1982 की वो हिट फिल्म, होली पर जिसका गाना सुन थिरक पड़ते हैं लोग, 42 साल बाद आज भी कम नहीं हुआ क्रेज
होली के त्योहार के लिए भी फिल्म इंडस्ट्री में कई हिट सॉन्ग बनाए गए हैं. कुछ फिल्मों के गानों का तो आज सालों बाद भी क्रेज खत्म नहीं हुआ है. साल 1982 में भी ऐसी ही एक आई थी जिसमें फिल्माया गाया होली का गाना सुन आज भी लोग थिरक उठते हैं. आइए जानते हैं कौन सी थी वो फिल्म और वो गाना?
नई दिल्ली.
होली का त्योहार लोगों के लिए मस्ती भरा दिन होता है. इस खास दिन लोग फिल्मी गानों पर दिनभर डांस करते हैं. फिल्ममेकर ने भी इस खास दिन को ध्यान में रखते हुए कई हिट गाने बनाए हुए हैं. साल 1982 में आई एक सुपरहिट फिल्म का गाना भी अक्सर आपने होली के खास दिन सुना होगा. इस फिल्म का ये गाना काफी हिट हुआ था. फिल्म ने भी बॉक्स ऑफिस पर इतिहास रच दिया था.
साल 1982 में सिनेमाघरों में एक ऐसी फिल्म ने दस्तक दी थी, जिसकी पारिवारिक कहानी ने ना सिर्फ लोगों का दिल जीता था. बल्कि इस फिल्म में शामिल किया गया एक होली सॉन्ग तो हमेशा के लिए लोगों का फेवरेट बन गया था. इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर तहलका मचा दिया था. साल 1994 में भी ठीक ऐसी ही एक फिल्म आई थी जिसमें सलमान खान लीड रोल में थे. उस फिल्म ने भी कमाई के कई रिकॉर्ड तोड़ दिए थे.
आज भी गाना सुन थिरक पड़ते हैं लोग
साल 1982 की वो हिट फिल्म जिसने रिलीज के बाद ही धमाका कर दिया था, उस फिल्म का नाम था ‘नदिया के पार’. फिल्म में गुंजा और चंदन की लव स्टोरी ने तो दर्शकों का दिल ही जीत लिया था. 1 जनवरी 1982 को रिलीज हुई इस फिल्म को लोग आज भी नहीं भूल पाए हैं. आज भी ये फिल्म और इसके गाने लोगों के पसंदीदा फिल्मों में से एक है. साधना सिंह और सचिन पिलगांवकर की तो इस फिल्म से लॉटरी लग गई थी.
होली का गाना आज भी नहीं भूले लोग
इस फिल्म के यूं तो सभी गाने काफी पसंद किए गए थे. लेकिन होली पर फिल्माया एक गाना इस फिल्म में आज भी होली के त्योहार पर जरूर बजाया जाता है. लोग इस गाने को सुनते ही थिरकने पर मजबूर हो जाते हैं. फिल्म में भी होली का ये काफी काफी पसंद किया गया है. गाने के बोले थे, ‘जोगी जी नींद ना आवे, जोगीजी वाह जोगीजी सजन की याद सतावे, जोगीजी वाह जोगीजी, जोगी जी धीरे धीरे…’ फिल्म का ये होली पर फिल्माया गाना आज भी हर होली पर लोगों को थिरकने पर मजबूर कर देता है.
बता दें कि ‘नदिया के पार’ की शूटिंग जौनपुर के एक छोटे से गांव में की गई थी. शूटिंग के दौरान ही साधना और गांववालों के बीच इतना करीबी रिश्ता बन गया था कि जब फिल्म की शूटिंग कंप्लीट हुई गांव के लोग उनके जाने की खबर सुनकर रोने लगे थे.