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बादाम का तेल या गाय का घी, नाभि में क्‍या लगाना है फायदेमंद, आंखों से हट जाता है चश्‍मा, एक्‍सपर्ट से जानें

बादाम के तेल की तासीर अम्‍लीय होती है और देसी गाय के घी की तासीर क्षारीय होती है, ऐसे में गाय के घी को किसी भी मौसम में इस्‍तेमाल किया जा सकता है.

 

आज सिर्फ बड़े-बुजुर्गों के ही नहीं बल्कि छोटे-छोटे बच्‍चों की भी आंखें कमजोर हो रही हैं. यही वजह है कि बचपन में ही उनकी आंखों पर चश्‍मा चढ़ रहा है. हालांकि चिकित्‍सा की प्राचीन पद्धतियों आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्‍सा में आंखों को मजबूत करने के लिए कई उपाय हैं, इन्‍हीं में से एक है रोजाना नाभि में घी या बादाम का तेल लगाना. विशेषज्ञों की मानें तो यह उपाय इतना कारगर है कि इससे आंखों का चश्‍मा भी उतर जाता है लेकिन सबसे बड़ा सवाल है कि नाभि में बादाम का तेल लगाना चाहिए या गाय का घी? आइए जानते हैं….

फरीदाबाद स्थित प्राकृतिक चिकित्‍सक मेहेर सिंह बताते हैं कि नाभि हमारे शरीर का सेंटर पॉइंट होती है. आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्‍सा शास्‍त्र के अनुसार इससे शरीर के अलग-अलग अंगों तक जाने वाली 72 हजार नाड़‍ियां इस नाभि से जुड़ी होती हैं. इनमें आंखों तक जाने वाली ऑप्टिक नर्व भी शामिल है. गर्भ में रहने वाला शिशु नाभि से जुड़ी गर्भनाल से ही पोषण और भोजन दोनों प्राप्‍त करता है और विकसित होता है. यही वजह है कि बड़े होने पर भी नाभि को दिया जाने वाला पोषण शरीर के कई अंगों को फायदा पहुंचाता है.

नाभि में क्‍या लगाएं घी या बादाम का तेल
चिकित्‍सक सिंह कहते हैं कि आंखों के लिए नेचुरोपैथी में देसी गाय के घी या बादाम के तेल को इस्‍तेमाल करने के लिए बताया गया है. हालांकि ध्‍यान रहे कि देसी गाय के अलावा भैंस या किसी अन्‍य नस्‍ल की गाय का घी नेचुरोपैथी में मेडिकली इस्‍तेमाल नहीं किया जा सकता.

जहां तक घी और बादाम तेल के इस्‍तेमाल की बात है तो देसी गाय के घी की तासीर एल्‍केलाइन यानि क्षारीय होती है. इसकी प्रकृति ठंडी होती है. इसलिए इसे किसी भी मौसम में इस्‍तेमाल किया जा सकता है. यह सर्वेश्रेष्‍ठ होता है.

जबकि बादाम का तेल या कोई भी तेल अम्‍लीय यानि एसिडिक होता है. बादाम के तेल या बादाम रोगन की प्रकृति गर्म होती है, इसलिए इसे गर्मी में नाभि में डालने के लिए मना किया जाता है. हालांकि सर्दी के मौसम में बादाम के तेल को नाभि में डाल सकते हैं लेकिन अगर आपके पास देसी गाय का घी मौजूद है तो कोशिश करें कि गाय का घी ही लगाएं.

कैसे लगाएं घी या तेल
देसी गाय के घी की दो से 3 बूंदें रोजाना रात को सोते समय नाभि में लगाएं. इनमें आंखों की नर्व प्रमुख हैं. ऐसा करने से न केवल आंखों की रोशनी बढ़ती है बल्कि आंखों की कमजोरी भी दूर होती है. रोजाना घी लगाने से कई बार आंखों से चश्‍मा भी हट जाता है.

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