कड़वी तो बहुत है लेकिन एक घूंट भी शरीर में उतर गया तो सालों से बनी खून की गंदगी हो जाएगी साफ, लिवर भी बनेगा ताकतवर

कहावत है नीम के पत्ते कड़वी सही लेकिन खून तो साफ करता है. यह नीम का पत्ता तो नहीं लेकिन उसका बाप है. जी हां, हम बात कर रहे हैं चिरायता की. चिरायता बहुत तीखी कड़वी है लेकिन जब आप दो-चार दिन भी इसे गले में उतार लेंगे तो शरीर की कई परेशानियां दूर हो सकती है.
Chirata Clean Blood: धरती पर बहुत सी ऐसी चीजें हैं जो बेहद कड़वी हैं. इनमें कई सीधा जहर है जिसे खाया नहीं जाता है लेकिन कुछ कुदरती हर्ब्स हैं जो तीखी या कड़वी तो बहुत है लेकिन यह औषधीय गुणों से भरपूर है. चिरायता ऐसा ही हर्ब्स है. खून को साफ करने के लिए चिरायता अमृत समान है. दरअसल, इंफेक्शन से संबंधित अधिकांश बीमारियों की शुरुआत खून से ही होती है. खून में जब हमारा इम्यून कमजोर होने लगता है तब सूक्ष्म जीव इसमें प्रवेश कर कई तरह के इंफेक्शन फैलाते हैं. चिरायता खून के अंदर घुस कर इन सूक्ष्मजीवों के लिए काल बन जाता है. चिरायता एक तरह से दवा से पहले खून की सफाई कर देता है. अध्ययन में भी साबित हुआ है कि चिरायता पेट में कीड़े-मकोड़े, सर्दी-जुकाम या बुखार जैसी मामूली समस्याओं का भी तुरंत निदान कर देता है. इतना ही नहीं, चिरायता हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज जैसी समस्याओं को भी कंट्रोल करता है.
एक घूंट चिरायता के इतने फायदे
- 1. स्किन से इंफेक्शन खत्म -जब खून में सूक्ष्म जीवों का प्रवेश होता है तो सबसे पहले असर स्किन को ही होता है. इससे स्किन में दाद, खाज, खुजली, चकत्ते, दाने, सोरोसिस जैसी बीमारियां लग जाती है. वेबएमडी के मुताबिक चिरायता में मौजूद कंपाउड इतने तीखे होते हैं कि इसके खून में पहुंचते ही सभी तरह के सूक्ष्मजीवों का अंत होने लगता है. इसलिए आयुर्वेद में स्किन से संबंधित परेशानियों के लिए चिरायता पीने की सलाह दी जाती है.
- 2. खून से गंदगी साफ-खून से गंदगी के साफ होने का मतलब है कि खून में किसी तरह का सूक्ष्मजीव या पैरासाइट्स न हो. इन सबके होने से खून में आरबीसी और हीमोग्लोबिन की कमी होने लगती है. अगर हीमोग्लोबिन की कमी होगी तो ऑक्सीजन कम बनेगी. इससे एनीमिया की बीमारी होगी. लेकिन चिरायता इन सूक्ष्मजीव और पैरासाइट्स को मार देता है जिससे खून साफ हो जाता है.
- 3. लिवर मजबूत करने में-चिरायता में कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं. इनमें एल्कलाएड, जेंथोंस, चिरायटेनिन, चिरेटोल, पेलमिटिक जैसे एंटीऑक्सीडेंट्स प्रमुख हैं. ये एंटीऑक्सीडेंट्स लिवर को मजबूत करते हैं. इससे लिवर में नए सेल्स बनने में मदद मिलती है और लिवर के आउटर लेयर से टॉक्सिन निकलने लगता है.
- 4. डायबिटीज में-चिरायता शरीर में मेटाबोलिज्म को बूस्ट करता है. मेटाबोलिज्म के बूस्ट होने से ग्लूकोज का अवशोषण सही से होने लगता है. ग्लूकोज का अवशोषण संतुलित मात्रा में होने से ब्लड शुगर जमा नहीं हो पाता है.
- 5. पेट की सफाई-चिरायता खून को साफ करने के साथ-साथ पेट की भी अच्छी तरह सफाई कर देता है. चिरायता पेट में हानिकारक बैक्टीरिया और अन्य सूक्ष्म जीवों को मार देता है जिसके कारण पेट से संबंधित समस्याएं जैसे कि गैस, बदहजमी, ब्लॉटिंग, पेट में दर्द आदि से छुटकारा दिलाता है.
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चिरायता का सेवन कैसे करें
चिरायता का सेवन करने के लिए चिरायता के तने को रात में पानी में भीगने के लिए छोड़ दें और सुबह इसे छान कर पी लें. दूसरा तरीका है कि दो कप पानी में चिरायते के दो तने को डाल दें और इसे तब तक गर्म करें जब तक यह आधा न हो जाए. इसके बाद इसे छानकर 3-4 चम्मच सुबह-सुबह सेवन करें.