हेल्थ

सर्दी-खांसी होने पर सिर्फ 3 दवाएं लेना सुरक्षित, भूलकर भी न खाएं ये गोलियां, वरना पहुंच जाएंगे हॉस्पिटल, डॉ. प्रमिला बैथा से जानें सही इलाज

ठंड के मौसम में सर्दी-जुकाम, खांसी और बुखार की समस्या काफी कॉमन है. अगर आप भी इन परेशानियों का शिकार हो रहे हैं, तो डॉक्टर से इसकी सबसे अच्छी दवा जान लीजिए. साथ ही यह भी जान लीजिए कि वायरल फ्लू होने पर किन दवाओं को अवॉइड करना चाहिए.

Best Cold & Flu Treatment: सर्दी का मौसम चल रहा है और हर जगह जुकाम, खांसी, बुखार से परेशान लोग देखे जा सकते हैं. इस मौसम में फ्लू का कहर बढ़ जाता है और लोग वायरल इंफेक्शन का शिकार हो जाते हैं. सर्दी-जुकाम, खांसी और वायरल बुखार आने पर लोग पैरासिटामोल, पेनकिलर्स और कई एंटीबायोटिक दवाएं लेना शुरू कर देते हैं. खुद से इलाज करने से कई लोगों की तबीयत बिगड़ जाती है. ऐसे में हेल्थ एक्सपर्ट्स से मिलकर कंसल्ट करने की जरूरत होती है. डॉक्टर्स की मानें तो सीजनल फ्लू से बचने के लिए पैरासिटामोल को सबसे सुरक्षित दवा माना जाता है और फ्लू से जूझ रहे अधिकतर लोगों को इसे खाने की सलाह दी जाती है. कई बार एंटी-हिस्टामाइन दवाएं भी दी जाती हैं. हालांकि वायरल फ्लू में एंटीबायोटिक दवाएं लेने की सलाद नहीं दी जाती है.

ग्रेटर नोएडा के फोर्टिस हॉस्पिटल के इंटरनल मेडिसिन डिपार्टमेंट की एडिशनल डायरेक्टर डॉ. प्रमिला बैथा के मुताबिक सर्दियों के मौसम में जुकाम, खांसी और वायरल बुखार होना एक आम समस्या है. मेडिकल भाषा में इसे सीजनल फ्लू कहते हैं. यह एक वायरल फ्लू होता है और इसका इलाज लक्षणों के आधार पर किया जाता है. आमतौर पर लोगों को बुखार और बदन दर्द होने पर पैरासिटामोल टेबलेट दी जाती है. कई बार सिर और बदन दर्द से राहत दिलाने के लिए हल्के पेनकिलर्स दिए जाते हैं. नाक बहने, छींक आने और खांसी होने पर सिट्रीजिन जैसी एंटी-हिस्टामाइन दवाएं दी जाती हैं. मरीजों को फ्लू की वजह से जैसे लक्षण नजर आते हैं, उसी के हिसाब से दवा दी जाती है. कोरोना वायरस समेत अधिकतर वायरल फ्लू का इलाज लक्षणों के आधार पर ही किया जाता है.

डॉक्टर प्रमिला बैथा कहती हैं कि सर्दी में अधिकतर लोग वायरल फ्लू से जूझते हैं और इसमें एंटीबायोटिक दवाएं लेने का कोई मतलब नहीं होता है. एंटीबायोटिक दवाएं आमतौर पर बैक्टीरियल इंफेक्शन के लिए दी जाती हैं. वायरल फ्लू में इन दवाओं से कोई फायदा नहीं होता है और शरीर में इनका रजिस्टेंस बनने का खतरा होता है. अगर आपको बैक्टीरियल इंफेक्शन है, तब भी डॉक्टर की सलाह के बाद ही एंटीबायोटिक दवा लेनी चाहिए. हालांकि लोगों को ज्यादा पेनकिलर्स लेने से बचना चाहिए. हेवी पेनकिलर्स के ज्यादा इस्तेमाल से साइड इफेक्ट हो सकते हैं. सर्दी-जुकाम और खांसी होने पर शरीर को गर्म रखने की कोशिश करनी चाहिए. इससे बचने के लिए ठंड में बाहर निकलने से बचना चाहिए और संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनानी चाहिए. मास्क पहनना चाहिए. मौसमी फल-सब्जियां खानी चाहिए, ताकि इम्यूनिटी बूस्ट हो सके.

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