इस जड़ी-बूटी में छिपा है जवानी का राज़, सिर्फ 3 बूंद कर लें सेवन, 80 साल तक नहीं आएगा बुढ़ापा !

शिलाजीत को आयुर्वेद में बेहद चमत्कारी जड़ी-बूटी माना गया है. इसका सेवन करने से शरीर में नई जान आ सकती है और कमजोरी का नामोनिशान मिट सकता है. शिलाजीत महिलाओं के लिए भी अत्यंत लाभकारी माना गया है. दूध के साथ शिलाजीत लेने से लंबी उम्र तक जवां रह सकते हैं.
शिलाजीत को बेहद चमत्कारी आयुर्वेदिक औषधि माना जाता है. इसे शरीर की कमजोरी और थकान दूर करने में रामबाण माना गया है. देश में हजारों सालों से शिलाजीत का सेवन किया जा रहा है और इसे इंसानों के लिए वरदान माना गया है. आयुर्वेद के जानकारों की मानें तो शिलाजीत हिमालय की चट्टानों से निकलने वाला एक चिपचिपा पदार्थ होता है, जिसमें अनगिनत औषधीय गुण होते हैं. महिला और पुरुष दोनों की सेहत के लिए शिलाजी को करामाती माना जा सकता है. शारीरिक कमजोरी, थकान, कमजोर इम्यूनिटी और इनफर्टिलिटी की समस्या से राहत दिलाने के लिए शिलाजीत का सेवन करने की सलाह दी जाती है. डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे मरीजों के लिए भी शिलाजीत अत्यधिक लाभकारी हो सकता है.
यूपी के अलीगढ़ आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. नरेंद्र कुमार के अनुसार शिलाजीत को आयुर्वेद में बेहद शक्तिशाली और लाभकारी रसायन माना गया है. शिलाजीत को वात, पित्त और कफ विकार से छुटकारा दिलाने में असरदार माना गया है. शिलाजीत चट्टानों से निकलता है और इसमें अनगिनत जड़ी-बूटियों की शक्ति होती है. इसकी कीमत ज्यादा होती है, लेकिन इसका सेवन करना कई दवाओं से ज्यादा फायदेमंद हो सकता है. आजकल बाजार में शिलाजीत लिक्विड और कैप्सूल के रूप में भी मिलता है. हालांकि शिलाजीत असली हो, तभी सेहत को फायदा पहुंचाता है. नकली शिलाजीत खरीदने से बचना चाहिए और शिलाजीत का सेवन डॉक्टर की सलाह के अनुसार करना चाहिए. छोटे बच्चों और गर्भवती महिलाओं को शिलाजीत नहीं खाना चाहिए.
आयुर्वेदिक डॉक्टर की मानें तो महिला और पुरुष दोनों के लिए शिलाजीत एक टॉनिक का काम करता है. यह कमजोरी, थकान, इनफर्टिलिटी समेत कई समस्याओं से राहत दिलाता है और शरीर को ताकतवर बनाता है. सही तरीके से शिलाजीत का सेवन करने से लोग लंबे समय तक किया जाए, तो शरीर ताकतवर और निरोगी रह सकता है. कई लोग इसे जवान रहने के लिए भी इस्तेमाल करते हैं. आमतौर पर लोगों को लगता है कि सिर्फ पुरुषों को शिलाजीत खाना चाहिए, लेकिन ऐसा है. शिलाजीत हमारे शरीर की सेल्स को डैमेज होने से बचाता है और इम्यूनिटी बूस्ट करता है. डायबिटीज के मरीजों के लिए भी शिलाजीत को फायदेमंद माना जाता है. आयुर्वेद में शिलाजीत का इस्तेमाल ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में करते हैं.
अब सवाल है कि शिलाजीत का सेवन किस तरह करना चाहिए? इस पर आयुर्वेदिक डॉक्टर कहते हैं कि बाजार में लिक्विड और टेबलेट फॉर्म में शिलाजीत मिलता है. आपने लिक्विड शिलाजीत खरीदा है, तो आप नियमित रूप से सुबह और शाम को दूध में सिर्फ 3 बूंद शिलाजीत मिलाकर पी सकते हैं. इससे आपको कुछ ही दिनों में असर दिखने लगेगा. अगर आपके पास टेबलेट फॉर्म में शिलाजीत है, तो सुबह-शाम 2-2 टेबलेट दूध या पानी के साथ ले सकते हैं. शिलाजीत की टेबलेट्स में शिलाजीत की मात्रा कम होती है, जिसकी वजह से इसकी डोज दो गोलियों की होती है. हालांकि शिलाजीत की गोलियों का सेवन करने से पहले आप डॉक्टर की सलाह जरूर लें. कई बार लोगों की मेडिकल कंडीशन के अनुसार अलग-अलग डोज दी जाती है. ऐसे में लापरवाही न बरतें.