‘आतंकी हमलों के जिम्मेदार हैं अफगानी’, पाकिस्तान सरकार का बड़ा फैसला, 75 लाख लोगों को देश से करेगी बाहर

पाकिस्तान में लगातार बढ़ रहे आत्मघाती और आतंकी हमलों को लेकर अफगानिस्तान के लोगों की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं. पाक अधिकारियों ने कई दौर की बैठकों के बाद यह फैसला किया है कि देश में रह रहे अफगान के लोगों को तीन चरणों में बाहर किया जाएगा.
नई दिल्लीः पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच आतंकवाद के मुद्दे पर तनातनी के बाद अफगानी नागरिकों की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं. पाक सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक में अफगान नागरिकों को तीन चरणों में देश से निकालने पर मोहर लगाई गई है. बताया जा रहा है कि करीब 10 लाख अफगानी नागरिक पाकिस्तान में रह रहे हैं. देश में बसे अफगानी नागरिकों को लेकर पिछले दो दिनों से पाकिस्तान सरकार की वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक चल रही थी.
अफगानी नागरिकों को पाकिस्तान से निकालने पर विचार-विमर्श
इस बैठक के दौरान पाकिस्तान में हो रहे आतंकवादी हमले लोग तथा अन्य आपराधिक घटनाओं को लेकर विशेष रूप से विचार विमर्श किया गया. इस दौरान बैठक में मौजूद वरिष्ठ अधिकारियों का मानना था कि पाकिस्तान में हो रहे आतंकवादी आत्मघाती हमले और अपराध की बड़ी घटनाओं के पीछे अफगान नागरिकों का हाथ है. ऐसे में उन्हें देश में रखने का कोई फायदा नहीं है. लिहाजा सभी अफगान नागरिकों को पाकिस्तान से निकाल दिया जाए और उन्हें वापस अफगानिस्तान भेज दिया जाए.
पाक अधिकारियों ने की कई बैठकें
बैठक में विशेष रूप से कहा गया कि जिन अफगानी नागरिकों के पास पाकिस्तान में रहने का वीजा है, लेकिन जिनके वीजा की अवधि समाप्त हो रही है तो उन्हें पाकिस्तान से बाहर किया जाए. बैठक में बताया गया की 2021 में अफगानिस्तान से संयुक्त राज्य अमेरिका की वापसी के बाद लगभग चार-चार लाख अफगान नागरिकों ने अवैध तरीकों से पाकिस्तान में प्रवेश किया. इसके अलावा पाकिस्तान में रह रही लगभग साढ़े सात मिलियन अफगानियों की एक बड़ी संख्या ने पाकिस्तान में अपने निवास के प्रमाण को नवीनीकृत नहीं कराया है.
कई चरणों में अफगानी नागरिकों को किया जाएगा बाहर
बैठक में अफगान नागरिकों को पाकिस्तान से कई चरणों में निकालने के लिए कहा गया है. इसके प्रारंभिक चरण में अवैध रूप से रहने वाले और अपने वीजा को नवीनीकृत कराने में फेल रहने वाले अफगानियों को निर्वासन के लिए लक्षित किया जाएगा. दूसरे चरण में अफगान नागरिकता और निवास प्रमाण पत्र रखने वालों को निष्कासन के लिए रखा जाएगा. तीसरे और अंतिम चरण में किसी भी अफगानी को जो किसी भी तौर पर पाकिस्तान में रह रहा है, केवल घूमने के लिए आ सकता है बाकी रहने की इजाजत नहीं दी जाएगी.
आतंकियों की मदद करते हैं अफगानी?
बैठक में जोर देकर कहा गया कि पाकिस्तान में रह रहे ये अफगानी नागरिक आतंकवादी गतिविधियों के अलावा मुद्रा तस्करी, ड्रग तस्करी, आतंकवादियों को पनाह देने, उन्हें हथियार आदि मुहैया कराने में बड़े पैमाने पर शामिल पाए गए हैं. ऐसे में यह अफगानी पाकिस्तानी नागरिकों की भलाई और उनकी सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा है. ध्यान रहे की संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद में भी पाकिस्तान के विशेष दूत ने अफगानिस्तान पर बड़े सवाल उठाए थे.