थाना प्रभारी ने 2 लाख में जबरन कराया समझौता, नोटों का बनाया वीडियो, मामला खुला तो हुआ ये अंजाम

नोएडा में एक थाना प्रभारी को दो पक्षों के बीच मारपीट के एक मामले में 2 लाख रुपये में सुलह कराना भारी पड़ गया. इस दरोगा ने दोनों पक्षों के बीच लेनदेन का सबूत रखने के लिए मौके पर वीडियो बनवाने के साथ ही खुद भी उसका वीडियो बनाया. इस वीडियो के वायरल होते ही पुलिस के आला अफसरों ने सेक्टर-113 के थाना प्रभारी जितेंद्र सिंह को लाइन हाजिर कर दिया.
नोएडा.
नोएडा (Noida) में एक थाना प्रभारी को दो पक्षों के बीच मारपीट के एक मामले में 2 लाख रुपये की एवज में सुलह कराना भारी पड़ गया. यूपी पुलिस के इस दरोगा ने दोनों पक्षों के बीच लेनदेन का सबूत खुद रखने के लिए मौके पर वीडियो (Video) बनवाने के साथ ही खुद भी उसका वीडियो बनाया. अब यही वीडियो उनके गले की फांस बन गया. इस वीडियो के वायरल होते ही पुलिस के आला अफसरों ने कठोर कार्रवाई करते हुए सेक्टर-113 के थाना प्रभारी जितेंद्र सिंह (Jitendra Singh) को सोमवार देर रात लाइन हाजिर कर दिया. कई अन्य मामले में भी थाना प्रभारी की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे थे.
रिश्वत लेने के मामलों में कई बार पीड़ित पक्ष वीडियो बनाकर अवैध उगाही करने वाले अफसरों के खिलाफ सबूत जुटाने की कोशिश करता है. इस तरह वीडियो बनाने वालों की मंशा के पीछे के कारण को समझना बहुत मुश्किल नहीं है. मगर दो थाना प्रभारी की इस तरह की हरकत किसी के भी गले नहीं उतर रही है. कमिश्नरेट पुलिस के अधिकारियों को दी शिकायत में सेक्टर-112 निवासी शिकायतकर्ता सतीश यादव ने बताया कि पड़ोसी संजय और उसके परिजनों ने करीब चार महीने पहले उनके घर में घुसकर मारपीट की थी.
पीड़ित को ही हवालात में बंद कर धमकाया
आरोप है कि शिकायत करने के बाद भी आरोपी पक्ष पर पुलिस ने कार्रवाई नहीं की और जबरन समझौते के लिए दबाव बनाया. थाने की पुलिस ने पीड़ित पक्ष को ही हवालात में बंद कर दिया गया और झूठे केस में फंसाने की धमकी दी गई. इसके बाद दो लाख रुपये में समझौता तय हुआ. जिसे थाने में प्रभारी के सामने दिया गया. इसी दौरान दूसरे पक्ष के एक बुजुर्ग की हार्ट अटैक से मौत हो गई. इसका फायदा उठाते हुए सिग्नेचर ब्रिज पर शव रख कर दबाव बनाया और शिकायतकर्ता और उसके परिवार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया गया.
वीडियो में क्या है
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था. जिसमें थाना प्रभारी पैसे के लेनदेन के समय कुर्सी पर बैठे हुए दिख रहे हैं. ये वही वीडियो है, जिसमें थाना प्रभारी दोनों पक्षों के बीच समझौता करा रहे हैं. सेक्टर-113 थाने के प्रभारी के कमरे में एक पक्ष दूसरे पक्ष को नोटों की गड्डी थमा रहा है. एक वीडियो में थानाध्यक्ष खुद वीडियो बना रहे हैं. शिकायतकर्ता का आरोप है कि दोनों पक्षों का समझौता थानाध्यक्ष ने जबरदस्ती कराया और खुद अवैध वसूली की. वीडियो का संज्ञान लेते हुए आला अफसरों ने मामले की जांच एडिशनल डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी को सौंपी थी.