सब्जियों के बाद दाल के रेट में भी उछाल , मोदी सरकार के शासन में बढ़े दाम, बिगड़ा लोगों के रसोई का बजट

सब्जियों के बाद दाल के बढ़े दामों में रसोई का बजट पूरी तरह से बिगाड़ दिया है.ऐसे में लोगों को मुस्किले हो रही है.अरहर की दाल हो या उड़द और मूंग दाल, सभी के दाम दिनो दिन आसमान छू रहे हैं।
रीवा.
एक तरफ जहां सब्जियों के दाम ने आग लगा रखी है. वहीं दूसरी तरफ दालों के दाम भी लगातार बढ़ रहे हैं. ऐसे मे ये लगने लगा है की टमाटर के साथ साथ लोगों को दाल से भी दूरी बनानी पड़ेगी. दाल महगी होने की वजह से किचन का बजट भी बिगड़ रहा है.अरहर की दाल हो या उड़द और मूंग दाल, सभी के दाम आसमान छू रहे है. बाजार में इस समय अरहर की दाल 135 से 170 रुपए किलो के बीच है. ऐसे ही चना की दाल 100 से 110 के बीच में मिल रही है. मूंग दाल 110 से 115 रुपए के भाव मिल रही है.
20 दिन पहले अरहर की दाल 115 से 120 रुपए किलो मिल रही थी. इस तरह 40 रुपए की उछाल आई है. लोगों का कहना है को पहले ही मुश्किल से घर का खर्च चल रहा था, दाल और टमाटर के भाव बढ़ने के बाद अब तो खर्च चलाना और भी कठिन हो गया है. वहीं व्यापारियों का कहना है कि दाल की खेती कम हुई है. और आवक कम हो रही है.
आम जनता महंगाई की मार से परेशान
ऐसे में दाल कम होने की वजह से दाम बढ़ाना स्वाभाविक है. वही आम इंसान का कहना है की यदि दामों में नियंत्रण के लिए कोई कदम नहीं उठाए जाते.तो कई ऐसे व्यापारी है, जो आवक में कमी बताकर दाल के दाम बढ़ा देते हैं. प्रशासन कोई निगरानी नहीं करता. पूरा बाजार कुछ व्यापारियों के इशारे पर घूमता है.और आम जनता पर महंगाई की मार पड़ती है.