मणिपुर हिंसा: अखिलेश का BJP पर साधा निशाना, कहा- भाजपा को अपने खिलाफ लाना चाहिए था ‘अविश्वास प्रस्ताव’

मणिपुर मामले को लेकर पूरे देश में उबाल तो है ही, वहीं पूरे देश राजनीति भी इसी मुद्दे पर केंद्रीत है। संसद में भी इस मुद्दे को लेकर चर्चा जोरों पर हैं। पीएम मोदी के संसद में बयान को लेकर जहां विपक्ष अड़ा है। मोदी…
लखनऊ,
Manipur violence: मणिपुर मामले को लेकर पूरे देश में उबाल तो है ही, वहीं पूरे देश राजनीति भी इसी मुद्दे पर केंद्रीत है। संसद में भी इस मुद्दे को लेकर चर्चा जोरों पर हैं। पीएम मोदी के संसद में बयान को लेकर जहां विपक्ष अड़ा है। मोदी सरकार के खिलाफ विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव लेकर आया। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इस मामले में आज ट्वीट कर एक बार फिर भाजपा सरकार पर हमला बोला।
अखिलेश ने कहा कि मणिपुर में जो हो रहा है, वो तो इतना वीभत्स है कि भाजपा सरकार को नैतिक और राजनीतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपने आप ही, अपने खिलाफ ही ‘अविश्वास प्रस्ताव’ लाना चाहिए था। इससे पूर्व अखिलेश ने ट्वीट कर कहा था कि इस नाकाम सरकार से क्या उम्मीद करना अमर शहीद अपनी शहादत से रोशन रहेंगे। बता दें कि गुरुवार को अखिलेश यादव और डिंपल यादव ने संसद पहुंचकर विपक्षी दल के गठबंधन इंडिया से मुलाकात की थी।
इससे पहले अखिलेश यादव ने तीन दिन पूर्व सत्ता पक्ष पर हमलावर होते हुए कहा था कि मणिपुर में सत्ताधारियों की आंख का पानी मर गया है, जो ऐसे बयान दे रहे हैं कि ऐसे एक नहीं अनेक केस हुए हैं। अगर उन्हें सब पता है तो उनको सत्ता में रहने का हक एक पल के लिए भी नहीं है। मणिपुर के हालात के लिए आरएसएस की नफरत की नीति और भाजपा की वोट की राजनीति जिम्मेदार है।
क्या है मणिपुर मामला?
गौरतलब है कि मणिपुर के कांगपोकपी में 4 मई को दो महिलाओं के साथ भीड़ ने बर्बरता दिखाई थी। उन्हें निर्वस्त्र कर घुमाया गया था। घटना की जानकारी 19 जुलाई को सामने आए एक वायरल वीडियो के जरिए मिली थी। मणिपुर हिंसा के दौरान सोशल मीडिया पर वायरल हुए उस वीडियो को लेकर शीर्ष न्यायालय ने इस पर संज्ञान लिया था।