शिक्षा के मंदिर में गंदा खेल: विधवा टीचर पर प्रिंसिपल की बुरी नजर, शारीरिक संबंध बनाने के लिए डालता है दबाव

सरकारी स्कूल में पदस्थ विधवा शिक्षिका ने विद्यालय के प्रधानाचार्य पर सनसनीखेज आरोप लगाया है. महिला टीचर का आरोप है कि प्रिंसिपल उनपर शारीरिक संबंध बनाने का दबाव डालते हैं. उनपर लगातार इसके लिए समर्पण करने का दबाव बनाया जा रहा है. चैंबर में भी बुलाकर अश्लील हरकत की जाती है. पीड़ित शिक्षिका ने एसपी ऑफिस पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई है.
प्रिंसिपल की प्रताड़ना से तंग आकर सरकारी स्कूल की शिक्षिका ने एसपी ऑफिस में शिकायत दी है.
चूरू.
अंतराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर चूरू के जिला कलेक्टर को बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना के तहत उत्कृष्ट कार्य करने के लिए राज्य स्तर पर सम्मानित किया गया था. बेटिायों को बचाने और उन्हें आगे बढ़ाने के लिए जिले के डीएम को भले ही सम्मानित किया गया हो लेकिन एक घटना ने महिलाओं की स्थिति के बारे में सबकुछ स्पष्ट कर दिया है. जिले के ही एक सरकारी स्कूल में महिला टीचर की चौंकाने वाली दास्तान ने सबको हैरान कर दिया है. सरकारी विधवा शिक्षिका को स्कूल में ही यौन उत्पीड़न का शिकार होना पड़ रहा है. उन्होंने स्कूल के प्रिंसिपल पर शारीरिक संबंध बनाने के लिए दबाव डालने का सनसनीखेज आरोप लगाया है. उन्हें न्याय पाने के लिए दर-दर की ठोकर खाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है. प्रिंसिपल ने आरोपों को बेवुनियाद बताया है.
चूरू जिले की राजगढ़ तहसील के हमीरवास थानांतर्गत गांव सांखू के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय की तृतीय श्रेणी की एक अध्यापिका ने स्कूल के प्रधानाचार्य पर शारीरिक संबंध बनाने का दबाब डालने का आरोप लगाया है. स्कूल प्रिंसिपल पर प्रताड़ित करने के भी आरोप लगाए हैं. पीड़िता का आरोप है कि उन्होंने विभागीय स्तर पर इसकी शिकायत की थी, लेकिन इसके बावजूद आरोपी प्रिंसिपल पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. इसके बाद वह हमीरवास थाने गईं, जहां उन्हें 4 घंटे तक बिठाए रखा गया, लेकिन सुनवाई नहीं हुई. सुनवाई न होने पर वह चूरू एसपी ऑफिस पहुंचीं और पुलिस अधीक्षक को परिवाद सौंपकर न्याय की गुहार लगाई है.
बीच क्लास से अपने चैंबर में बुलवा लेता है प्रिंसिपल
महिला टीचर ने बताया कि वह सरकारी स्कूल में साल 2016 से तृतीय श्रेणी अध्यापक पद पर कार्यरत हैं. उनके पति का निधन हो चुका है. उन्होंने आरोप लगाया कि स्कूल के प्रधानाचार्य सुमेर सांगवान उनपर संबंध बनाने का दबाब बनाते हुए प्रताड़ित कर रहे हैं. उन्होंने प्रिंसिपल पर अश्लील इशारे करने का भी आरोप लगाया है. विधवा शिक्षिका ने बताया कि सुमेर सांगवान लगातार उन्हें समर्पण करने के लिए कहता है. जब वह क्लास में पढ़ाती हैं तो आरोपी प्रिंसिपल चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी को भेजकर उन्हें अपने कमरे में बुलाते हैं और उनके साथ अश्लील हरकत की जाती है. समर्पण न करने पर प्रताड़ित करने की धमकी भी दी जाती है. उन्होंने आरोप लगाया कि हमीरवास थाने के एसएचओ उन्हें 4 घंटे बैठाए रखा पर किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की. इसके बाद वह एसपी कार्यालय पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई.
कहीं नहीं मिला न्याय
महिला शिक्षक ने बताया कि इससे पहले वह कलेक्टर, मुख्यमंत्री पोर्टल और माध्यमिक शिक्षा निदेशक (बीकानेर) को भी लिखित रूप से शिकायत कर चुकी हैं. इसके बावजूद अभी तक न्याय नहीं मिला है. पीड़िता का कहना है कि प्रिंसिपल राजनीतिक अप्रोच रखता है, जिसकी वजह से उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. उधर, आरोपी प्रिंसिपल सुमेर सांगवान ने महिला टीचर के आरोपों को बेबुनियाद बताया है.