एडिटर्स गिल्ड ने की पत्रकार पर हमले की निंदा, प्रशासन से सुरक्षा देने की मांग

वरिष्ठ पत्रकार वागले उस दिन अपनी कार से एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कहीं जा रहे थे। रास्ते में उनकी कार रोककर उनसे अभद्रता की गई। कथित तौर पर हमला करने वाले लोग एक राजनीतिक संगठन के कार्यकर्ता थे और अपने एक नेता पर उनके द्वारा सोशल मीडिया पर की गई टिप्पणी से नाराज थे…
नई दिल्ली
एडिटर्स गिल्ड ने शुक्रवार को पुणे में एक पत्रकार निखिल वागले पर हुए हमले की निंदा की है। वरिष्ठ पत्रकार वागले उस दिन अपनी कार से एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कहीं जा रहे थे। रास्ते में उनकी कार रोककर उनसे अभद्रता की गई। कथित तौर पर हमला करने वाले लोग एक राजनीतिक संगठन के कार्यकर्ता थे और अपने एक नेता पर उनके द्वारा सोशल मीडिया पर की गई टिप्पणी से नाराज थे।
इस मामले में आश्चर्यजनक रूप से स्वयं पत्रकार के खिलाफ ही दो समुदायों में दुश्मनी फैलाने के आरोप में केस दर्ज कर दिया गया है। विश्रामबाग थाने में दर्ज इस शिकायत में उन पर मानहानि और भ्रामक सूचना देकर लोगों को गुमराह करने जैसे आरोप भी लगाए गए हैं।
गिल्ड के कुछ पदाधिकारियों ने पत्रकार पर हुए हमले के संदर्भ में पुणे और महाराष्ट्र सरकार के प्रशासन के वरिष्ठ पदाधिकारियों से मुलाकात की और उनसे पत्रकार वागले के संवैधानिक अधिकारों को सुरक्षित करने की मांग की। संगठन ने कहा कि संविधान लोगों को अपने विचारों की अभिव्यक्ति की आजादी देता है और यह हर हाल में सुरक्षित रहना चाहिए।