महिलाओं में खून की कमी पूरे शरीर को बना देती है लुंज-पुंज, 5 संकेतों से समझें इशारा, तुरंत करें सुधार वरना संकट आएगा हजार

महिलाओं में पुरुषों की तुलना में कहीं अधिक खून की कमी रहती है, लेकिन अगर इस कमी को दूर नहीं किया जाए तो इसके शरीर में कई खतरनाक परिणाम दिख सकते हैं.
प्रकृति ने महिलाओं के शरीर को नायाब तरीके से रचा है. लेकिन इस नायाबपन के कारण महिलाओं का शरीर पुरुष की तुलना में ज्यादा जटिल होता है. यही कारण है महिलाओं को खून की ज्यादा जरूरत होती है. चूंकि खून सबके लिए जीवन का आधार है. इसलिए खून की कमी का घातक असर होना लाजिमी है. खून ही शरीर के हर एक अंग से दूसरे अंगों का संपर्क संभव बनाता है. खून के कारण ही शरीर के अंग-अंग में ऑक्सीजन और आवश्यक पोषक तत्वों की पहुंच होती है और वहां से कार्बनडायऑक्साइड का शरीर से बाहर निकलना होता है. इसलिए शरीर के प्रत्येक अंग में खून का पहुंचना जरूरी है. खून के आरबीसी में मौजूद हीमोग्लोबिन के कारण ऑक्सीजन शरीर के अंग-अंग तक पहुंचती है. हीमोग्लोबिन के बिना ऑक्सीजन का पहुंचना कम हो जाता है.
जिन लोगों में हीमोग्लोबिन की कमी हो जाती है, उसे एनीमिया की बीमारी होती है. महिलाएं अक्सर एनीमिया की शिकार हो जाती हैं. लेकिन अगर एनीमिया का इलाज जल्दी नहीं किया गया तो महिलाओं का शरीर इतना लुंज-पुंज हो जाता है कि कुछ भी काम सही से नहीं हो पाता है. महिलाओं के शरीर में कुछ खास संकेत एनीमिया के लक्षण की ओर इशारा करते हैं.
महिलाओं को खून की कमी क्यों होती है ज्यादा
मायो क्लिनिक के मुताबिक जब भोजन में आयरन की मात्रा ज्यादा न हो या किसी न किसी वजह से ज्यादा खून शरीर से निकल रहा हो तो एनीमिया की बीमारी हो सकती है. वहीं कुछ बीमारियों के कारण भी हीमोग्लोबिन की कमी होती है. रिपोर्ट के मुताबिक महिलाओं में हर महीने पीरियड्स के दौरान खून बाहर निकलता है. जिन महिलाओं को हैवी पीरियड्स होते हैं, उनमें एनीमिया का रिस्क ज्यादा रहता है. दूसरी ओर अगर भोजन में हरी पत्तीदार सब्जियों की कमी होती है तो भी एनीमिया की बीमारी हो सकती है. इस तरह महिलाएं हमेशा एनीमिया की रिस्क में रहती हैं.
आयरन की कमी के संकेत
- 1. बहुत अधिक थकान और कमजोर- जब महिलाओं के शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी होती है तब सबसे अधिक शरीर में कमजोरी और थकान होती है. इतनी कमजोरी हो जाती है कि कुछ काम करने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. ऐसा इसलिए होता है कि क्योंकि ऑक्सीजन हर अंग तक नहीं पहुंचती. इससे नसें शिथिल होने लगती है जिससे शरीर में कमजोरी और थकान महसूस होती है.
- 2. भूख नहीं लगना-एनीमिया की बीमारी होने पर महिलाओं में भूख बहुत कम लगती है. ऐसा लगता है कि पेट भरा हुआ है. चूंकि पहले से कमजोरी और थकान रहती ही है, ऐसे में अगर पोषक तत्वों की प्राप्ति नहीं होती तो दिक्कतें और बढ़ जाती हैं.
- 3. सिर दर्द और चक्कर- अगर महिलाओं में एनीमिया हो जाए तो अक्सर सिर में दर्द और चक्कर की शिकायत रहती है. इससे पूरा दिन खींझ रहती है. कोई काम करने में बेचैनी होने लगती है.
- 4. स्किन के रंग में बदलाव- एनीमिया या शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी होने पर स्किन का रंग पीला पड़ने लगता है. नाखून बहुत कमजोर होने लगते हैं. हाथ-पैर बहुत ठंडे हो जाते हैं.
- 5. छाती में दर्द- हीमोग्लोबिन की कमी होने पर सांसें तेज चलने लगती है. इसका कारण है कि हार्ट को पर्याप्त ऑक्सीजन की सप्लाई नहीं हो पाती है इसलिए कभी-कभी दम भी फूलने लगता है. इससे छाती में भी दर्द हो सकता है.
कैसे खून की कमी को करें पूरा
आयरन की कमी के लिए नॉन वेजिटेरियन सीफूड, मीट, ड्राई फ्रूट आदि का सेवन करें. वहीं जो लोग वेजिटेरियन हैं या नहीं भी हैं वे, ड्राई फ्रूट, डार्क ग्रीन पत्तीदार सब्जियां जैसे पालक, केले आदि का सेवन करें. किशमिश, खुबानी, ही मटर, फूलगोभी, चकोतरा, संतरा, तरबूज, स्ट्रॉबेरी, तरबूज, अनार आदि फ्रूट जल्दी से आयरन की कमी को पूरा कर देंगे.