह ले जाकर घोंटा गला
बीते 10 अप्रेल को देर शाम वे उसे घर से बाहर लेकर गए. सड़क पर ही गला दबाकर मारने का प्रयास किया. लेकिन वहां जब वे कामयाब नहीं हुए तो उसे सुनसान जगह पर लेकर गए. फिर वहां उसका रस्सी से गला घोंटकर हत्या कर दी. शव को पास में ही स्थित गंदे नाले में फेंक दिया. विक्रम के असली पिता पहरू को भी उसकी मौत के बारे में अभी तक कुछ भी पता नहीं है.
केवल डेढ़ महीने पुराना है प्यार
आरोपी अरविंद के बच्चे बिहार में रहते हैं. वह भिवाड़ी में रहकर मजदूरी का काम करता है. अरविंद करीब 15 साल से भिवाड़ी में रहकर कंपनी में लेबर का काम करता है. करीब डेढ़ महीने पहले ही वह मुन्नी देवी के संपर्क में आया था. तभी से ये दोनों एक ही जगह पर एक साथ रहते हैं. मुन्नी देवी एक दिन किसी को फोन लगा रही थी. लेकिन रॉंग नंबर डायल होने की वजह से वह अरविंद के पास चला गया. इस दौरान दोनों में बातचीत हुई और दोनों एक दूसरे के संपर्क में आ गए.