गुजरात सरकार ने विधानसभा में बताया- राज्य में करीब 3.64 लाख शिक्षित युवा है बेरोजगार

अहमदाबाद
गुजरात सरकार ने बुधवार को विधानसभा में पूछे गए सवाल के जवाब में बताया कि राज्य में करीब करीब 3.46 लाख युवा शिक्षित बेरोजगार हैं। इसके अलावा करीब 17,816 अर्ध-साक्षर युवा बेरोजगार हैं। गुजरात के श्रम, कौशल विकास और रोजगार मंत्री ब्रिजेश मेरजा ने यह जानकारी कांग्रेस विधायक की ओर से राज्य में बेरोजगारी के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में दी।
विधायक ने दिसंबर 2021 को समाप्त हुए दो साल में दी गई सरकारी नौकरियों की भी जानकारी मांगी थी। इसके जवाब में मंत्री ने बताया कि पिछले दो साल में (2020 और 2021) में 1,278 लोगों को सरकारी नौकरी दी गई जबकि 4.53 लाख लोगों को रोजगार कार्यालय के जरिए निजी क्षेत्र में काम मिला। मंत्री ने कहा कि सरकारी नौकरी में उन लोगों के आंकड़े शामिल नहीं हैं जिन्होंने बिना रोजगार कार्यालय की मदद नौकरी प्राप्त की। जिलेवार जानकारी देते हुए मंत्री ने अपने जवाब में कहा कि राज्य में बेरोजगारों की कुल संख्या 3,64,252 है।
राज्य का वडोदरा जिला 26,921 बेरोजगार युवाओं के साथ पहले स्थान पर है। इसके बाद 26,628 बेरोजगार व्यक्तियों के साथ अहमदाबाद दूसरे नंबर पर है। बुधवार को गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल और वडगाम के विधायक जिग्नेश मेवाणी ने अहमदाबाद में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा नौकरियों पर बड़े वादे करती है लेकिन जब कार्यान्वयन की बात आती है, तो वे बड़े पैमाने पर विफल होते हैं।
उन्होंने दावा किया कि गुजरात में सत्तारूढ़ भाजपा सरकार में 4.5 से 5 लाख नौकरियों के लिए रिक्त पदों को भरने में विफल रही है। कांग्रेस ने बेरोजगारी के मुद्दे को चर्चा में लान के उद्देश्य से 28 मार्च को युवाओं की एक सभा आयोजित करने की योजना बनाई है। हार्दिक पटेल ने कहा ‘आने वाले दिनों में रोजगार देने की सरकार की कोई योजना नहीं है। आने वाले दिनों में युवा कांग्रेस गांधीनगर में सरकारी नौकरियों में भर्ती के लिए परीक्षा पेपर लीक की घटनाओं सहित बेरोजगारी और सरकारी नौकरियों में अनियमितताओं के मुद्दे पर एक सम्मेलन आयोजित करेगी।’