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कभी उधारी नहीं चुकाने पर दुकानदार से शर्मिंदा हुए, अब IPL में शामिल होकर बेटे ने सीना किया चौड़ा

झांसी पुलिस के सिपाही श्याम नाथ सिंह के बेटे कुमार कार्तिकेय सिंह ने आईपीएल में शामिल होकर पिता का सीना गर्व से चौड़ा कर दिया है। हेड कांस्टेबल ने तंगी में भी बेटे के सपने को मरने नहीं दिया।

,झांसी

कहते हैं कि खुली आंखों से देखा गया सपना जरूर पूरा होता है। कुछ ऐसा ही कर दिखाया है झांसी पुलिस के सिपाही श्याम नाथ सिंह के बेटे कुमार कार्तिकेय सिंह ने। तंगी में बेटे की परवरिश करने वाले श्याम नाथ दुकानदार की उधारी न चुका पाने पर बेइजत तक हो चुके हैं, लेकिन बेटे की परविश में उन्होंने कोई कमी नहीं छोड़ी।

कांस्टेबल श्यामनाथ सिंह के बेटे कुमार कार्तिकेय के आईपीएल में चयन होने के बाद मुम्बई इंडियंस टीम में शामिल होकर शानदार प्रदर्शन किया। उन्हें मोहम्मद अरसद खान के चुटहिल होने के बाद बुलाया गया था। मूल रूप से यूपी के सुल्तानपुर निवासी श्यामनाथ सिंह खुद खेल से जुड़े रहे है। बेटे की इच्छाओं का सम्मान कर न केवल उन्होंने कार्तिकेय का हौसला बढ़ाया। बल्कि खुद की इच्छाओं को मारकर बेटे को मुकाम तक पहुंचाने के लिए कई संघर्षों का सामना किया।

बेटे के लिए क्रिकेट किट खरीदने के लिये जहां श्यामनाथ सिंह के पास पर्याप्त रुपया न होने के कारण शर्मिंदगी झेलनी पड़ी, वहीं आईपीएल में विकेट लेते ही श्यामनाथ सिंह का सिर गर्व से ऊंचा हो गया। एसएसपी से लेकर सभी पुलिस साथियों ने श्यामनाथ को शुभकामनाएं देकर सम्मान बढ़ाया।

श्यामनाथ सिंह कहते है कि बेटा कार्तिकेय बेहद समझदार है। उसका पूरा दिन ग्राउण्ड पर गुजरता देख उसकी मेहनत के आगे वह किसी भी शर्मिंदगी को उठाने को तैयार दिखे। एसएन भारद्वाज का जिक्र करते हुए श्यामनाथ सिंह कहते हैं कि कार्तिकेय के कष्ट तब दूर हुए जब वह एसएन भारद्वाज के सम्पर्क में आया।

उन्होंने न केवल खर्चा उठाया, बल्कि के खेल की सभी बारीकियों को इस कदर समझाया कि कार्तिकेय आज किसी भी मैच में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए तैयार है। श्यामनाथ कहते हैं कि एक इच्छा है कि बेटा इण्डियन टीम की जर्सी पहने और देश के लिये खेले।

स्पिनर कुमार कार्तिकेय सिंह को 20 लाख रुपये के बेस प्राइज पर अनुबंध मिला है। इस युवा खिलाड़ी ने अब तक 9 फर्स्ट क्लास, 19 लिस्ट-ए और 8 टी-20 मैच खेले हैं। इसमें क्रमश: 35, 18 और 9 विकेट चटकाए हैं।

 

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